Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2023 · 1 min read

“गुप्त रत्न”नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है,

“गुप्त रत्न”नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है,
“गुप्त रत्न”नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है,

नहीं मिटेगी मृगतृष्णा,कस्तूरी मन के अन्दर है,
सागर सागर भटकूँ मैं,प्यास बुझायें वो दरिया मेरे अन्दर है //

शांत कहाँ ह्रदय मेरा,उथल-पुथल मची हुयी है ,
झांककर देखा,तुफानो से घिरा समन्दर है //

नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है,
शांत कहाँ ह्रदय है मेरा ,तुफानो से घिरा समन्दर है //

बिखरी चांदनी सारे रिश्तों की,मेरे आँगन,
मन भागे चाँद की पीछे,जो की दूर बसा कही अम्बर है //

शांत कहाँ है ह्रदय मेरा,तुफानो से घिरा समन्दर है ……………………………

जो दिया तूने प्रसन्न चित्त्त स्वीकारा “रत्न” ने
चाहे फूल पलाश थे,या धरती ये बंज़र है //

मन व्याकुल सोचे,जीवन बीते इस हार जीत मैं,
जग जीता जिसने आधा,क्या वो आज सिकन्दर है //

नहीं मिटेगी मृगतृष्णा,कस्तूरी मन के अन्दर है
शांत कहाँ है ह्रदय मेरा,तुफानो से घिरा समन्दर है //……………………..

चार दिन की चांदनी,ये रूप रंग और ये यौवन ,
रह जायेंगे, शब्द अमिट और मन मेरा जो सुन्दर है //

नहीं मिटेगी मृगतृष्णा,कस्तूरी मन के अन्दर है,
शांत कहाँ है ह्रदय मेरा,तुफानो से घिरा समन्दर है //
———-

218 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गुप्तरत्न
View all
You may also like:
दुनिया की हर वोली भाषा को मेरा नमस्कार 🙏🎉
दुनिया की हर वोली भाषा को मेरा नमस्कार 🙏🎉
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अक्स मेरा
अक्स मेरा
Dr Mukesh 'Aseemit'
Ice
Ice
Santosh kumar Miri
हम अपनी आवारगी से डरते हैं
हम अपनी आवारगी से डरते हैं
Surinder blackpen
जीने का एक अच्छा सा जज़्बा मिला मुझे
जीने का एक अच्छा सा जज़्बा मिला मुझे
अंसार एटवी
"कभी-कभी"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम अपने माता से,
तुम अपने माता से,
Bindesh kumar jha
आपके छोटे-छोटे मीठे आचार-व्यवहार,
आपके छोटे-छोटे मीठे आचार-व्यवहार,
Ajit Kumar "Karn"
ग़ज़ल _ दिल मचलता रहा है धड़कन से !
ग़ज़ल _ दिल मचलता रहा है धड़कन से !
Neelofar Khan
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Kanchan Khanna
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
समरसता की दृष्टि रखिए
समरसता की दृष्टि रखिए
Dinesh Kumar Gangwar
प्यार के बारे में क्या?
प्यार के बारे में क्या?
Otteri Selvakumar
दिलों में मतलब और जुबान से प्यार करते हैं,
दिलों में मतलब और जुबान से प्यार करते हैं,
Ranjeet kumar patre
जिन्दगी हमारी थम जाती है वहां;
जिन्दगी हमारी थम जाती है वहां;
manjula chauhan
नव वर्ष गीत
नव वर्ष गीत
Dr. Rajeev Jain
सच्ची होली
सच्ची होली
Mukesh Kumar Rishi Verma
किसान आंदोलन
किसान आंदोलन
मनोज कर्ण
"You can still be the person you want to be, my love. Mistak
पूर्वार्थ
इश्क में हमको नहीं, वो रास आते हैं।
इश्क में हमको नहीं, वो रास आते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
कौन यहाँ पर किसकी ख़ातिर,, बैठा है,,
कौन यहाँ पर किसकी ख़ातिर,, बैठा है,,
Shweta Soni
आप कभी 15% मनुवादी सोच को समझ ही नहीं पाए
आप कभी 15% मनुवादी सोच को समझ ही नहीं पाए
शेखर सिंह
मत गुजरा करो शहर की पगडंडियों से बेखौफ
मत गुजरा करो शहर की पगडंडियों से बेखौफ
©️ दामिनी नारायण सिंह
💐प्रेम कौतुक-561💐
💐प्रेम कौतुक-561💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हिन्दु नववर्ष
हिन्दु नववर्ष
भरत कुमार सोलंकी
याद रक्खा नहीं भुलाया है
याद रक्खा नहीं भुलाया है
Dr fauzia Naseem shad
*My Decor*
*My Decor*
Poonam Matia
3625.💐 *पूर्णिका* 💐
3625.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तेरी नज़र से बच के जाएं
तेरी नज़र से बच के जाएं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
Loading...