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29 Mar 2017 · 1 min read

आज किसी की जुल्फे छु के गुजरा हु,…..

आज किसी की जुल्फे छु के गुजरा हु,
जैसे सावन की हवा ले के गुजरा हु,
खुद के सम्हाल लो कदम बहेक न जाओ,
मैं पुरे मधुशाले का नसा ले के गुजरा हु।
(अवनीश कुमार)

Language: Hindi
Tag: कविता
140 Views
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