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20 Aug 2017 · 1 min read

तू क्या है

तू क्या है-
जिन्दगी अक्सर मुझसे सवाल करती है
कुछ समझनें समझानें की कोशिशें बार बार करती है
नज्म में सिमटे हुए उलझे हुए अल्फाज
या के बीना के तारों मे छिपे सरगम का राज
तू क्या है-जिन्दगी मुझसे अक्सर सवाल करती है
कुछ समझने समझाने की कोशिशें बार बार करती है
हँसते हुए लफ्जों मे छुपा हुआ सा दर्द
या खुशी में छलका हुआ चश्म-ए-अश्क
तू क्या है-
जिन्दगी मुझसे अक्सर सवाल करती है
कुछ समझने समझाने की कोशिशें बार बार करती है… M.T.”Ayen”

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