Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jan 2017 · 1 min read

अपने होने का अहसास

मैं ढूँढ रहा था जिसे
अंतरिक्ष के उस पार
या सांसों से भी करीब
अंतर्मन के आस पास

क्यों विचलित करती है मुझे
शांति की यूँ बढती प्यास
प्रतिबिंब सा है सच का चेहरा
लक्ष्य की झूठी सी एक आस

क्यों लुभा नहीं पाती हमें
हर घूँट की मधुर मिठास
क्यों तृप्त नहीं करती हमें
सिर्फ अपने होने का अहसास

Language: Hindi
197 Views
You may also like:
ग्रीष्म ऋतु भाग ३
ग्रीष्म ऋतु भाग ३
Vishnu Prasad 'panchotiya'
पुत्र एवं जननी
पुत्र एवं जननी
रिपुदमन झा "पिनाकी"
नौकरी (१)
नौकरी (१)
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’
Kudrat taufe laya hai rang birangi phulo ki
Kudrat taufe laya hai rang birangi phulo ki
Sakshi Tripathi
बंद आंखें कर ये तेरा देखना।
बंद आंखें कर ये तेरा देखना।
सत्य कुमार प्रेमी
वक़्त बुरा यूँ बीत रहा है / उर में विरहा गीत रहा है
वक़्त बुरा यूँ बीत रहा है / उर में विरहा गीत रहा है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
💐प्रेम कौतुक-321💐
💐प्रेम कौतुक-321💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरी धुन में, तेरी याद,
मेरी धुन में, तेरी याद,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
अज़ीब था
अज़ीब था
Mahendra Narayan
पैगाम डॉ अंबेडकर का
पैगाम डॉ अंबेडकर का
Buddha Prakash
जनता के आगे बीन बजाना ठीक नहीं है
जनता के आगे बीन बजाना ठीक नहीं है
कवि दीपक बवेजा
प्यार का बँटवारा
प्यार का बँटवारा
Rajni kapoor
रामफल मंडल (शहीद)
रामफल मंडल (शहीद)
Shashi Dhar Kumar
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
कोई अपना नहीं है
कोई अपना नहीं है
Dr fauzia Naseem shad
#अपनाएं_ये_हथकंडे...
#अपनाएं_ये_हथकंडे...
*Author प्रणय प्रभात*
*शुभ नया यह साल हो (मुक्तक)*
*शुभ नया यह साल हो (मुक्तक)*
Ravi Prakash
" अब मिलने की कोई आस न रही "
Aarti sirsat
सुखों से दूर ही रहते, दुखों के मीत हैं आँसू।
सुखों से दूर ही रहते, दुखों के मीत हैं आँसू।
डॉ.सीमा अग्रवाल
भारत का संविधान
भारत का संविधान
Shekhar Chandra Mitra
🦋 आज की प्रेरणा 🦋
🦋 आज की प्रेरणा 🦋
तरुण सिंह पवार
आत्मा को ही सुनूँगा
आत्मा को ही सुनूँगा
राहुल द्विवेदी 'स्मित'
औरों के धुन से क्या मतलब कोई किसी की नहीं सुनता है !
औरों के धुन से क्या मतलब कोई किसी की नहीं सुनता है !
DrLakshman Jha Parimal
"आग्रह"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
*होली*
*होली*
Shashi kala vyas
साधारण दिखो!
साधारण दिखो!
Suraj kushwaha
नवगीत
नवगीत
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
वाह वाही कभी पाता नहीं हूँ,
वाह वाही कभी पाता नहीं हूँ,
Satish Srijan
Rap song 【4】 - पटना तुम घुमाया
Rap song 【4】 - पटना तुम घुमाया
Nishant prakhar
किसी ने सही ही कहा है कि आप जितनी आगे वाले कि इज्ज़त करोंगे व
किसी ने सही ही कहा है कि आप जितनी आगे वाले कि इज्ज़त करोंगे व
Shankar J aanjna
Loading...