Posts Tag: विष्णुपद छंद 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 14 Aug 2024 · 1 min read हर घर एक तिरंगे जैसी गीत ~~~ भारत मां का मस्तक ऊंचा, होता जायेगा। हर घर एक तिरंगे जैसी, शोभा पायेगा। केसरिया है रंग शौर्य का, शत्रु को दहलाये। श्वेत रंग है शांति विनय का,... Hindi · गीत · तिरंगा · विष्णुपद छंद · हर घर तिरंगा 54 Share surenderpal vaidya 5 May 2024 · 1 min read भोर समय में आज सभी को भोर समय में, हमें जगाना है। सभी के मन में न उठने का, एक बहाना है। फूल खिले हैं देख लीजिए, कलियां मुस्काई। साथ सभी को आगे... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · भोर · विष्णुपद छंद 3 102 Share surenderpal vaidya 15 Apr 2024 · 1 min read * ज्योति जगानी है * ** गीतिका ** ~~ सबके मन में भक्ति भाव की, ज्योति जगानी है। और निराशा भरी तमस की, धूल हटानी है। नवरात्रि पर्व की शुभ वेला, मां का ध्यान धरें।... Hindi · गीतिका · नवरात्रि · विष्णुपद छंद 1 1 106 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 27 Jan 2023 · 1 min read विष्णुपद छंद 🦚 ( विष्णुपद छंद ) ००००००००००० मंजिल उसको ही मिल पाती, जो बिन रुके चले । ज्ञान नहीं जिनको मंजिल का, जाते वही छले ।। मंजिल दूर पुकारे सुन तो,... Hindi · विष्णुपद छंद 216 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 25 Jan 2023 · 1 min read विष्णुपद छंद 🦚 ( विष्णुपद छंद ) ००००००००००० सोच समझ कर कर्म करे तो,पाता लक्ष्य वही । मरने से कतराना कैसा, अंतिम सत्य यही ।। परवाने तो कभी न डरते, जाकर स्वयं... Hindi · विष्णुपद छंद 1 229 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 24 Jan 2023 · 1 min read विष्णुपद छंद 🦚 ( विष्णुपद छंद ) ००० जग को आलोकित करता पर, तम है दीप तले । कस्तूरी की गंध मृगों को, छिपकर सदा छले ।। रश्मि बिखेरे जग में अपनी,... Hindi · विष्णुपद छंद 310 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 23 Jan 2023 · 1 min read विष्णुपद छंद 🦚 ( विष्णुपद छंद ) ************ छोड़ो कहना सर मैडम ये, उच्चारण खलता। भाई बहना और मान्यवर, सुनकर सुख मिलता।। अँग्रेजों की ये परिपाटी, अब तो तोड़ो जी । अपने... Hindi · विष्णुपद छंद 163 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 21 Jan 2023 · 1 min read कर्म कर्म 🦚 विष्णुपद छंद ********** जैसी करनी वैसी भरनी, सोचो कर्म करो । कर्मों के रत्नों को चुन-चुन, अपना कोष भरो ।। जो कुछ जोड़ा है जीवन में, वही लौट... Hindi · कर्म · विष्णुपद छंद 191 Share लक्ष्मी सिंह 24 Jan 2020 · 1 min read प्रात काल जब सूरज निकला -विष्णुपद छंद विधान--२६ मात्रा १६,१०पर यति,और चरणान्त वर्णिक गुरु से प्रात काल जब सूरज निकला,फैला उजियाला । नव प्रकाश नव जीवन भरता,हरता तम काला। संदेशा दे आशाओं का,नव जागृति लाता।... Hindi · गीत · विष्णुपद छंद 2 2 508 Share