Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Oct 2016 · 1 min read

अंतर्तम प्रकाशित कर लो

भौतिक जग में उजियारे संग
अतंर्तम प्रकाशित कर लो ।
जय पाओ मन के अंधियारे पर
अंधकार धरा का सब हर लो ।

करें कामना सबके हित की
सबके हित में अपना हित हो
दीप जलें तो जलें प्रेम के
द्वेष भरा न कोई चित्त हो ।

डॉ रीता
आया नगर,नई दिल्ली ।

Language: Hindi
262 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rita Singh
View all
You may also like:
तुम याद आ गये
तुम याद आ गये
Surinder blackpen
🍀🌺🍀🌺🍀🌺🍀🌺🍀🌺🍀🍀🌺🍀🌺🍀
🍀🌺🍀🌺🍀🌺🍀🌺🍀🌺🍀🍀🌺🍀🌺🍀
subhash Rahat Barelvi
गर्मी
गर्मी
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
बचपन याद किसे ना आती ?
बचपन याद किसे ना आती ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
किसी की छोटी-छोटी बातों को भी,
किसी की छोटी-छोटी बातों को भी,
नेताम आर सी
--कहाँ खो गया ज़माना अब--
--कहाँ खो गया ज़माना अब--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
"सम्भावना"
Dr. Kishan tandon kranti
गुमशुदा लोग
गुमशुदा लोग
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
माँ दुर्गा मुझे अपना सहारा दो
माँ दुर्गा मुझे अपना सहारा दो
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
देते ऑक्सीजन हमें, बरगद पीपल नीम (कुंडलिया)
देते ऑक्सीजन हमें, बरगद पीपल नीम (कुंडलिया)
Ravi Prakash
दलित साहित्य के महानायक : ओमप्रकाश वाल्मीकि
दलित साहित्य के महानायक : ओमप्रकाश वाल्मीकि
Dr. Narendra Valmiki
सुबह – सुबह की भीनी खुशबू
सुबह – सुबह की भीनी खुशबू
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
“ लिफाफे का दर्द ”
“ लिफाफे का दर्द ”
DrLakshman Jha Parimal
यायावर
यायावर
Satish Srijan
আমি তোমাকে ভালোবাসি
আমি তোমাকে ভালোবাসি
Otteri Selvakumar
💐प्रेम कौतुक-364💐
💐प्रेम कौतुक-364💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नम्रता
नम्रता
ओंकार मिश्र
Kohre ki bunde chhat chuki hai,
Kohre ki bunde chhat chuki hai,
Sakshi Tripathi
..........लहजा........
..........लहजा........
Naushaba Suriya
ईमानदारी की ज़मीन चांद है!
ईमानदारी की ज़मीन चांद है!
Dr MusafiR BaithA
अधमी अंधकार ....
अधमी अंधकार ....
sushil sarna
क्या कर लेगा कोई तुम्हारा....
क्या कर लेगा कोई तुम्हारा....
Suryakant Dwivedi
मैं पापी प्रभु उर अज्ञानी
मैं पापी प्रभु उर अज्ञानी
कृष्णकांत गुर्जर
कानून लचर हो जहाँ,
कानून लचर हो जहाँ,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शिव अराधना
शिव अराधना
नवीन जोशी 'नवल'
जाने दिया
जाने दिया
Kunal Prashant
कहना ही है
कहना ही है
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
किस दौड़ का हिस्सा बनाना चाहते हो।
किस दौड़ का हिस्सा बनाना चाहते हो।
Sanjay ' शून्य'
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...