Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2023 · 2 min read

अभिव्यक्ति – मानवीय सम्बन्ध, सांस्कृतिक विविधता, और सामाजिक परिवर्तन का स्रोत” – भाग- 01 Desert Fellow Rakesh Yadav

अभिव्यक्ति – मानवीय सम्बन्ध, सांस्कृतिक विविधता, और सामाजिक परिवर्तन का स्रोत”

अभिव्यक्ति (Expression) एक मानवीय क्रिया है जो भाषा, कला, संगीत, नृत्य, रंगमंच और अन्य साधनों के माध्यम से अपनी भावनाओं, विचारों, अनुभवों और साझा करने की क्षमता है। यह एक संवेदनशील और स्वतंत्र चेतना की प्रकटीकरण का माध्यम होता है जिससे मनुष्य अपने आंतरिक जगत को बाहरी दुनिया के साथ साझा करता है। अभिव्यक्ति का महत्वपूर्ण मुख्य बिन्दु यह है कि यह मनुष्य को अपने आत्मविश्वास, व्यक्तित्व, और विचारशक्ति का प्रदर्शन करने का एक माध्यम प्रदान करती है। अभिव्यक्ति के माध्यम से मनुष्य अपनी भावनाएं और विचारों को व्यक्त करके दूसरों के साथ संवाद करता है। इसके द्वारा, वह अपने विचारों को प्रभावशाली ढंग से साझा करता है और अपनी पहचान को स्थापित करता है। अभिव्यक्ति की एक और महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसके माध्यम से मनुष्य कला और साहित्य के माध्यम से समाज के मुद्दों, सामाजिक मान्यताओं, और राष्ट्रीय और आंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार करता है। यह सामाजिक जागरूकता और समाजिक परिवर्तन की प्रेरणा का स्रोत बनती है। अभिव्यक्ति द्वारा समाज के विभिन्न तत्वों के बीच समझौता और समन्वय स्थापित किए जाते हैं। अभिव्यक्ति के रूपों में कला, साहित्य, संगीत, नृत्य, रंगमंच, फ़िल्म और भाषा शामिल होते हैं। ये सभी कलाओं के माध्यम से मनुष्य विभिन्न भावनाओं और विचारों को साझा करता है और एक नया संसार बनाता है। उदाहरण के लिए, एक रचनात्मक लेखक अपने लेखों के माध्यम से अपने विचारों को व्यक्त करता है, एक कलाकार अपनी पेंटिंग के माध्यम से अपनी भावनाएं व्यक्त करता है, और एक संगीतकार अपनी संगीत के माध्यम से अनुभवों को साझा करता है। अभिव्यक्ति मानवीय संबंधों, सांस्कृतिक विविधताओं और वैज्ञानिक और तकनीकी विकास के बीच एक मोस्टिफाइंग एजेंट की भूमिका निभाती है। यह सोसायटी को उन्नति और प्रगति की दिशा में प्रेरित करती है। अभिव्यक्ति के माध्यम से, हम अपनी अनंत संभावनाओं को खोज सकते हैं, नए विचारों और धारणाओं को प्रस्तुत करते हैं और अपनी सृजनात्मक प्रकृति को व्यक्त करते हैं। अभिव्यक्ति मानवीय विकास और प्रगति का एक महत्वपूर्ण और अनिवार्य घटक है जो हमें सामाजिक और व्यक्तिगत स्तर पर समृद्ध बनाता है। इसके माध्यम से हम समाज में संप्रदायों, भाषाओं, और सांस्कृतिक मान्यताओं को समझते हैं और सम्मान करते हैं, जिससे विश्वास, सहयोग और समझौता का एक माहौल निर्माण होता है।

इसके आगे पढ़ने के लिए हमारे पेज पर जा कर ब्लॉग को पढ़े

हमसे सम्पर्क करने के लिए – 8251028291
लेखक – Desert Fellow Rakesh Yadav

277 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जीवन
जीवन
Bodhisatva kastooriya
गुजरे हुए लम्हात को का याद किजिए
गुजरे हुए लम्हात को का याद किजिए
VINOD CHAUHAN
यूं मुरादे भी पूरी होगी इक रोज़ ज़रूर पूरी होगी,
यूं मुरादे भी पूरी होगी इक रोज़ ज़रूर पूरी होगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यह आशामय दीप
यह आशामय दीप
Saraswati Bajpai
Echoes By The Harbour
Echoes By The Harbour
Vedha Singh
करपात्री जी का श्राप...
करपात्री जी का श्राप...
मनोज कर्ण
कभी सरल तो कभी सख़्त होते हैं ।
कभी सरल तो कभी सख़्त होते हैं ।
Neelam Sharma
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वासना है तुम्हारी नजर ही में तो मैं क्या क्या ढकूं,
वासना है तुम्हारी नजर ही में तो मैं क्या क्या ढकूं,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
---- विश्वगुरु ----
---- विश्वगुरु ----
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
किसान भैया
किसान भैया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
रंगों का कोई धर्म नहीं होता होली हमें यही सिखाती है ..
रंगों का कोई धर्म नहीं होता होली हमें यही सिखाती है ..
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
कुत्तज़िन्दगी / Musafir baithA
कुत्तज़िन्दगी / Musafir baithA
Dr MusafiR BaithA
🌸 मन संभल जाएगा 🌸
🌸 मन संभल जाएगा 🌸
पूर्वार्थ
हर पल
हर पल
Davina Amar Thakral
I Have No Desire To Be Found At Any Cost
I Have No Desire To Be Found At Any Cost
Manisha Manjari
आलता महावर
आलता महावर
Pakhi Jain
"लकीरों के रंग"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा त्रयी. . . . शमा -परवाना
दोहा त्रयी. . . . शमा -परवाना
sushil sarna
*** बिंदु और परिधि....!!! ***
*** बिंदु और परिधि....!!! ***
VEDANTA PATEL
कहा किसी ने
कहा किसी ने
Surinder blackpen
प्रश्नपत्र को पढ़ने से यदि आप को पता चल जाय कि आप को कौन से
प्रश्नपत्र को पढ़ने से यदि आप को पता चल जाय कि आप को कौन से
Sanjay ' शून्य'
*रिश्ते भैया दूज के, सबसे अधिक पवित्र (कुंडलिया)*
*रिश्ते भैया दूज के, सबसे अधिक पवित्र (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दीवानगी
दीवानगी
Shyam Sundar Subramanian
गुलमोहर
गुलमोहर
डॉ.स्नेहलता
जीवन  के  हर  चरण  में,
जीवन के हर चरण में,
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
मेरे भईया
मेरे भईया
Dr fauzia Naseem shad
3132.*पूर्णिका*
3132.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रीत प्रेम की
प्रीत प्रेम की
Monika Yadav (Rachina)
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
Rajendra Kushwaha
Loading...