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28 Apr 2017 · 1 min read

आदमी

कभी टूटे खिलोने के लिए रोये
कभी टूटे दिल से भी मुस्कराये
जाने कौन सी मिट्टी से बना है आदमी
सूखकर, टूटकर , बिखरकर
फिर से खिल जाये
,,,,लक्ष्य@myprerna

Language: Hindi
2 Comments · 347 Views
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