उल्फत अय्यार होता है कभी कबार
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उल्फत अय्यार होता है कभी कबार,
कभी कभी जिंदगी होती है आर,
ख़फ़ा हो जाते हैं लोग उनसे,
जो करते हैं गलती बार बार।
लब्बो से कोई बात निकलने में वक्त नहीं लगता,
रिश्तों को तोड़ने में वक्त नहीं लगता,
अगर तुम्हें चाहिए है इनायत,
तो तुम्हें चाहिए है, एक उल्फती और सुरूर आशना।