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6 Feb 2017 · 1 min read

खुशबू के लिए, गुलाब से बढ़कर कौन है ?

खुशबू के लिए, गुलाब से बढ़कर कौन है ?
मेरी नजर में आप से बढ़कर भला कौन है ?
सौंप दी जिन्दगी की डोर मैंने तुम्हारे हाथ
इस बात पर अब और कहने वाली बात, कौन है ??

चाहे जिस हाल में रखना, बस अपना बना के रखना
चाहने को दुनिया अब चाहे तुम को, यह जान के रखना
मेरे जीवन की हर सांस, मेरे हर जज्बात अब तुम्हारे हैं
भला अब कहो, मुझ से यह हक़ छिनने वाला, कौन है ??

तन सौंपा, मैने अपना मन सौंपा, मुझे सहारा मिल गया
मेरी भंवर में फंसी हुई कश्ती, को अब तुम्हारा सहारा मिल गया
जब तक न टूटेगी मेरी यह सांस, और मेरे दिल के मालिक
तक तक, इस डोर को तोडने वाला.बता, अब कौन है ??

अजीत तलवार
मेरठ

Language: Hindi
Tag: कविता
1 Like · 1 Comment · 175 Views

Books from गायक और लेखक अजीत कुमार तलवार

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