Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jan 2017 · 1 min read

जिंदगी

?जिंदगी?

कल और आज में आज कल फसी है जिंदगी।।
भूल गया की मुझ पे कब हँसी है जिंदगी।।

अपने सारे अरमानो का खून कर दिया मैने।।
ये क्या कहेगा वो क्या कहेगा इसमे धसी है जिंदगी।।

खुद आपने आपको छुपाता रहा में।।
कहता रहा गैरो से हशीन है जिंदगी।।

मन को मारता रहा दर्द से कराहता है।।
उनको पता न हो चेहरे पे दिखाता रहा मौज में बसी है जिंदगी।।

मनु का मकसद नहीं ज़माने से लड़ना।।
इसलिए उलझनों में भी ख़ुशी ख़ुशी है जिंदगी।।
✍�मानक लाल मनु✍

Language: Hindi
Tag: कविता
173 Views
You may also like:
जैसे ये घर महकाया है वैसे वो आँगन महकाना
जैसे ये घर महकाया है वैसे वो आँगन महकाना
Dr Archana Gupta
"लक्की"
Dr Meenu Poonia
■ कविता / कहता. अगर बोल पाता तो....!
■ कविता / कहता. अगर बोल पाता तो....!
*Author प्रणय प्रभात*
मेरा होना ही हो ख़ता जैसे
मेरा होना ही हो ख़ता जैसे
Dr fauzia Naseem shad
मेरे पीछे जमाना चले ओर आगे गन-धारी दो वीर हो!
मेरे पीछे जमाना चले ओर आगे गन-धारी दो वीर हो!
Suraj kushwaha
पालनहार
पालनहार
Buddha Prakash
मुनादी कर रहे हैं (हिंदी गजल/ गीतिका)
मुनादी कर रहे हैं (हिंदी गजल/ गीतिका)
Ravi Prakash
जीने की तमन्ना में
जीने की तमन्ना में
Satish Srijan
गज़ल
गज़ल
Krishna Tripathi
जीवन की अनसुलझी राहें !!!
जीवन की अनसुलझी राहें !!!
Shyam kumar kolare
सफर में उनके कदम चाहते है।
सफर में उनके कदम चाहते है।
Taj Mohammad
उफ़ यह कपटी बंदर
उफ़ यह कपटी बंदर
ओनिका सेतिया 'अनु '
#बाल-कविता- मेरा प्यारा मित्र
#बाल-कविता- मेरा प्यारा मित्र
आर.एस. 'प्रीतम'
* ग़ज़ल * ( ताजमहल बनाते रहना )
* ग़ज़ल * ( ताजमहल बनाते रहना )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Aksharjeet shayari..अपनी गलतीयों से बहुत कूछ सिखा हैं मैने ...
Aksharjeet shayari..अपनी गलतीयों से बहुत कूछ सिखा हैं मैने ...
AK Your Quote Shayari
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
निकलते हो अब तो तुम
निकलते हो अब तो तुम
gurudeenverma198
पास आएगा कभी
पास आएगा कभी
surenderpal vaidya
कांटों में जो फूल.....
कांटों में जो फूल.....
Vijay kumar Pandey
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
प्रणय-निवेदन
प्रणय-निवेदन
Shekhar Chandra Mitra
हे माँ जानकी !
हे माँ जानकी !
Saraswati Bajpai
मौसम बेईमान है आजकल
मौसम बेईमान है आजकल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
"फोटोग्राफी"
Dr. Kishan tandon kranti
✍️एक ख़्वाब आँखों से गिरा...
✍️एक ख़्वाब आँखों से गिरा...
'अशांत' शेखर
हाइकु कविता- करवाचौथ
हाइकु कविता- करवाचौथ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
💐एय मेरी ज़ाने ग़ज़ल💐
💐एय मेरी ज़ाने ग़ज़ल💐
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम्हें आती नहीं क्या याद की  हिचकी..!
तुम्हें आती नहीं क्या याद की हिचकी..!
Ranjana Verma
💐प्रेम कौतुक-304💐
💐प्रेम कौतुक-304💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...