Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Apr 2023 · 1 min read

गंदा है क्योंकि अब धंधा है

रहम, त्याग, सेवा का
बाज़ार अब मंदा है
इस शहर से बच निकलो
ये अब नरक का पुलिंदा है.
खून की कीमत आज
पानी से फीकी है,
मेरे शहर के फरिश्तों की
शैतान से माशूकी है.
छोड़ कर सेवा भाव
स्वार्थ में अंधा है,
ये अब गंदा है
क्योंकि अब धंधा है.

@दीपक कुमार श्रीवास्तव “नील पदम्”

Language: Hindi
5 Likes · 262 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
View all
You may also like:
मित्रता दिवस पर विशेष
मित्रता दिवस पर विशेष
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
धीरे धीरे
धीरे धीरे
रवि शंकर साह
पंक्ति में व्यंग कहां से लाऊं ?
पंक्ति में व्यंग कहां से लाऊं ?
goutam shaw
मोहब्बत, हर किसी के साथ में नहीं होती
मोहब्बत, हर किसी के साथ में नहीं होती
Vishal babu (vishu)
ऋग्वेद में सोमरस : एक अध्ययन
ऋग्वेद में सोमरस : एक अध्ययन
Ravi Prakash
कहीं पहुंचने
कहीं पहुंचने
Ranjana Verma
देश की आज़ादी के लिए अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने प्राणों की
देश की आज़ादी के लिए अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने प्राणों की
Shubham Pandey (S P)
साक्षात्कार-पीयूष गोयल(दर्पण छवि लेखक).
साक्षात्कार-पीयूष गोयल(दर्पण छवि लेखक).
Piyush Goel
उमीद-ए-फ़स्ल का होना है ख़ून लानत है
उमीद-ए-फ़स्ल का होना है ख़ून लानत है
Anis Shah
शुभ करवा चौथ
शुभ करवा चौथ
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
अभी बचपन है इनका
अभी बचपन है इनका
gurudeenverma198
💐प्रेम कौतुक-309💐
💐प्रेम कौतुक-309💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अब उतरते ही नही आँखों में हसींन कुछ ख़्वाब
अब उतरते ही नही आँखों में हसींन कुछ ख़्वाब
'अशांत' शेखर
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
Ram Krishan Rastogi
जय भगतसिंह
जय भगतसिंह
Shekhar Chandra Mitra
मैं बेटी हूँ।
मैं बेटी हूँ।
Anamika Singh
■ आज का विचार...
■ आज का विचार...
*Author प्रणय प्रभात*
Nothing is easier in life than
Nothing is easier in life than "easy words"
सिद्धार्थ गोरखपुरी
लौट कर रास्ते भी
लौट कर रास्ते भी
Dr fauzia Naseem shad
हिंदी
हिंदी
Satish Srijan
आम आदमी की दास्ताँ
आम आदमी की दास्ताँ
Dr. Man Mohan Krishna
भगोरिया पर्व नहीं भौंगर्या हाट है, आदिवासी भाषा का मूल शब्द भौंगर्यु है जिसे बहुवचन में भौंगर्या कहते हैं। ✍️ राकेश देवडे़ बिरसावादी
भगोरिया पर्व नहीं भौंगर्या हाट है, आदिवासी भाषा का मूल शब्द भौंगर्यु है जिसे बहुवचन में भौंगर्या कहते हैं। ✍️ राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
छिपकली
छिपकली
Dr Archana Gupta
चन्द्र की सतह पर उतरा चन्द्रयान
चन्द्र की सतह पर उतरा चन्द्रयान
नूरफातिमा खातून नूरी
प्रथम गुरु
प्रथम गुरु
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
एक हम ही है गलत।
एक हम ही है गलत।
Taj Mohammad
देखो हाथी राजा आए
देखो हाथी राजा आए
VINOD KUMAR CHAUHAN
नील पदम् के बाल गीत Neel Padam ke Bal Geet #neelpadam
नील पदम् के बाल गीत Neel Padam ke Bal Geet #neelpadam
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
क्रूरता की हद पार
क्रूरता की हद पार
Mamta Rani
Loading...