Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Nov 2021 · 1 min read

We can’t be , “mean”

We are very sorry

that we could not be like those words

Which has two meanings…

Umendra kumar

Language: English
Tag: Article
477 Views

You may also like these posts

मायका
मायका
Mansi Kadam
किसी वस्तु की कीमत किसी व्यक्ति को तब समझ में आती है जब वो उ
किसी वस्तु की कीमत किसी व्यक्ति को तब समझ में आती है जब वो उ
Rj Anand Prajapati
रतन टाटा
रतन टाटा
Satish Srijan
Fight
Fight
AJAY AMITABH SUMAN
नवरात्रि का छठा दिन मां दुर्गा की छठी शक्ति मां कात्यायनी को
नवरात्रि का छठा दिन मां दुर्गा की छठी शक्ति मां कात्यायनी को
Shashi kala vyas
मुझे इंतजार है , इंतजार खत्म होने का
मुझे इंतजार है , इंतजार खत्म होने का
Karuna Goswami
मैंने अपनी, खिडकी से,बाहर जो देखा वो खुदा था, उसकी इनायत है सबसे मिलना, मैं ही खुद उससे जुदा था.
मैंने अपनी, खिडकी से,बाहर जो देखा वो खुदा था, उसकी इनायत है सबसे मिलना, मैं ही खुद उससे जुदा था.
Mahender Singh
" नवा बिहनिया खातिर "
Dr. Kishan tandon kranti
The moon you desire to see everyday,  maybe I can't be that
The moon you desire to see everyday, maybe I can't be that
Chaahat
आंखों में
आंखों में
Dr fauzia Naseem shad
sp111 जो कहते हैं
sp111 जो कहते हैं
Manoj Shrivastava
गीत- किसी को भाव देना भी...
गीत- किसी को भाव देना भी...
आर.एस. 'प्रीतम'
4750.*पूर्णिका*
4750.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शुभ दीपावली
शुभ दीपावली
Harsh Malviya
अपने मां बाप की कद्र करते अगर
अपने मां बाप की कद्र करते अगर
कृष्णकांत गुर्जर
होली
होली
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
गोलियों की चल रही बौछार देखो।
गोलियों की चल रही बौछार देखो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
लाइब्रेरी और उनकी किताबो में रखे जीवन
लाइब्रेरी और उनकी किताबो में रखे जीवन
पूर्वार्थ
वो प्यासा इक पनघट देखा..!!
वो प्यासा इक पनघट देखा..!!
पंकज परिंदा
World Book Day
World Book Day
Tushar Jagawat
संस्कार
संस्कार
Sanjay ' शून्य'
आंदोलन की जरूरत क्यों है
आंदोलन की जरूरत क्यों है
नेताम आर सी
*चढ़ती मॉं की पीठ पर, बच्ची खेले खेल (कुंडलिया)*
*चढ़ती मॉं की पीठ पर, बच्ची खेले खेल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आबूधाबी में हिंदू मंदिर
आबूधाबी में हिंदू मंदिर
Ghanshyam Poddar
सूना- सूना घर लगे,
सूना- सूना घर लगे,
sushil sarna
पागल के हाथ माचिस
पागल के हाथ माचिस
Khajan Singh Nain
विश्वास करो
विश्वास करो
Dr. Rajeev Jain
आखिर कब तक
आखिर कब तक
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सत्य की कहानी
सत्य की कहानी
Ruchi Sharma
ये  दुनियाँ है  बाबुल का घर
ये दुनियाँ है बाबुल का घर
Sushmita Singh
Loading...