नेक मनाओ
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ईद मनाओं ईद मनाओं
मीठी सेवईया मन से खाओं
अपनों को अपने घर बुलाओं
गले -गले मिलों -मिलाओं ll
कल चाँद का दीदार हुआ था
मिलकर आज ईद मनाओं
नए – नए कपड़े पहनकर
ईदगाह सवेरे -सवेरे ही जाओं ll
अब्बू से ईदी लेलों
मम्मी से ईदी लेलों
खाला को भी न छोड़ों
मस्ती भरा दिन बिताओं ll
रमजान का महीना बीता
रोज – रोज रखा हमने रोजा
इफ्तार कर रोजा खोला
सबको करो सलाम, दुआ लेलों ll
समरसता का मिश्री घोलों
ईद -मुबारक सबको बोलों
सुख -शांति अमन- चैन
सबकी नेक दिल से मनाओं ll
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@रचना – घनश्याम पोद्दार