*ओले (बाल कविता)*
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ओले (बाल कविता)
ओले गिरते आसमान से
वैज्ञानिक जानो विधान से
ताप शून्य से कम हो जाता
शीत बूॅंद को बर्फ बनाता
बादल गरजा बिजली चमकी
ओले गिरने की यह धमकी
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451