Posts Tag: बाल कविता 1k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Jyoti Khari 27 May 2022 · 1 min read काश मेरा बचपन फिर आता काश मेरा बचपन फिर आता.... दिल खुशियों से भर जाता। बचपन की जब होती है बातें.... अचानक ही यूँ याद आ जाते हैं, वो दिन, वो शरारतों भरी रातें। उस... Hindi · बाल कविता 16 26 974 Share कविराज प्रांजल 30 Jun 2021 · 1 min read "नहीं मानुंगा किसी से हार" "नहीं मानुंगा किसी से हार" ********************** बोलो अब एक दो तीन चार, मैं खुद कर लूंगा ब्रिज पार, नही मानूंगा किसी से हार, मम्मी पापा मुझे करते प्यार, मेरे भाई... Hindi · कविता · बाल कविता 15 17 817 Share कविराज प्रांजल 21 Jul 2021 · 1 min read "पढ़ाई " "पढ़ाई" ?? करो बच्चों, अब से पढ़ाई; मत करो, अब तुम लड़ाई; जीवन में, यही काम आये; जो ना पढ़े, सदा पछताए। पढ़कर बनते, हम विद्वान; आते, अपने देश के... Hindi · कविता · बाल कविता 15 8 760 Share कविराज प्रांजल 29 Jun 2021 · 1 min read "रवि" "रवि" रवि को बहुत पसंद है पान, सामने ही थी पान की दुकान। उसके पापा हैं,उसकी शान, प्यारी मम्मी है, उसकी जान। रोज करता है वो बहुत काम, बड़ों को... Hindi · कविता · बाल कविता 14 22 922 Share Dr. Kishan tandon kranti 11 Nov 2023 · 1 min read "मोटर चले रम पम पम" डुग्गू भाई मोटर चले रम पम पम मोटर पे जो बैठे नॉट गम गम डुग्गू भाई मोटर चले रम पम पम। डुग्गू बजाए डफली डम डम डम खुशी दीदी नाची... Hindi · बाल कविता 14 6 187 Share राजेश 'ललित' 7 May 2022 · 1 min read बुआ आई बुआ आई ----------------------------- देखो नन्ही बुआ आई बुआ आई हमारे लिये भी कुछ लाई कुछ खट्टा कुछ मीठा लाई देखो देखो भैया कौन आया है? बुआ आई है बुआ आई... Hindi · बाल कविता 13 4 706 Share Buddha Prakash 19 Apr 2021 · 1 min read सुन्दर घर घर मेरा है इतना सुंदर, रहते इसके पेड़ पर बंदर । पंक्ति लगाकर चलती चींटी, अनुशासन सिखलाती फिर भी । चूहा मेरे घर के बिल में, अनाज खाता कुतर- कुतर... Hindi · बाल कविता 12 8 970 Share Buddha Prakash 23 May 2021 · 1 min read बरसात की छतरी रंग-बिरंगी छतरी आई, छोटी-बड़ी लगे सुंदर-सी । रिमझिम-रिमझिम बरसात में, बूंँदों से बचूँ आज मैं । टिप-टिप पानी टपक रहा है, घन केश के छांँव में । भीग-भीग कर नहीं... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · बाल कविता 12 10 1k Share कविराज प्रांजल 22 Jul 2021 · 1 min read " मोर " "मोर" ***** सुबह या भोर, जब बादल हो घनघोर, जंगल में नाचे मोर, अपने पंख फैलाकर चारों ओर। खाते ये, कीट- पतंग; रहते सदा ही मतंग, जंगल में इधर उधर... Hindi · कविता · बाल कविता 12 8 495 Share कविराज प्रांजल 1 Aug 2021 · 1 min read "रेलगाड़ी" "रेलगाड़ी" ******** ? कई डब्बों की , हो जो गाड़ी, कहलाती है, वो ही रेलगाड़ी, आगे लगा , एक इंजन होता, जहां बैठा, दो सज्जन होता; पटरी पर