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5 Dec 2023 · 1 min read

गजल

वह एक शक्स जो देकर गया गुलाब मुझे।
उसी का प्यार मयस्सर है बे हिसाब मुझे।
❤️
जो डूबा रहता है मस्ती में हर घड़ी हर पल।
पिला दे साकी मोहब्बत की वो शराब मुझे।
❤️
यह माना दुनिया में होंगे बहुत हसीन मगर।
हमारा प्यार ही लगता है लाजवाब मुझे।
❤️
मेरी निगाहों से वो दिल में बस गए आकर।
तमाम फूलों में करना था इंतखाब मुझे।
❤️
वह मेरा चांद है रोशन है उसे जीस्त मेरी।
वह महताब भी लगता है आफताब मुझे।
❤️
झुकी है शर्म से पलके अटक गए अल्फाज़।
तेरे सवाल का आता नहीं जवाब मुझे।
❤️
सगी़र सब का नज़रिया है उसको पाने का।
दिल मेरा मुतमईं कहता है कामयाब मुझे।

Language: Hindi
156 Views
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