Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2024 · 1 min read

जुदाई की शाम

तेरा मिलना
तेरा बिछड़ना
क्या से क्या
मुझे कर गया
ज़िंदा तो मैं
पहले भी न था
लेकिन तेरे बिना
अब मर गया…
(१)
एकाएक पके
सिर के बाल
और धब्बे पड़े
आंखों के नीचे
दर्पण में जो
देखा चेहरा तो
अपने आप से
ही मैं डर गया…
(२)
जैसे अपना
सबकुछ हारकर
लौटा करता है
जुआरी कोई
तेरी डोली के
जाने के बाद
इस तरह कल अपने
मैं घर गया…
(३)
धरती से लेकर
आकाश तक
दुनिया में रौनक
चाहे लाख सही
जिस दुनिया में
तेरा प्यार नहीं
उस दुनिया से
मेरा दिल भर गया…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#कवि #गीतकार #शायर #आशिक
#प्रेमी #lover #sadsongs #टीस
#कसक #हूक #तड़प #वेदना #दर्द
#जुदाई #वियोगी #विरह #वेदना
#उदासी #तनहाई #अकेला #दुख

Language: Hindi
Tag: गीत
80 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गुलशन की पहचान गुलज़ार से होती है,
गुलशन की पहचान गुलज़ार से होती है,
Rajesh Kumar Arjun
तड़फ रहा दिल हिज्र में तेरे
तड़फ रहा दिल हिज्र में तेरे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कभी कभी कुछ प्रश्न भी, करते रहे कमाल।
कभी कभी कुछ प्रश्न भी, करते रहे कमाल।
Suryakant Dwivedi
Shiftme movers and packers in hadapsar
Shiftme movers and packers in hadapsar
Shiftme
राजनीति की नई चौधराहट में घोसी में सभी सिर्फ़ पिछड़ों की बात
राजनीति की नई चौधराहट में घोसी में सभी सिर्फ़ पिछड़ों की बात
Anand Kumar
बड़े हो गए अब बेचारे नहीं।
बड़े हो गए अब बेचारे नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
पृथ्वी दिवस
पृथ्वी दिवस
Kumud Srivastava
वर्तमान परिदृश्य में महाभारत (सरसी)
वर्तमान परिदृश्य में महाभारत (सरसी)
नाथ सोनांचली
हरे! उन्मादिनी कोई हृदय में तान भर देना।
हरे! उन्मादिनी कोई हृदय में तान भर देना।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
दिल से निभाती हैं ये सारी जिम्मेदारियां
दिल से निभाती हैं ये सारी जिम्मेदारियां
Ajad Mandori
छन्द- सम वर्णिक छन्द
छन्द- सम वर्णिक छन्द " कीर्ति "
rekha mohan
*Max Towers in Sector 16B, Noida: A Premier Business Hub 9899920149*
*Max Towers in Sector 16B, Noida: A Premier Business Hub 9899920149*
Juhi Sulemani
रंजीत शुक्ल
रंजीत शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
"परवाज"
Dr. Kishan tandon kranti
मां की याद
मां की याद
Neeraj Agarwal
हँसते गाते हुए
हँसते गाते हुए
Shweta Soni
गम हमें होगा बहुत
गम हमें होगा बहुत
VINOD CHAUHAN
*रामपुर की गाँधी समाधि (तीन कुंडलियाँ)*
*रामपुर की गाँधी समाधि (तीन कुंडलियाँ)*
Ravi Prakash
लक्ष्य
लक्ष्य
Mukta Rashmi
!! दर्द भरी ख़बरें !!
!! दर्द भरी ख़बरें !!
Chunnu Lal Gupta
2851.*पूर्णिका*
2851.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
झरोखा
झरोखा
Sandeep Pande
यूं ना कर बर्बाद पानी को
यूं ना कर बर्बाद पानी को
Ranjeet kumar patre
मेरी कलम......
मेरी कलम......
Naushaba Suriya
टिक टिक टिक
टिक टिक टिक
Ghanshyam Poddar
#आज_का_शेर-
#आज_का_शेर-
*प्रणय प्रभात*
नींद आती है......
नींद आती है......
Kavita Chouhan
"इक ग़ज़ल इश्क़ के नाम करता हूँ"
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
विधाता छंद
विधाता छंद
डॉ.सीमा अग्रवाल
नारी जीवन
नारी जीवन
Aman Sinha
Loading...