Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2016 · 1 min read

ग़ज़ल रचनाएँ

तुझको ही बस तुझको सोचू इतना तो कर सकती हूँ,,,,,,,,,
तेरे ग़म को अपना समझू इतना तो कर सकती हूँ ।।।।।।।।।।
मुझको क्या मालूम मुहब्बत कैसे करती है दुनिया,,,,,,,
हद से ज्यादा तुझको सोचू इतना तो कर सकती हूँ ।।।।।।।।।
इस दिन को तू मेरे सजना इतना तो ह़क दे देना,,,,,,,,,,,,
छलनी में से तुझको देखू इतना तो कर सकती हूँ ।।।।।।।।।
आज मुबारक वो दिन आया सामने मेरा साजन है,,,,,,,,,,
तेरे ग़म के आँसू पी लू इतना तो कर सकती हूँ ।।।।।।।।।।।
दो-दो चन्दा मेरे आगे आज खुशी का दिन है ये,,,,,,,,,,,
इक पल में ही सदियाँ जी लू इतना तो कर सकती हूँ ।।।।।।।।।।

175 Views
You may also like:
■ सियासी गलियारा
■ सियासी गलियारा
*Author प्रणय प्रभात*
130 किताबें महिलाओं के नाम
130 किताबें महिलाओं के नाम
अरशद रसूल /Arshad Rasool
यादों की परछाइयां
यादों की परछाइयां
Shekhar Chandra Mitra
शुकराना
शुकराना
Shivkumar Bilagrami
// जिंदगी दो पल की //
// जिंदगी दो पल की //
Surya Barman
जीवनामृत
जीवनामृत
Shyam Sundar Subramanian
आलेख : सजल क्या हैं
आलेख : सजल क्या हैं
Sushila Joshi
गीत
गीत
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
चंद अल्फाज़।
चंद अल्फाज़।
Taj Mohammad
कैसा समाज
कैसा समाज
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
अन्नदाता किसान कैसे हो
अन्नदाता किसान कैसे हो
नूरफातिमा खातून नूरी
जिंदगी
जिंदगी
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’
मैं तो अकेली चलती चलूँगी ....
मैं तो अकेली चलती चलूँगी ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
Book of the day: काव्य मंजूषा (एक काव्य संकलन)
Book of the day: काव्य मंजूषा (एक काव्य संकलन)
Sahityapedia
कट कर जो क्षितिज की हो चुकी, उसे मांझे से बाँध क्या उड़ा सकेंगे?
कट कर जो क्षितिज की हो चुकी, उसे मांझे से...
Manisha Manjari
गीत
गीत
Shiva Awasthi
कल मालूम हुआ हमें हमारी उम्र का,
कल मालूम हुआ हमें हमारी उम्र का,
Shivam Sharma
✍️वो अच्छे से समझता है ✍️
✍️वो अच्छे से समझता है ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
हार जाती है
हार जाती है
Dr fauzia Naseem shad
💐प्रेम कौतुक-445💐
💐प्रेम कौतुक-445💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
* ग़ज़ल * ( ताजमहल बनाते रहना )
* ग़ज़ल * ( ताजमहल बनाते रहना )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
ऐसा कहते हैं सब मुझसे
ऐसा कहते हैं सब मुझसे
gurudeenverma198
कौन हिसाब रखे
कौन हिसाब रखे
Surinder blackpen
💥सच कहा तो बुरा मान गए 💥
💥सच कहा तो बुरा मान गए 💥
Khedu Bharti "Satyesh"
प्रीति के दोहे, भाग-3
प्रीति के दोहे, भाग-3
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Mujhe laga tha irade majbut hai mere ,
Mujhe laga tha irade majbut hai mere ,
Sakshi Tripathi
फर्ज अपना-अपना
फर्ज अपना-अपना
Prabhudayal Raniwal
आचार संहिता लगते-लगते रह गई
आचार संहिता लगते-लगते रह गई
Ravi Prakash
मंगलमय हो भाई दूज, बहिन बेटियां सुखी रहें
मंगलमय हो भाई दूज, बहिन बेटियां सुखी रहें
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शिक्षा (Education) (#नेपाली_भाषा)
शिक्षा (Education) (#नेपाली_भाषा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Loading...