Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Mar 2017 · 1 min read

आ जा चित्तवन के चकोर

स्वर्णिम यौवन का सागर-अपार
टकरा रहा तन से बारंबार
विपुल स्नेह से सींचित् ज्वार
रसमय अह्लादित करता पुकार
अन्तःस्थल में उठता हिलोर
आ जा ! चित्तवन के चकोर !
सुरभित- सावन मधुमास बिता
फाल्गुन का हर उत्पात फीका
अंतरत्तम में हिय रिस चुका
अवचेतन, मन रिक्त सब अभिलेखा
है पतझड़ कब का मचाता शोर
आ जा चित्तवन के चकोर !
हिय मधुरस घोले अन्वेषण में
हो अवचेतन डोले अवशोषण में
रस – सिक्त ह्रदय खोले , मधुमय पोषण में
अहा ! निरवता में बोले कैसा रोषण में
विस्मित यौवन व्यथित हर छोर
आ जा चित्तवन के चकोर !
है सुख रही अधरों की मीठास
जीवन – पथ में सरस बहारों की आस
सदृश स्वप्न अवलंबित सुख की तलाश
मेघ आच्छादित पलकों की बुझति चिर प्यास
बरसे अधरामृत , पी , बढता चल यौवन की ओर
आ जा चित्तवन के चकोर !
मन चंचल चित्तवन में डोले
झीना यौवन मधुरस घोले
घिरा अंतस् में प्यासा बोले
किससे मधुरम् प्रतिबिंब खोले !

हिय डूब रहा रस में विभोर
आ जा चित्तवन के चकोर !

प्रणय निवेदन है तुमसे
नव – तुषार के बिंदु बने हो
यौवन – प्रवाह में सतत् – उन्मत्त
ज्यों विकल – वेदना मध्य सने हो
उफनाति लहरें व्यथित हर छोर
आ जा चित्तवन के चकोर !

©
कवि पं आलोक पान्डेय

Language: Hindi
1 Like · 548 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सच जिंदा रहे(मुक्तक)
सच जिंदा रहे(मुक्तक)
दुष्यन्त 'बाबा'
जेसे दूसरों को खुशी बांटने से खुशी मिलती है
जेसे दूसरों को खुशी बांटने से खुशी मिलती है
shabina. Naaz
सरस्वती वंदना-5
सरस्वती वंदना-5
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मैथिली हाइकु / Maithili Haiku
मैथिली हाइकु / Maithili Haiku
Binit Thakur (विनीत ठाकुर)
समझ मत मील भर का ही, सृजन संसार मेरा है ।
समझ मत मील भर का ही, सृजन संसार मेरा है ।
Ashok deep
రామయ్య మా రామయ్య
రామయ్య మా రామయ్య
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
2862.*पूर्णिका*
2862.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
महापुरुषों की सीख
महापुरुषों की सीख
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तुम्हारा चश्मा
तुम्हारा चश्मा
Dr. Seema Varma
तुम पंख बन कर लग जाओ
तुम पंख बन कर लग जाओ
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
* आ गया बसंत *
* आ गया बसंत *
surenderpal vaidya
💐प्रेम कौतुक-236💐
💐प्रेम कौतुक-236💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
छैल छबीली
छैल छबीली
Mahesh Tiwari 'Ayan'
वक़्त का आईना
वक़्त का आईना
Shekhar Chandra Mitra
अपना समझकर ही गहरे ज़ख्म दिखाये थे
अपना समझकर ही गहरे ज़ख्म दिखाये थे
'अशांत' शेखर
जीना है तो ज़माने के रंग में रंगना पड़ेगा,
जीना है तो ज़माने के रंग में रंगना पड़ेगा,
_सुलेखा.
घर के किसी कोने में
घर के किसी कोने में
आकांक्षा राय
संवेदना
संवेदना
Neeraj Agarwal
यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी।
यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी।
Taj Mohammad
ज्ञान क्या है
ज्ञान क्या है
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दुश्मनी इस तरह निभायेगा ।
दुश्मनी इस तरह निभायेगा ।
Dr fauzia Naseem shad
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] अध्याय- 5
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] अध्याय- 5
Pravesh Shinde
किरायेदार
किरायेदार
Keshi Gupta
मैं नारी हूं...!
मैं नारी हूं...!
singh kunwar sarvendra vikram
दिमाग नहीं बस तकल्लुफ चाहिए
दिमाग नहीं बस तकल्लुफ चाहिए
Pankaj Sen
तेरे संग ये जिंदगी बिताने का इरादा था।
तेरे संग ये जिंदगी बिताने का इरादा था।
Surinder blackpen
*शादी के खर्चे बढ़े, महॅंगा होटल भोज(कुंडलिया)*
*शादी के खर्चे बढ़े, महॅंगा होटल भोज(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मुझे तेरी जरूरत है
मुझे तेरी जरूरत है
Basant Bhagawan Roy
"कब तक हम मौन रहेंगे "
DrLakshman Jha Parimal
Loading...