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5 Jun 2022 · 1 min read

✍️मैंने पूछा कलम से✍️

✍️मैंने पूछा कलम से ✍️
————————————–//
मैंने पूछा कलम से
किसके लिये क्या लिखूं ?
कलम ने कहाँ
राम के लिये “मर्यादा”
सीता के लिये “अग्निपरीक्षा”
कृष्ण के लिये “वरदान”
राधा के लिये “प्रेम निराला”
मीरा के लिये “विष का प्याला”
लिखिये।
मैंने लिखा…!
द्रौपदी के लिये “अपमान”

मैंने पूछा कलम से
किसके लिये क्या लिखूं ?
कलम ने कहाँ
भीष्म के लिये “प्रतिज्ञा”
दोर्णाचार्य के लिये “गुरु”
अर्जुन के लिये “धनुर्धर”
भीम के लिये “बलवान”
कर्ण के लिये “दान”
लिखिये।
मैंने लिखा
एकलव्य के लिये “पक्षपात”

मैंने पूछा कलम से
किसके लिये क्या लिखूं ?
कलम ने कहाँ
ग़ालिब के लिये “अंदाज़-ए-बयाँ”
मीर के लिये “क़सीदे”
ख़य्याम के लिये “रुबाई”
फ़ाजली के लिये “नज़्म”
लिखिये।
मैंने लिखा
कैफ़ी के लिये “आवाज़”

मैंने पूछा कलम से
किसके लिये क्या लिखूं ?
कलम ने कहाँ
हरिवंशजी के लिये “मधुशाला”
गुलज़ार के लिये “दर्द”
ज़ावेद के लिये “संवेदना”
राहत के लिये “चाहत”
लिखिये।
मैंने लिखा
दुष्यन्त के लिये “आग”

मैंने पूछा कलम से
किसके लिये क्या लिखूं ?
कलम ने कहाँ
गांधीजी के लिये “अंहिसा”
नेहरूजी के लिये “शांतिदूत”
पटेलजी के लिये “फौलाद”
सुभाषजी के लिये “आझादी”
लिखिए।
मैंने लिखा
भगतसिंह के लिये “मिसाल”

मैंने पूछा कलम से
ख़ुदा के लिये क्या लिखूं ?
कलम ने कहाँ लिखिये।
सिद्धार्थ गौतम के लिये “मार्गदाता”
भीमराव बाबा के लिये “मुक्तिदाता”
———————————————————//
✍️”अशांत”शेखर✍️
05/06/2022

Language: Hindi
6 Likes · 19 Comments · 662 Views
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