Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jun 2017 · 1 min read

?विचार आप कीजिये….?

?? पञ्चचामर छंद ??
शिल्प – ज र ज र ज + गु

?
विचार आप कीजिये, विकास होय देश का।
सुधार आप कीजिये, सुधार होय देश का।
कृपा करो दया करो, करो परोपकार को।
समाज ‘तेज’ सभ्य हो, भरो पुराण सार को।

??????????
? तेज मथुरा✍

Language: Hindi
246 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ नही हो...
कुछ नही हो...
Sapna K S
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
एक नेता
एक नेता
पंकज कुमार कर्ण
शायरी - संदीप ठाकुर
शायरी - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
दम तोड़ते अहसास।
दम तोड़ते अहसास।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
नव्य द्वीप का रहने वाला
नव्य द्वीप का रहने वाला
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
बीत गया प्यारा दिवस,करिए अब आराम।
बीत गया प्यारा दिवस,करिए अब आराम।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
खेत -खलिहान
खेत -खलिहान
नाथ सोनांचली
💐प्रेम कौतुक-490💐
💐प्रेम कौतुक-490💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरी बेटी मेरा अभिमान
मेरी बेटी मेरा अभिमान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
2455.पूर्णिका
2455.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*ए फॉर एप्पल (लघुकथा)*
*ए फॉर एप्पल (लघुकथा)*
Ravi Prakash
*
*"माँ महागौरी"*
Shashi kala vyas
रात हुई गहरी
रात हुई गहरी
Kavita Chouhan
,,........,,
,,........,,
शेखर सिंह
यदि मन में हो संकल्प अडिग
यदि मन में हो संकल्प अडिग
महेश चन्द्र त्रिपाठी
प्यार और विश्वास
प्यार और विश्वास
Harminder Kaur
साल को बीतता देखना।
साल को बीतता देखना।
Brijpal Singh
बेटियाँ
बेटियाँ
Mamta Rani
मेरी चाहत
मेरी चाहत
Namrata Sona
मैं चोरी नहीं करता किसी की,
मैं चोरी नहीं करता किसी की,
Dr. Man Mohan Krishna
माफिया
माफिया
Sanjay ' शून्य'
■ मेरे संस्मरण
■ मेरे संस्मरण
*Author प्रणय प्रभात*
खुशी पाने का जरिया दौलत हो नहीं सकता
खुशी पाने का जरिया दौलत हो नहीं सकता
नूरफातिमा खातून नूरी
स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे
स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे
Ravi Ghayal
अब सच हार जाता है
अब सच हार जाता है
Dr fauzia Naseem shad
“दोस्त हो तो दोस्त बनो”
“दोस्त हो तो दोस्त बनो”
DrLakshman Jha Parimal
दोहे- चार क़दम
दोहे- चार क़दम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बड़बोले बढ़-बढ़ कहें, झूठी-सच्ची बात।
बड़बोले बढ़-बढ़ कहें, झूठी-सच्ची बात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
प्रार्थना के स्वर
प्रार्थना के स्वर
Suryakant Dwivedi
Loading...