Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Mar 2024 · 1 min read

What is FAMILY?

What is FAMILY?
FAMILY is a beautiful and unique bond that goes beyond biology. It’s a group of people who love and care for each other unconditionally. FAMILY can include your parents, siblings, grandparents, aunts, uncles, and cousins, but it’s not limited to just blood relations. FAMILY can also be the friends who have become like family, the people who support you and stand by your side through thick and thin. It’s about creating a sense of belonging, trust, and shared experiences. Family is where you find love, support, and a place to call home.

453 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शिकवा ,गिला
शिकवा ,गिला
Dr fauzia Naseem shad
नफ़रत कि आग में यहां, सब लोग जल रहे,
नफ़रत कि आग में यहां, सब लोग जल रहे,
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
प्रबल वेग बरसात का,
प्रबल वेग बरसात का,
sushil sarna
मैने देखा नहीं है कोई चाँद
मैने देखा नहीं है कोई चाँद
VINOD CHAUHAN
रहो तुम स्वस्थ्य जीवन भर, सफलता चूमले तुझको,
रहो तुम स्वस्थ्य जीवन भर, सफलता चूमले तुझको,
DrLakshman Jha Parimal
Be with someone you can call
Be with someone you can call "home".
पूर्वार्थ
1B_ वक्त की ही बात है
1B_ वक्त की ही बात है
Kshma Urmila
सफलता की ओर
सफलता की ओर
Vandna Thakur
जाने कितनी बार गढ़ी मूर्ति तेरी
जाने कितनी बार गढ़ी मूर्ति तेरी
Saraswati Bajpai
मां तौ मां हैं 💓
मां तौ मां हैं 💓
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
सावन
सावन
Shriyansh Gupta
🙅आज का सवाल🙅
🙅आज का सवाल🙅
*प्रणय*
हिंदी दोहे - उस्सव
हिंदी दोहे - उस्सव
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
लम्बे सफ़र पर चलते-चलते ना जाने...
लम्बे सफ़र पर चलते-चलते ना जाने...
Ajit Kumar "Karn"
मेरे दो अनमोल रत्न
मेरे दो अनमोल रत्न
Ranjeet kumar patre
राम नाम  हिय राख के, लायें मन विश्वास।
राम नाम हिय राख के, लायें मन विश्वास।
Vijay kumar Pandey
सफलता
सफलता
Raju Gajbhiye
पीड़ादायक होता है
पीड़ादायक होता है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
11) “कोरोना एक सबक़”
11) “कोरोना एक सबक़”
Sapna Arora
संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है।
संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है।
Mohan Pandey
क्या हुआ गर तू है अकेला इस जहां में
क्या हुआ गर तू है अकेला इस जहां में
gurudeenverma198
ദുരന്തം.
ദുരന്തം.
Heera S
भव्य भू भारती
भव्य भू भारती
लक्ष्मी सिंह
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बेगुनाही एक गुनाह
बेगुनाही एक गुनाह
Shekhar Chandra Mitra
जीवन के रूप (कविता संग्रह)
जीवन के रूप (कविता संग्रह)
Pakhi Jain
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
Paras Nath Jha
4722.*पूर्णिका*
4722.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"तू ही तू है"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...