Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Dec 2016 · 1 min read

सच

अंधे को बंदूख दें कर,सीमा पर शत्रु से मुकाबले के लिए भेजना नियत की दृष्टि से बिल्कुल दोषी नही, नियत सही है और उद्देश्य भी देश कल्याण का है,
किन्तु उसे अंधा जान कर भी ढोंग रचकर देश प्रेम की लूट,
या तो घोर मूर्खता है अथवा घोर सडयंत्र जिसका भक्त जन शिकार हो रहे हैं,

चाणक्य वचन,
वजन है,और किसी
नाम में ऐसा कहा

Language: Hindi
572 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ऋतु शरद
ऋतु शरद
Sandeep Pande
लाख तूफ़ान आए, हिम्मत हारना मत ।
लाख तूफ़ान आए, हिम्मत हारना मत ।
Neelofar Khan
#सूर्य जैसा तेज तेरा
#सूर्य जैसा तेज तेरा
Radheshyam Khatik
तनहाई के दौर में,
तनहाई के दौर में,
sushil sarna
गुम हो जाते हैं साथ चलने वाले, क़दम भी कुछ ऐसे।
गुम हो जाते हैं साथ चलने वाले, क़दम भी कुछ ऐसे।
Manisha Manjari
नन्हें परिंदे भी जान लेते हैं,
नन्हें परिंदे भी जान लेते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आत्महत्या करके मरने से अच्छा है कुछ प्राप्त करके मरो यदि कुछ
आत्महत्या करके मरने से अच्छा है कुछ प्राप्त करके मरो यदि कुछ
Rj Anand Prajapati
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
दशहरा
दशहरा
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
जीवन
जीवन
Bodhisatva kastooriya
गांधीजी का भारत
गांधीजी का भारत
विजय कुमार अग्रवाल
** सीने पर गहरे घाव हैँ **
** सीने पर गहरे घाव हैँ **
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कलियुग है
कलियुग है
Sanjay ' शून्य'
जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।
जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।
Suryakant Dwivedi
ज़िंदगी तुझसे
ज़िंदगी तुझसे
Dr fauzia Naseem shad
बाल कविता: जंगल का बाज़ार
बाल कविता: जंगल का बाज़ार
Rajesh Kumar Arjun
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
Ranjeet kumar patre
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
#हिंदी_दिवस_विशेष
#हिंदी_दिवस_विशेष
*प्रणय*
संस्कार
संस्कार
Rituraj shivem verma
शिक़ायत है, एक नई ग़ज़ल, विनीत सिंह शायर
शिक़ायत है, एक नई ग़ज़ल, विनीत सिंह शायर
Vinit kumar
धनतेरस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
धनतेरस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
Sonam Puneet Dubey
हिम्मत कर लड़,
हिम्मत कर लड़,
पूर्वार्थ
*भिन्नात्मक उत्कर्ष*
*भिन्नात्मक उत्कर्ष*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अन्नदाता किसान
अन्नदाता किसान
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
अपने दीपक आप बनो, अब करो उजाला।
अपने दीपक आप बनो, अब करो उजाला।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जजमैंटल
जजमैंटल
Shashi Mahajan
"परचम"
Dr. Kishan tandon kranti
2938.*पूर्णिका*
2938.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...