जो हैं आज अपनें..
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“जो हैं आज अपनें..
कल पराए हो जाएंगे।
जो हैं आज पराए..
कल अपने हो जाएंगे।
ये हक़ीक़त भी न..
ऐसे सपने दिखा देती है कि,
‘जो हैं आज हक़ीक़त..
कल सपने हो जाएंगे।'”
– सृष्टि बंसल
“जो हैं आज अपनें..
कल पराए हो जाएंगे।
जो हैं आज पराए..
कल अपने हो जाएंगे।
ये हक़ीक़त भी न..
ऐसे सपने दिखा देती है कि,
‘जो हैं आज हक़ीक़त..
कल सपने हो जाएंगे।'”
– सृष्टि बंसल