आस्था स्वयं के विनाश का कारण होती है
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/0f91bca030ec728454a65c805a034dd8_a56ec6ab550a1a975387148ae25520ae_600.jpg)
आस्था स्वयं के विनाश का कारण होती है
जो सबसे पहले विवेक को मार देती है
और उससे ऊपर विचारों को आने नहीं देती
आस्था भगवान का नकारात्मक रूप है।
आस्था स्वयं के विनाश का कारण होती है
जो सबसे पहले विवेक को मार देती है
और उससे ऊपर विचारों को आने नहीं देती
आस्था भगवान का नकारात्मक रूप है।