Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Oct 2016 · 1 min read

जहाँ में चाँद सा ऊँचा नहीं है

जहाँ में चाँद सा ऊँचा नहीं है
सदा वो आसमाँ उजला नहीं है

चला जाये सदा को छोड़ दुनियाँ
जमीं ये घर कभी तेरा नहीं है

कमाया पाप तूने जिन्दगी में
यहाँ से जो चला नाता नहीं है

हसीं हसरत दिखायी आज तूने
जिसे देखा जिया खोया नहीं है

गयी जो दूर इतना तू यहाँ से
बिना तेरे रहा जाता नहीं है

मुझे जो याद तेरी क्यों सताती
गमों की थाह से निकला नहीं है

मुहब्बत धर्म मेरे इस जहाँ का
किसी की जान का सौदा नहीं है

मिला वो जब बहुत अरसे बाद तब
बिछुड़ कर के हमें भूला नहीं है

मिलेगी राह परवाने कहाँ तक
अभी कोई उसे वादा नहीं है

डॉ मधु त्रिवेदी

69 Likes · 355 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all

You may also like these posts

*होली है रंगों का त्योहार*
*होली है रंगों का त्योहार*
Dushyant Kumar
जीवन का कठिन चरण
जीवन का कठिन चरण
पूर्वार्थ
चंद अशआर
चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
सरसी छंद
सरसी छंद
Neelofar Khan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
वाल्मिकी का अन्याय
वाल्मिकी का अन्याय
Manju Singh
गांव सदाबहार
गांव सदाबहार
C S Santoshi
टूटता   है  यकीन  खुद  पर  से,
टूटता है यकीन खुद पर से,
Dr fauzia Naseem shad
कोयल
कोयल
Madhuri mahakash
मर्ज
मर्ज
AJAY AMITABH SUMAN
अम्बर में लटके शब्द
अम्बर में लटके शब्द
Kapil Kumar Gurjar
शीर्षक - बेरोजगार
शीर्षक - बेरोजगार
Neeraj Kumar Agarwal
आप सभी को विश्व पर्यावरण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
आप सभी को विश्व पर्यावरण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
Anamika Tiwari 'annpurna '
हो सके तो मीठा बोलना
हो सके तो मीठा बोलना
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
मेरी हिंदी शिक्षिका....
मेरी हिंदी शिक्षिका....
पं अंजू पांडेय अश्रु
माटी
माटी
MUSKAAN YADAV
उरवासी
उरवासी
Rambali Mishra
बात थी छोटी मगर अपना
बात थी छोटी मगर अपना
S K Singh Singh
जो व्यक्ति आपको पसंद नहीं है, उसके विषय में सोच विचार कर एक
जो व्यक्ति आपको पसंद नहीं है, उसके विषय में सोच विचार कर एक
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
किसानों की दुर्दशा पर एक तेवरी-
किसानों की दुर्दशा पर एक तेवरी-
कवि रमेशराज
आओ बोलें
आओ बोलें
Arghyadeep Chakraborty
हर मौहब्बत का एहसास तुझसे है।
हर मौहब्बत का एहसास तुझसे है।
Phool gufran
3572.💐 *पूर्णिका* 💐
3572.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"संभा जी के अंगों को एक एक कर औरंग काट रहा था,
jyoti jwala
"प्यार"
Dr. Kishan tandon kranti
कहां जाके लुकाबों
कहां जाके लुकाबों
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
*जलयान (बाल कविता)*
*जलयान (बाल कविता)*
Ravi Prakash
अक़ीदत से भरे इबादत के 30 दिनों के बाद मिले मसर्रत भरे मुक़द्द
अक़ीदत से भरे इबादत के 30 दिनों के बाद मिले मसर्रत भरे मुक़द्द
*प्रणय प्रभात*
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं
Dr Archana Gupta
Life is Beautiful?
Life is Beautiful?
Otteri Selvakumar
Loading...