Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2023 · 1 min read

“अहसास”

“अहसास”
न बारिश की बून्दों से धुलता
न समय की रचती धूल
न कोई राज्यादेश का मोहताज
न लागू होता कोई रूल
ये मस्तिष्क पटल पर अंकित रहता है
तारीफ़ न निन्दा सहता है
अहसास ही वो संजीवनी है
जो हर हाल में जिन्दा रहता है।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति

44 Views

Books from Dr. Kishan tandon kranti

You may also like:
मेरी सफर शायरी
मेरी सफर शायरी
Ankit Halke jha
खिलौने भी तब मिले
खिलौने भी तब मिले
Satish Srijan
तू रुक ना पायेगा ।
तू रुक ना पायेगा ।
Buddha Prakash
दिलों को तोड़ जाए वह कभी आवाज मत होना। जिसे कोई ना समझे तुम कभी वो राज मत होना। तुम्हारे दिल में जो आए ज़ुबां से उसको कह देना। कभी तुम मन ही मन मुझसे सनम नाराज मत होना।
दिलों को तोड़ जाए वह कभी आवाज मत होना। जिसे...
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जन्मदिन की बधाई
जन्मदिन की बधाई
DrLakshman Jha Parimal
कई राज मेरे मन में कैद में है
कई राज मेरे मन में कैद में है
कवि दीपक बवेजा
2023
2023
AJAY AMITABH SUMAN
■ आज का आह्वान
■ आज का आह्वान
*Author प्रणय प्रभात*
आस्तीक भाग -छः
आस्तीक भाग -छः
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐प्रेम कौतुक-470💐
💐प्रेम कौतुक-470💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हसीन तेरी सूरत से मुझको मतलब क्या है
हसीन तेरी सूरत से मुझको मतलब क्या है
gurudeenverma198
हो साहित्यिक गूँज का, कुछ  ऐसा आगाज़
हो साहित्यिक गूँज का, कुछ ऐसा आगाज़
Dr Archana Gupta
*प्रभु का संग परम सुखदाई (चौपाइयॉं)*
*प्रभु का संग परम सुखदाई (चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
कुछ भी तो ठीक नहीं
कुछ भी तो ठीक नहीं
Shekhar Chandra Mitra
प्रतीक्षित
प्रतीक्षित
Shiva Awasthi
भैंस के आगे बीन बजाना
भैंस के आगे बीन बजाना
Vishnu Prasad 'panchotiya'
Ajj bade din bad apse bat hui
Ajj bade din bad apse bat hui
Sakshi Tripathi
देशज से परहेज
देशज से परहेज
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बालगीत :- चाँद के चर्चे
बालगीत :- चाँद के चर्चे
Kanchan Khanna
किस्सा ये दर्द का
किस्सा ये दर्द का
Dr fauzia Naseem shad
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
लोगों के रंग
लोगों के रंग
Surinder blackpen
पहले प्यार में
पहले प्यार में
श्री रमण 'श्रीपद्'
तेरे दुःख दर्द कितने सुर्ख है l
तेरे दुःख दर्द कितने सुर्ख है l
अरविन्द व्यास
गरिमामय प्रतिफल
गरिमामय प्रतिफल
Shyam Sundar Subramanian
भारतीय रेल
भारतीय रेल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हकीकत  पर  तो  इख्तियार  है
हकीकत पर तो इख्तियार है
shabina. Naaz
भ्राता हो तुझ सा बलराम...
भ्राता हो तुझ सा बलराम...
मनोज कर्ण
एक अबोध बालक
एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
एक वीरांगना का अन्त !
एक वीरांगना का अन्त !
Prabhudayal Raniwal
Loading...