Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Nov 2023 · 1 min read

“The Divine Encounter”

“I stood on the edge of the towering mountain peak,
Gazing upon a distant fountain, my spirit felt weak.
I had lost all my energy and the love of my life,
Feeling lonely and shattered, I clutched a knife.
My vision went blurry, and I had nothing to see,
Labored breaths burned, and I yearned for my soul to be free.
A tear fell and touched the soil,
The life HE had gifted, I had carelessly spoiled.
I picked up the knife, ready to cut my wrist,
I was so sure that the life I wanted would no longer exist.
But then, a smiling face met my despair, divine and true,
Eyes shining, peering into my very core, a breakthrough.
A peaceful awakening touched my soul,
For the first time, I felt myself as a whole.
“This is not the end but the start of a new journey,” a voice echoed,
Without blinking my eyes, I saw a new road.
Sunlight streamed in through my window, and I awoke from that dream,
I smiled with glee because I understood it was Divine’s scheme.

163 Views
Books from Manisha Manjari
View all

You may also like these posts

सत्य सनातन है
सत्य सनातन है
Rajesh Kumar Kaurav
एहसास
एहसास
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ख़ुद से हमको
ख़ुद से हमको
Dr fauzia Naseem shad
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
शब की रातों में जब चाँद पर तारे हो जाते हैं,
शब की रातों में जब चाँद पर तारे हो जाते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
माँ सरस्वती
माँ सरस्वती
Mamta Rani
3721.💐 *पूर्णिका* 💐
3721.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बेटा बचाओं देश बचाओं
बेटा बचाओं देश बचाओं
Indu Singh
सवर्ण/ musafir baitha
सवर्ण/ musafir baitha
Dr MusafiR BaithA
..
..
*प्रणय*
खुद की तलाश में।
खुद की तलाश में।
Taj Mohammad
बिहनन्हा के हल्का सा घाम कुछ याद दीलाथे ,
बिहनन्हा के हल्का सा घाम कुछ याद दीलाथे ,
Krishna Kumar ANANT
टेलीविजन
टेलीविजन
अरशद रसूल बदायूंनी
दिलों का हाल तु खूब समझता है
दिलों का हाल तु खूब समझता है
नूरफातिमा खातून नूरी
मन की पीड़ा क
मन की पीड़ा क
Neeraj Agarwal
रहे इहाँ जब छोटकी रेल
रहे इहाँ जब छोटकी रेल
आकाश महेशपुरी
धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर
धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर
Sanjay ' शून्य'
सर्द हवाओं का मौसम
सर्द हवाओं का मौसम
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
"लागैं बसंत के प्रीति पिया"
राकेश चौरसिया
जिंदगी सीरीज एक जब तक है जां
जिंदगी सीरीज एक जब तक है जां
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हनुमान वंदना । अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो।
हनुमान वंदना । अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो।
Kuldeep mishra (KD)
करगिल के वीर
करगिल के वीर
Shaily
"सदियों का सन्ताप"
Dr. Kishan tandon kranti
अपना अनुपम देश है, भारतवर्ष महान ( कुंडलिया )*
अपना अनुपम देश है, भारतवर्ष महान ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
झूठ को सच बनाने की कोशिश में,
झूठ को सच बनाने की कोशिश में,
श्याम सांवरा
श्रमिक दिवस
श्रमिक दिवस
Bodhisatva kastooriya
शर्मनाक हरकत
शर्मनाक हरकत
OM PRAKASH MEENA
खेल नहीं
खेल नहीं
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
दुनिया की बुनियाद
दुनिया की बुनियाद
RAMESH SHARMA
यही रात अंतिम यही रात भारी।
यही रात अंतिम यही रात भारी।
Kumar Kalhans
Loading...