Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Aug 2024 · 1 min read

The darkness engulfed the night.

The darkness engulfed the night,
And the only train whistled into sight.
The chilled wind brushing my cheeks felt like an invite—
Should I take this lonely option or sit here in my quiet?
The silence of the platform was enchanting, making my memories recite;
Once again, I felt you holding my hands, a touch so tight.
A smile flickered on my lips, in this darkness, it seemed bright,
Was it a ghost of love or destiny’s gentle rewrite?
A firefly brushed my shoulder, a fleeting delight,
I wished the moment would linger, despite knowing its plight.
The train’s whistle echoed, whispering it’s alright,
You must take this journey, no matter your heart’s fight.

49 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Manisha Manjari
View all
You may also like:
सन्यासी
सन्यासी
Neeraj Agarwal
प्रेम में अहंम नहीं,
प्रेम में अहंम नहीं,
लक्ष्मी सिंह
थोड़ी मोहब्बत तो उसे भी रही होगी हमसे
थोड़ी मोहब्बत तो उसे भी रही होगी हमसे
शेखर सिंह
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
Rituraj shivem verma
कविता : चंद्रिका
कविता : चंद्रिका
Sushila joshi
शुक्र है, मेरी इज्जत बच गई
शुक्र है, मेरी इज्जत बच गई
Dhirendra Singh
Crush
Crush
Vedha Singh
ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी को ढूँढते हुए जो ज़िन्दगी कट गई,
ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी को ढूँढते हुए जो ज़िन्दगी कट गई,
Vedkanti bhaskar
कठोर व कोमल
कठोर व कोमल
surenderpal vaidya
बेवकूफ
बेवकूफ
Tarkeshwari 'sudhi'
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
sudhir kumar
2904.*पूर्णिका*
2904.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिन्दगी यह बता कि मेरी खता क्या है ।
जिन्दगी यह बता कि मेरी खता क्या है ।
Ashwini sharma
ईश्वर का
ईश्वर का "ह्यूमर" - "श्मशान वैराग्य"
Atul "Krishn"
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जज्बात की बात -गजल रचना
जज्बात की बात -गजल रचना
Dr Mukesh 'Aseemit'
बड़े सलीके, सुकून और जज़्बात से
बड़े सलीके, सुकून और जज़्बात से
इशरत हिदायत ख़ान
"तब पता चलेगा"
Dr. Kishan tandon kranti
"😢सियासी मंडी में😢
*प्रणय*
अक्स आंखों में तेरी है प्यार है जज्बात में। हर तरफ है जिक्र में तू,हर ज़ुबां की बात में।
अक्स आंखों में तेरी है प्यार है जज्बात में। हर तरफ है जिक्र में तू,हर ज़ुबां की बात में।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
नारी शक्ति का सम्मान🙏🙏
नारी शक्ति का सम्मान🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*अध्याय 2*
*अध्याय 2*
Ravi Prakash
कोई ख़तरा, कोई शान नहीं
कोई ख़तरा, कोई शान नहीं"
पूर्वार्थ
National YOUTH Day
National YOUTH Day
Tushar Jagawat
घाव
घाव
अखिलेश 'अखिल'
21)”होली पर्व”
21)”होली पर्व”
Sapna Arora
ग़ज़ल(ये शाम धूप के ढलने के बाद आई है)
ग़ज़ल(ये शाम धूप के ढलने के बाद आई है)
डॉक्टर रागिनी
दिव्य-दोहे
दिव्य-दोहे
Ramswaroop Dinkar
शब्द क्यूं गहे गए
शब्द क्यूं गहे गए
Shweta Soni
जो छूट गया तुम्हारा साथ जीवन के किसी मोड़ पर..
जो छूट गया तुम्हारा साथ जीवन के किसी मोड़ पर..
शोभा कुमारी
Loading...