Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2017 · 1 min read

,,,,मेरे दिल के अल्फाज,,,,

,,,,मेरे दिल के अल्फाज,,,,

1-कभी हम ने वक़्त को न समझा,,,,
आज वक़्त हमको नही समझ रहा,,,,
और हम है कि इल्जाम उस दिलनाज पे रहे है,,,

2-मानता हूं कि गुन्हेगार हु तेरा,,,,
मगर इतना मुँह न खोल मेरे खिलाफ राजदार भी हूँ तेरा,,,

3-तेरा होके किसी और का होने को कहा जी चाहता है,,,
ये दुनिया बहुत सोचती है कि ये मनु क्यो इसी को चाहता है,,,

4-आज तो न जाने कैसे कैसे हालत हो रहे है,,,,,
में सोने को हूँ और दोस्तो के सवालात हो रहे है,,,,

5-इतनी भी नादन और अनजान नही हूँ की आपकी धड़कन और साँसों की सरगर्मी न समझू,,,
6-बर्फ कितना कड़क हो जाये ,,,,
आखिर में पानी ही होना है पानी को,,,

8-में दूर हो नही सकता क्यों कि किरदार हूँ उसकी कहानी में,,
वो आये तो लगा कि कुछ मिला इस जिंदगानी में,,,,

9-मेरी रजा से क्या होने बाला था,,,,
इस दिल की हर जगह पर तो सिर्फ उसका ही बोलबाला था,,,,

10-बताओ तो सही तुम्हारी वो अदा कहा गयी,,,,
दरवाजे के पीछे से भी तुमने मनु को अपना बना लिया था,,,,
मानक लाल मनु,,,,
सरस्वती साहित्य परिषद,,,,,

Language: Hindi
Tag: शेर
443 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*आज का संदेश*
*आज का संदेश*
*Author प्रणय प्रभात*
दोस्ती....
दोस्ती....
Harminder Kaur
मनमुटाव अच्छा नहीं,
मनमुटाव अच्छा नहीं,
sushil sarna
मानते हो क्यों बुरा तुम , लिखे इस नाम को
मानते हो क्यों बुरा तुम , लिखे इस नाम को
gurudeenverma198
रक्षा में हत्या / मुसाफ़िर बैठा
रक्षा में हत्या / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
💐Prodigy Love-45💐
💐Prodigy Love-45💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Sometimes…
Sometimes…
पूर्वार्थ
यक्ष प्रश्न
यक्ष प्रश्न
Manu Vashistha
अवधी स्वागत गीत
अवधी स्वागत गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
*
*"बीजणा" v/s "बाजणा"* आभूषण
लोककवि पंडित राजेराम संगीताचार्य
आस्था और चुनौती
आस्था और चुनौती
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
*प्रश्नोत्तर अज्ञानी की कलम*
*प्रश्नोत्तर अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
"तुलना"
Dr. Kishan tandon kranti
ଅଦିନ ଝଡ
ଅଦିନ ଝଡ
Bidyadhar Mantry
*हम नदी के दो किनारे*
*हम नदी के दो किनारे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जागी जवानी
जागी जवानी
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मेरे दिल मे रहा जुबान पर आया नहीं....!
मेरे दिल मे रहा जुबान पर आया नहीं....!
Deepak Baweja
फ़साने
फ़साने
अखिलेश 'अखिल'
थे कितने ख़ास मेरे,
थे कितने ख़ास मेरे,
Ashwini Jha
*****राम नाम*****
*****राम नाम*****
Kavita Chouhan
सेर (शृंगार)
सेर (शृंगार)
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
जल उठी है फिर से आग नफ़रतों की ....
जल उठी है फिर से आग नफ़रतों की ....
shabina. Naaz
राजयोग आलस्य का,
राजयोग आलस्य का,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
नेता पक रहा है
नेता पक रहा है
Sanjay ' शून्य'
*नजर बदलो नजरिए को, बदलने की जरूरत है (मुक्तक)*
*नजर बदलो नजरिए को, बदलने की जरूरत है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
बारम्बार प्रणाम
बारम्बार प्रणाम
Pratibha Pandey
🌸दे मुझे शक्ति🌸
🌸दे मुझे शक्ति🌸
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
रोज रात जिन्दगी
रोज रात जिन्दगी
Ragini Kumari
🌹🌹🌹शुभ दिवाली🌹🌹🌹
🌹🌹🌹शुभ दिवाली🌹🌹🌹
umesh mehra
माँ कहने के बाद भला अब, किस समर्थ कुछ देने को,
माँ कहने के बाद भला अब, किस समर्थ कुछ देने को,
pravin sharma
Loading...