तुम्हारे लिए हम नये साल में
तुम्हारे लिए हम नये साल में, इसके सिवा और दुहा क्या करें।
हमेशा खुश और सुखी रहे तू , आबाद सदा तुमको रब करें।।
तुम्हारे लिए हम नये साल में———————।।
जमाने की बुरी नजर से सदा,ईश्वर तुमको बचाकर रखें।
तेरा गुलशन इन फूलों का, महका हमेशा ईश्वर रखें।।
तेरा चमन यह आबाद रहे, रौनक सदा तेरे ऑंगन रहें।
तुम्हारे लिए हम नये साल में—————।।
जहाँ भी जाये तेरे साथ हो,फूलों की खुशबू ,चांद सितारें।
स्वागत करें तेरा पग पग पर, जमीं पर हसीन ये नजारें।।
हर आदमी सिर झुकाये तुम्हें , नाम तेरा हर लब पे रहे।
तुम्हारे लिए हम नये साल——————-।।
तेरी आँखों में ऑंसू नहीं हो, मुलाकात गम से नहीं हो तेरी।कभी ना रूठे प्यार हमारा, तकरार हो चाहे खूब तेरी मेरी।।
मरे तेरे दुश्मन जो है यहाँ पर, सलामत हमेशा तू यहाँ रहे।
तुम्हारे लिए हम नये साल में——————–।।
तुम्हारे सिवा हम किसकी यहाँ, तारीफ और इनायत करें।
लगते हो अच्छे तुम ही हमें, क्यों और से मोहब्बत करें।।
दामन सदा तेरा आबाद हो,अपना यह रिश्ता हमेशा रहे।
तुम्हारे लिए हम नये साल में————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)