Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Apr 2023 · 1 min read

आँखों पर ऐनक चढ़ा है, और बुद्धि कुंद है।

आँखों पर ऐनक चढ़ा है, और बुद्धि कुंद है।
बोध पर पर्दा पड़ा है द्वार सारे बंद है।
किस तरफ किसी ओर जाएँ, कौन सोचे क्यों भला~
लोभ के वश में हुए सब, ज्ञान की गति मन्द है।।

✍️ संजीव शुक्ल ‘सचिन’

1 Like · 254 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
मंजिल नई नहीं है
मंजिल नई नहीं है
Pankaj Sen
// दोहा पहेली //
// दोहा पहेली //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
विषय - प्रभु श्री राम 🚩
विषय - प्रभु श्री राम 🚩
Neeraj Agarwal
गज़ल
गज़ल
करन ''केसरा''
सागर की ओर
सागर की ओर
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
सफ़र में छाया बनकर।
सफ़र में छाया बनकर।
Taj Mohammad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Fuzail Sardhanvi
चूड़ियां
चूड़ियां
Madhavi Srivastava
जिंदगी बहुत ही छोटी है मेरे दोस्त
जिंदगी बहुत ही छोटी है मेरे दोस्त
कृष्णकांत गुर्जर
ताकत
ताकत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मन और मस्तिष्क
मन और मस्तिष्क
Dhriti Mishra
आओ बुद्ध की ओर चलें
आओ बुद्ध की ओर चलें
Shekhar Chandra Mitra
"ईश्वर की गति"
Ashokatv
कहना मत राज की बातें
कहना मत राज की बातें
gurudeenverma198
स्मृति चिन्ह
स्मृति चिन्ह
Shyam Sundar Subramanian
■ स्वाद के छह रसों में एक रस
■ स्वाद के छह रसों में एक रस "कड़वा" भी है। जिसे सहज स्वीकारा
*Author प्रणय प्रभात*
धर्म अधर्म की बाते करते, पूरी मनवता को सतायेगा
धर्म अधर्म की बाते करते, पूरी मनवता को सतायेगा
Anil chobisa
जब से देखा है तुमको
जब से देखा है तुमको
Ram Krishan Rastogi
कैसे चला जाऊ तुम्हारे रास्ते से ऐ जिंदगी
कैसे चला जाऊ तुम्हारे रास्ते से ऐ जिंदगी
देवराज यादव
जीना मुश्किल
जीना मुश्किल
Harshvardhan "आवारा"
✍️जिंदगी के सैलाब ✍️
✍️जिंदगी के सैलाब ✍️
'अशांत' शेखर
हास्य - व्यंग्य
हास्य - व्यंग्य
संजीव शुक्ल 'सचिन'
💐 Prodigy Love-19💐
💐 Prodigy Love-19💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हम अपने प्रोफाइल को लॉक करके रखते हैं ! साइबर क्राइम के परिव
हम अपने प्रोफाइल को लॉक करके रखते हैं ! साइबर क्राइम के परिव
DrLakshman Jha Parimal
जिंदगी की फितरत
जिंदगी की फितरत
Amit Pathak
मेरा आंगन
मेरा आंगन
Vishnu Prasad 'panchotiya'
I know people around me a very much jealous to me but I am h
I know people around me a very much jealous to me but I am h
Ankita Patel
बेचारी रोती कलम ,कहती वह था दौर (कुंडलिया)*
बेचारी रोती कलम ,कहती वह था दौर (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
रबीन्द्रनाथ टैगोर पर तीन मुक्तक
रबीन्द्रनाथ टैगोर पर तीन मुक्तक
Anamika Singh
किसने क्या किया
किसने क्या किया
Dr fauzia Naseem shad
Loading...