Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jun 2016 · 1 min read

जहां पर गलतियों का मेरी मंजर ख़त्म होता है —ग़ज़ल।

गजल
जहां पर गलतियों का मेरी मंजर ख़त्म होता है
वही जीवन का मुश्किल वक्त अक्सर ख़त्म होता है

मगर इल्जाम से पहले न देखा आइना खुद जब
जहानत का वो दावा फिर यहीं पर ख़त्म होता है

बड़े मौके तुम्हारे सामने आकर खड़े होंगे
न हिम्मत हारना जब एक अवसर ख़त्म होता है

सफीना डूबने का डर रहेगा तब तलक उसको
के जब तक चापलूसों का न लश्कर ख़त्म होता है

रुके सदियों से पलकों पर इन्हें बहने दो के जब तक
जमीं से आसमां तक का समंदर ख़त्म होता है

जफ़ा के तीर चुभते हैं जिगर में दर्द सा रहता
मुझे अब देखना कब ये जिगर पर ख़त्म होता हैं

उड़ूँगी हौसलो के पर लगा ऊंची उड़ाने अब
जहां तक फैला सारा ही ये अम्बर ख़त्म होता है

किसी ने कह लिया होता किसी ने सुन लिया होता
यहां का आपसी झगड़ा तो मिलकर ख़त्म होता है

कसक गम दर्द बिन जीवन न जीवन ही लगे निर्मल
मेरा हर दर्द थोड़ी चोट खाकर ख़त्म होता है

4 Comments · 254 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
क्यों नहीं निभाई तुमने, मुझसे वफायें
क्यों नहीं निभाई तुमने, मुझसे वफायें
gurudeenverma198
जीत से बातचीत
जीत से बातचीत
Sandeep Pande
23/120.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/120.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बहुत से लोग तो तस्वीरों में ही उलझ जाते हैं ,उन्हें कहाँ होश
बहुत से लोग तो तस्वीरों में ही उलझ जाते हैं ,उन्हें कहाँ होश
DrLakshman Jha Parimal
जीवन दर्शन मेरी नज़र से. .
जीवन दर्शन मेरी नज़र से. .
Satya Prakash Sharma
पल परिवर्तन
पल परिवर्तन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
वयम् संयम
वयम् संयम
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
आपका दु:ख किसी की
आपका दु:ख किसी की
Aarti sirsat
क्राई फॉर लव
क्राई फॉर लव
Shekhar Chandra Mitra
भ्रात-बन्धु-स्त्री सभी,
भ्रात-बन्धु-स्त्री सभी,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सफ़र आसान हो जाए मिले दोस्त ज़बर कोई
सफ़र आसान हो जाए मिले दोस्त ज़बर कोई
आर.एस. 'प्रीतम'
रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद।
रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद।
डॉ.सीमा अग्रवाल
काश आज चंद्रमा से मुलाकाकत हो जाती!
काश आज चंद्रमा से मुलाकाकत हो जाती!
पूर्वार्थ
सुंदरता विचारों में सफर करती है,
सुंदरता विचारों में सफर करती है,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
जीवन अगर आसान नहीं
जीवन अगर आसान नहीं
Dr.Rashmi Mishra
■ एक शाश्वत सच
■ एक शाश्वत सच
*Author प्रणय प्रभात*
*राज दिल के वो हम से छिपाते रहे*
*राज दिल के वो हम से छिपाते रहे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जिंदगी भर हमारा साथ रहे जरूरी तो नहीं,
जिंदगी भर हमारा साथ रहे जरूरी तो नहीं,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
एक ख्वाब सजाया था मैंने तुमको सोचकर
एक ख्वाब सजाया था मैंने तुमको सोचकर
डॉ. दीपक मेवाती
"बेज़ारी" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
#नैमिषारण्य_यात्रा
#नैमिषारण्य_यात्रा
Ravi Prakash
गुमराह होने के लिए, हम निकल दिए ,
गुमराह होने के लिए, हम निकल दिए ,
Smriti Singh
हर क्षण का
हर क्षण का
Dr fauzia Naseem shad
"पानी"
Dr. Kishan tandon kranti
अध्यात्म का अभिसार
अध्यात्म का अभिसार
Dr.Pratibha Prakash
विषय - पर्यावरण
विषय - पर्यावरण
Neeraj Agarwal
सुखी को खोजन में जग गुमया, इस जग मे अनिल सुखी मिला नहीं पाये
सुखी को खोजन में जग गुमया, इस जग मे अनिल सुखी मिला नहीं पाये
Anil chobisa
You are not born
You are not born
Vandana maurya
Loading...