Posts Tag: मुक्तक काव्य 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ramji Tiwari 22 Sep 2025 · 1 min read शिव की मेहरबानी है हमारी आशिकी तुमसे, कहीं ज्यादा पुरानी है। हमारे इश्क के आगे, तुम्हारा इश्क पानी है। तुम्हारी शोहरत केवल,मियाँ बस चार दिन की है, स्वर्ण इतिहास में मेरी,अमीरी खानदानी है।। सुवर्ण... Hindi · मुक्तक काव्य 51 Share Ramji Tiwari 12 Sep 2025 · 1 min read ओमकार मैं माधव की मुरली का मधुर राग हूँ। राधिका श्याम का शाश्वत अनुराग हूँ। माँ पार्वती की हूँ मैं कठिन साधना, नीललोहित महादेव का बैराग हूँ।। रामायण श्लोकों का मूल... Hindi · मुक्तक काव्य 52 Share मनोज कर्ण 9 Mar 2025 · 1 min read रस भाव आस्वादन रस भाव आस्वादन ~~°~~°~~° रस भाव आस्वादन करते, गायक कवि महान प्रेम घृणा द्विभाव मूल में,अन्य है संतति समान श्रृंगार, भक्ति वात्सल्य रस,प्रेम से उपजा जान प्रेम घृणा ही रस... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · मुक्तक काव्य · रस भाव आस्वादन 3 324 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 31 Aug 2024 · 1 min read मुक्तक चलते - चलते मैं कभी - कभी लड़खड़ा जाता हूँ चलते - चलते मैं कभी - कभी राह भटक जाता हूँ l सम्भाल लेता हूं खुद को अपने हौसलों के... Hindi · मुक्तक काव्य 1 302 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 25 Jun 2024 · 1 min read मुक्तक काव्य जगत में कहीं किसी की जग हंसाई ना हो, सफ़र-ए-जिंदगी में किसी के तन्हाई ना हो। हर दिन की इब्तिदा नई उम्मीद के साथ हो सर पर किसी के बुरे... Hindi · SilentEyes · मुक्तक काव्य 1 232 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 31 May 2024 · 1 min read मुक्तक काव्य जगत में कहीं किसी की जग हंसाई ना हो किसी की भी भावनाओं की उड़ाई ना हो जीवन में सुख समृद्धि मिलती रहे सब को दुःख-दर्द से भरी किसी की... Poetry Writing Challenge-3 · SilentEyes · मुक्तक काव्य 3 194 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 31 May 2024 · 1 min read मुक्तक काव्य जगत में कहीं किसी की जग हंसाई ना हो अनमोल जिंदगी किसी की बरबाद ना हो, जीवन में सबके सुख समृद्धि नित बढ़ती रहे जीवन के रंग किसी के कभी... Poetry Writing Challenge-3 · SilentEyes · मुक्तक काव्य 2 201 Share