Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Mar 2017 · 1 min read

** आजा मेरे पिऊ **

पपिया बोले पीयू पीयू
अब कैसे मै जिऊं
बादल बिन बरसात
कैसे प्यास ये बुझे
स्वाति बूंद ना गिरे
अब प्राण ये घिरे
मत तरसा हिये को तूं
अब बरसा दे दो बूंद
ना अब तड़पा ना यूं
अब आजा मेरे पीऊ
पपीहा बोले पीयू पीयू ।।
?मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 280 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
मैं क्या लिखूँ
मैं क्या लिखूँ
Aman Sinha
Prastya...💐
Prastya...💐
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
होंठ को छू लेता है सबसे पहले कुल्हड़
होंठ को छू लेता है सबसे पहले कुल्हड़
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"शुक्रगुजार करो"
Dr. Kishan tandon kranti
वही हसरतें वही रंजिशे ना ही दर्द_ए_दिल में कोई कमी हुई
वही हसरतें वही रंजिशे ना ही दर्द_ए_दिल में कोई कमी हुई
शेखर सिंह
तुम्हारे लिए हम नये साल में
तुम्हारे लिए हम नये साल में
gurudeenverma198
भीनी भीनी आ रही सुवास है।
भीनी भीनी आ रही सुवास है।
Omee Bhargava
ग़ज़ल एक प्रणय गीत +रमेशराज
ग़ज़ल एक प्रणय गीत +रमेशराज
कवि रमेशराज
हर राह मौहब्बत की आसान नहीं होती ।
हर राह मौहब्बत की आसान नहीं होती ।
Phool gufran
उसकी अदा
उसकी अदा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
प्यार
प्यार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वाक़िफ नहीं है कोई
वाक़िफ नहीं है कोई
Dr fauzia Naseem shad
गं गणपत्ये! माँ कमले!
गं गणपत्ये! माँ कमले!
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
टाँग इंग्लिश की टूटी (कुंडलिया)
टाँग इंग्लिश की टूटी (कुंडलिया)
Ravi Prakash
एक ऐसी दुनिया बनाऊँगा ,
एक ऐसी दुनिया बनाऊँगा ,
Rohit yadav
पति
पति
लक्ष्मी सिंह
चाय और सिगरेट
चाय और सिगरेट
आकाश महेशपुरी
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
2557.पूर्णिका
2557.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
"मित्रता"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जब जब जिंदगी में  अंधेरे आते हैं,
जब जब जिंदगी में अंधेरे आते हैं,
Dr.S.P. Gautam
जो भी मिलता है दिलजार करता है
जो भी मिलता है दिलजार करता है
कवि दीपक बवेजा
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
समर्पण
समर्पण
Sanjay ' शून्य'
Bundeli Doha pratiyogita-149th -kujane
Bundeli Doha pratiyogita-149th -kujane
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
কিছু ভালবাসার গল্প অমর হয়ে রয়
কিছু ভালবাসার গল্প অমর হয়ে রয়
Sakhawat Jisan
आहिस्ता आहिस्ता मैं अपने दर्द मे घुलने लगा हूँ ।
आहिस्ता आहिस्ता मैं अपने दर्द मे घुलने लगा हूँ ।
Ashwini sharma
कभी कभी
कभी कभी
Shweta Soni
रक्षा बन्धन पर्व ये,
रक्षा बन्धन पर्व ये,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...