Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Mar 2017 · 1 min read

बरसे है रंग……………….. होली आई आज

बरसे है रंग और उड़े है गुलाल
होली आई, होली आई, होली आई आज
सुर भी है ताल और गीतों के साथ
होली आई, होली आई, होली आई आज

बरसे है रंग……………….. होली आई आज

मिल बाँटे आओ खुशियों को
कलरफुल हों सब दिल देखो
मस्ती का रंग ऊपर चढ़ा लो यार
ब्यूटीफुल हो ये होली का त्यौहार

बरसे है रंग……………….. होली आई आज

जाति – धर्म कोई भेद ना भाव
अमीरी – गरीबी के दूर हों भाव
मन को रंगे कोई रंगता है गाल
साली रंगे कोई भावी को आज

बरसे है रंग……………….. होली आई आज

ऐसे रंग में हमको तुम रंगना सजन
सारी उमर जाये बीत छूटे ना रंग
प्यार की पिचकारी भर डालो ना आज
राधा – कृष्ण जैसे खेले होली हो आज

बरसे है रंग……………….. होली आई आज

“सभी मित्रों को होली की हार्दिक शुभकामनायें”

“मनोज कुमार”

Language: Hindi
Tag: गीत
496 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*किले में योगाभ्यास*
*किले में योगाभ्यास*
Ravi Prakash
मेरी तो धड़कनें भी
मेरी तो धड़कनें भी
हिमांशु Kulshrestha
नयी सुबह
नयी सुबह
Kanchan Khanna
मंटू और चिड़ियाँ
मंटू और चिड़ियाँ
SHAMA PARVEEN
"ख़्वाहिशें"
Dr. Kishan tandon kranti
फगुनाई मन-वाटिका,
फगुनाई मन-वाटिका,
Rashmi Sanjay
*
*"मुस्कराहट"*
Shashi kala vyas
If We Are Out Of Any Connecting Language.
If We Are Out Of Any Connecting Language.
Manisha Manjari
मेरा जो प्रश्न है उसका जवाब है कि नहीं।
मेरा जो प्रश्न है उसका जवाब है कि नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
जीवन को जीतती हैं
जीवन को जीतती हैं
Dr fauzia Naseem shad
समय
समय
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जय भोलेनाथ ।
जय भोलेनाथ ।
Anil Mishra Prahari
■ शुभ धन-तेरस।।
■ शुभ धन-तेरस।।
*Author प्रणय प्रभात*
माना के गुनाहगार बहुत हू
माना के गुनाहगार बहुत हू
shabina. Naaz
रणक्षेत्र बना अब, युवा उबाल
रणक्षेत्र बना अब, युवा उबाल
प्रेमदास वसु सुरेखा
कोशिश करना आगे बढ़ना
कोशिश करना आगे बढ़ना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Shyam Sundar Subramanian
कमज़ोर सा एक लम्हा
कमज़ोर सा एक लम्हा
Surinder blackpen
मुद्दतों बाद खुद की बात अपने दिल से की है
मुद्दतों बाद खुद की बात अपने दिल से की है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
कवि
कवि
Pt. Brajesh Kumar Nayak
“बप्पा रावल” का इतिहास
“बप्पा रावल” का इतिहास
Ajay Shekhavat
ख़याल
ख़याल
नन्दलाल सुथार "राही"
हाजीपुर
हाजीपुर
Hajipur
कितना भी  कर लो जतन
कितना भी कर लो जतन
Paras Nath Jha
रणचंडी बन जाओ तुम
रणचंडी बन जाओ तुम
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
यूँ तो कही दफ़ा पहुँची तुम तक शिकायत मेरी
यूँ तो कही दफ़ा पहुँची तुम तक शिकायत मेरी
'अशांत' शेखर
गुरु
गुरु
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
2782. *पूर्णिका*
2782. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गर्दिश में सितारा
गर्दिश में सितारा
Shekhar Chandra Mitra
प्रेम और घृणा दोनों ऐसे
प्रेम और घृणा दोनों ऐसे
Neelam Sharma
Loading...