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9 Oct 2017 · 1 min read

** अभी बाकी है **

अभी बाकी है कुछ लम्हे मुझे ओर जीने दे

क्या फ़र्क पड़ता है मुझे कुछ ओर पीने दे

दरख्त भी सूखते हैं वक्त आने पर ऐ ‘मधुप’

जीना बहुत हुआ मरमर जीने के लिए पीने दे ।।
?मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 428 Views
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