Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2018 · 1 min read

#शिखरिणी छंद

#शिखरिणी छंद

यह एक वर्णिक छंद हैं। चार पदों के इस छंद के प्रत्येक पद में सत्रह-सत्रह अक्षर होते हैं। इसके हर चरण में यगण,मगण, नगण,सगण,भगण लघु और गुरू होता है। इसके प्रत्येक चरण में यति छह और ग्यारह वर्णों पर होती है।

यगण=ISS/122
मगण=SSS/222
नगण=III/111
सगण=IIS/112
भगण=SII/211
लघु=I/1
गुरू=S/2

शिखरिणी छंद उदाहरण
122/222/111/112/211/12

हमारी/यादों में/सँवर/मन में/ओज भ/रती।
तुम्हारी/यादें हैं/अमर/उर में/रोज भ/रती।
मिलो भी/आओ भी/अब तो/संग क/रलो।
खिलो भी/चाहो में/दिल में/प्रेम भ/रलो।

#आर.एस.’प्रीतम’

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 12474 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
जिंदगी में अपने मैं होकर चिंतामुक्त मौज करता हूं।
जिंदगी में अपने मैं होकर चिंतामुक्त मौज करता हूं।
Rj Anand Prajapati
23/133.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/133.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सोच और हम
सोच और हम
Neeraj Agarwal
*जीवन के गान*
*जीवन के गान*
Mukta Rashmi
न जुमला, न आरोपों की राजारानी चाहिए।
न जुमला, न आरोपों की राजारानी चाहिए।
Sanjay ' शून्य'
कविता
कविता
Alka Gupta
ਪਰਦੇਸ
ਪਰਦੇਸ
Surinder blackpen
गंणतंत्रदिवस
गंणतंत्रदिवस
Bodhisatva kastooriya
दो साँसों के तीर पर,
दो साँसों के तीर पर,
sushil sarna
चाहतों की सेज न थी, किंतु ख्वाबों  का गगन था.....
चाहतों की सेज न थी, किंतु ख्वाबों का गगन था.....
दीपक झा रुद्रा
मेरी नज़रों में इंतिख़ाब है तू।
मेरी नज़रों में इंतिख़ाब है तू।
Neelam Sharma
मुलाकात अब कहाँ
मुलाकात अब कहाँ
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
"तुम कब तक मुझे चाहोगे"
Ajit Kumar "Karn"
गूंजा बसंतीराग है
गूंजा बसंतीराग है
Anamika Tiwari 'annpurna '
*हारा कब हारा नहीं, दिलवाया जब हार (हास्य कुंडलिया)*
*हारा कब हारा नहीं, दिलवाया जब हार (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
शरणागति
शरणागति
Dr. Upasana Pandey
ग़ज़ल _ करी इज़्ज़त बड़े छोटों की ,बस ईमानदारी से ।
ग़ज़ल _ करी इज़्ज़त बड़े छोटों की ,बस ईमानदारी से ।
Neelofar Khan
नारियों के लिए जगह
नारियों के लिए जगह
Dr. Kishan tandon kranti
..
..
*प्रणय प्रभात*
बेवफाई उसकी दिल,से मिटा के आया हूँ।
बेवफाई उसकी दिल,से मिटा के आया हूँ।
पूर्वार्थ
यूं ही कुछ लिख दिया था।
यूं ही कुछ लिख दिया था।
Taj Mohammad
ख़्वाब ख़्वाब ही रह गया,
ख़्वाब ख़्वाब ही रह गया,
अजहर अली (An Explorer of Life)
अभी तो वो खफ़ा है लेकिन
अभी तो वो खफ़ा है लेकिन
gurudeenverma198
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
कवि दीपक बवेजा
कितनी आवाज़ दी
कितनी आवाज़ दी
Dr fauzia Naseem shad
" लोग "
Chunnu Lal Gupta
अपने अपने कटघरे हैं
अपने अपने कटघरे हैं
Shivkumar Bilagrami
नेता जी
नेता जी
surenderpal vaidya
यादों को कहाँ छोड़ सकते हैं,समय चलता रहता है,यादें मन में रह
यादों को कहाँ छोड़ सकते हैं,समय चलता रहता है,यादें मन में रह
Meera Thakur
देखें क्या है राम में (पूरी रामचरित मानस अत्यंत संक्षिप्त शब्दों में)
देखें क्या है राम में (पूरी रामचरित मानस अत्यंत संक्षिप्त शब्दों में)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
Loading...