Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Apr 2017 · 1 min read

तभीआनंदित हृदयअविराम हो |

जागरण दीपक बनो, सम्मान हो |
विचारों की सुगति की पहचान हो |
स्वयं को विकसित करो, निज तम हरो |
तभी आनंदित हृदयअविराम हो |

बृजेश कुमार नायक
“जागा हिंदुस्तान चाहिए” एवं “कौंच सुऋषि आलोक” कृतियों के प्रणेता

Language: Hindi
540 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak
View all
You may also like:
जंगल का रिवाज़
जंगल का रिवाज़
Shekhar Chandra Mitra
* चलते रहो *
* चलते रहो *
surenderpal vaidya
Gazal
Gazal
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मासुमियत - बेटी हूँ मैं।
मासुमियत - बेटी हूँ मैं।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
सर्दी में जलती हुई आग लगती हो
सर्दी में जलती हुई आग लगती हो
Jitendra Chhonkar
नन्ही मिष्ठी
नन्ही मिष्ठी
Manu Vashistha
करवाचौथ
करवाचौथ
Surinder blackpen
जय श्री राम
जय श्री राम
Neha
साथ हो एक मगर खूबसूरत तो
साथ हो एक मगर खूबसूरत तो
ओनिका सेतिया 'अनु '
स्याही की मुझे जरूरत नही
स्याही की मुझे जरूरत नही
Aarti sirsat
.......
.......
शेखर सिंह
*** अरमान....!!! ***
*** अरमान....!!! ***
VEDANTA PATEL
हमने देखा है हिमालय को टूटते
हमने देखा है हिमालय को टूटते
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तभी लोगों ने संगठन बनाए होंगे
तभी लोगों ने संगठन बनाए होंगे
Maroof aalam
■ कितना वदल गया परिवेश।।😢😢
■ कितना वदल गया परिवेश।।😢😢
*Author प्रणय प्रभात*
यार
यार
अखिलेश 'अखिल'
"कलम की ताकत"
Dr. Kishan tandon kranti
प्याली से चाय हो की ,
प्याली से चाय हो की ,
sushil sarna
जीने का सलीका
जीने का सलीका
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
चतुर लोमड़ी
चतुर लोमड़ी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जिस समय से हमारा मन,
जिस समय से हमारा मन,
नेताम आर सी
शौक में नहीं उड़ता है वो, उड़ना उसकी फक्र पहचान है,
शौक में नहीं उड़ता है वो, उड़ना उसकी फक्र पहचान है,
manjula chauhan
ख्वाबों में भी तेरा ख्याल मुझे सताता है
ख्वाबों में भी तेरा ख्याल मुझे सताता है
Bhupendra Rawat
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सजन के संग होली में, खिलें सब रंग होली में।
सजन के संग होली में, खिलें सब रंग होली में।
डॉ.सीमा अग्रवाल
💐प्रेम कौतुक-554💐
💐प्रेम कौतुक-554💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कुछ लोग तुम्हारे हैं यहाँ और कुछ लोग हमारे हैं /लवकुश यादव
कुछ लोग तुम्हारे हैं यहाँ और कुछ लोग हमारे हैं /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
निर्णय
निर्णय
Dr fauzia Naseem shad
साहित्य में साहस और तर्क का संचार करने वाले लेखक हैं मुसाफ़िर बैठा : ARTICLE – डॉ. कार्तिक चौधरी
साहित्य में साहस और तर्क का संचार करने वाले लेखक हैं मुसाफ़िर बैठा : ARTICLE – डॉ. कार्तिक चौधरी
Dr MusafiR BaithA
*लक्ष्य सनातन देश, परम वैभव संपन्न बनाना【मुक्तक】*
*लक्ष्य सनातन देश, परम वैभव संपन्न बनाना【मुक्तक】*
Ravi Prakash
Loading...