किसी के दिल में चाह तो ,
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/0427f333426b5aa1ddbd4cddb713ef73_5d68eb38d2288aa1c42572150e8b6ed7_600.jpg)
किसी के दिल में चाह तो ,
कहीं किरकिरी बनकर आंख में रहेंगे
कुछ दोस्त तो कुछ दुश्मन भी हमारी फिराक में रहेंगे ,
हम भी वो शख्शियत हैं कि भूलना है नामुमकिन ,
अगर मर भी गए तो लोगों के दिमाग में रहेंगे ।
मंजू सागर
गाजियाबाद
किसी के दिल में चाह तो ,
कहीं किरकिरी बनकर आंख में रहेंगे
कुछ दोस्त तो कुछ दुश्मन भी हमारी फिराक में रहेंगे ,
हम भी वो शख्शियत हैं कि भूलना है नामुमकिन ,
अगर मर भी गए तो लोगों के दिमाग में रहेंगे ।
मंजू सागर
गाजियाबाद