Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jun 2016 · 1 min read

जनम का मौत से नाता

बहुत मज़बूत होता है जनम का मौत से नाता
जरुरी है मिलन इनका समय लिख साथ में आता
न तेरा है न मेरा कुछ जहाँ में जानते हैं सब
न माया मोह पर हमसे न देखो छूट ही पाता

डॉ अर्चना गुप्ता

Language: Hindi
1 Comment · 346 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
💐प्रेम कौतुक-427💐
💐प्रेम कौतुक-427💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
????????
????????
शेखर सिंह
यह सुहाना सफर अभी जारी रख
यह सुहाना सफर अभी जारी रख
Anil Mishra Prahari
सत्य साधना -हायकु मुक्तक
सत्य साधना -हायकु मुक्तक
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
रात
रात
SHAMA PARVEEN
तेरी आंखों में है जादू , तेरी बातों में इक नशा है।
तेरी आंखों में है जादू , तेरी बातों में इक नशा है।
B S MAURYA
पल भर की खुशी में गम
पल भर की खुशी में गम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी
करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी
आर.एस. 'प्रीतम'
मैनें प्रत्येक प्रकार का हर दर्द सहा,
मैनें प्रत्येक प्रकार का हर दर्द सहा,
Aarti sirsat
हम न रोएंगे अब किसी के लिए।
हम न रोएंगे अब किसी के लिए।
सत्य कुमार प्रेमी
मन की बात
मन की बात
पूर्वार्थ
2829. *पूर्णिका*
2829. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*यार के पैर  जहाँ पर वहाँ  जन्नत है*
*यार के पैर जहाँ पर वहाँ जन्नत है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
उम्र अपना निशान
उम्र अपना निशान
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
दिन गुज़रते रहे रात होती रही।
दिन गुज़रते रहे रात होती रही।
डॉक्टर रागिनी
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
मेरे रहबर मेरे मालिक
मेरे रहबर मेरे मालिक
gurudeenverma198
शुभ संकेत जग ज़हान भारती🙏
शुभ संकेत जग ज़हान भारती🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बचपन-सा हो जाना / (नवगीत)
बचपन-सा हो जाना / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
माँ
माँ
Sidhartha Mishra
दूर तलक कोई नजर नहीं आया
दूर तलक कोई नजर नहीं आया
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
लालच
लालच
Vandna thakur
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वो मुझे
वो मुझे "चिराग़" की ख़ैरात" दे रहा है
Dr Tabassum Jahan
आपको जीवन में जो कुछ भी मिले उसे सहर्ष स्वीकार करते हुए उसका
आपको जीवन में जो कुछ भी मिले उसे सहर्ष स्वीकार करते हुए उसका
Tarun Singh Pawar
तनावमुक्त
तनावमुक्त
Kanchan Khanna
"उल्फ़त के लिबासों में, जो है वो अदावत है।
*Author प्रणय प्रभात*
मोर
मोर
Manu Vashistha
जरुरी नहीं कि
जरुरी नहीं कि
Sangeeta Beniwal
Loading...