सदा दौड़े... Hindi · कविता · बाल कविता 12 10 808 Share कविराज प्रांजल 16 Jul 2021 · 1 min read " तोता " "तोता" ?? रंग इसका होता, हरा- लाल; बोली इसकी, होती कमाल। जो ये कभी सुन ले एकबार; बोले वो शब्द, सदा बारंबार। इसकी गर्दन भी होती, ढीली; चोंच होती, बहुत... Hindi · कविता · बाल कविता 11 2 555 Share कविराज प्रांजल 19 Jul 2021 · 1 min read "घोड़ा" "घोड़ा" ?? घोड़ा चलता सबसे आगे, मोटर से भी ये तेज भागे। हम करते, इसकी सवारी; कभी बन जाए घोड़ागाड़ी। इसकी होती, तेज रफ्तार; घोड़े से करे सब-जन प्यार। ये... Hindi · कविता · बाल कविता 11 2 858 Share कविराज प्रांजल 26 Jul 2021 · 1 min read *दीदी* दीदी ? 'दीदी' ,हमारी 'दीदी'; वो है , बहुत सीधी; मगर है,थोड़ी जिद्दी; करती , बहुत काम; हम भी करें, प्रणाम, पढ़ाई भी वो करती, हमसे , नही लड़ती; खाती... Hindi · कविता · बाल कविता 11 6 977 Share कविराज प्रांजल 7 Jul 2021 · 1 min read "मेरे पापा" ** "मेरे पापा" ** ? ? ,* मेरे पापा, मेरे पापा; मेरे प्यारे, प्यारे पापा, मैं हूं , उनका जान, मैं उनको, करता प्रणाम, वो मुझे देते हैं, हमेशा ज्ञान,... Hindi · कविता · बाल कविता 10 2 462 Share कविराज प्रांजल 10 Jul 2021 · 1 min read माँ ?माँ ? ********* माॅं, मॉॅं , मॉॅं, मॉॅं, मॉॅं, सबसे प्यारी, होती मॉॅं, चलना हमे सिखाती मॉॅं, घूमने हमे ले जाती मॉॅं, खाना हमे खिलाती मॉॅं, लोरी गाकर सुनाती मॉॅं,... Hindi · कविता · बाल कविता 10 6 391 Share कविराज प्रांजल 25 Jul 2021 · 1 min read "गाँव" "गाँव" ***** गाँव को ही, ग्राम भी कहते, ग्रामीण, गाॅंव में ही तो रहते। रहता यहां , खूब हरियाली; दिखे , पहले पूरब में लाली; हवा यहां, स्वच्छ- मतवाली। मिलते... Hindi · कविता · बाल कविता 10 4 635 Share Yashwant Singh Rathore 26 Jul 2020 · 1 min read एक बगीचा आसमान सा बड़ा बगीचा मैं भी एक लगाऊँगा सूरज होंगे तीन चार पर चन्दा सात उगाऊँगा।। नीले पीले और गुलाबी हर रंग के तारे होंगे लाल लाल फल लटकेंगे और... Hindi · कविता · बाल कविता 9 15 542 Share Buddha Prakash 13 Apr 2021 · 1 min read बच्चों की पाठशाला मांँ ने अब तो सिखा दिया, पहला अक्षर बता दिया, किलकारी जो करते थे, जुबा से कहना सिखा दिया, शब्दो की अब है बारी, शिक्षा की है तैयारी, क ख... Hindi · बाल कविता 9 6 390 Share पंकज कुमार कर्ण 14 Jun 2021 · 1 min read "चिड़ियाॅं रानी".. "चिड़ियॉं रानी"... ************* चिड़ियॉं-रानी, चिड़ियॉं-रानी; तुम हो सच में, बड़ी सयानी। उड़ जाती, पल में आकाश; ज्यों ही निकले, पूरब में प्रकाश। पहुंच जाती, तुरंत मंजिल को: दाना चुनती, हर... Hindi · कविता · बाल कविता 9 3 622 Share कविराज प्रांजल 1 Jul 2021 · 1 min read **सीताराम** "सीताराम" ? ? फलों का राजा होता आम, रामायण में होते "सीताराम"। "प्रांजल" है मेरा असली नाम, सदा ही,बड़ो को करें प्रणाम। कुछ लोग करते बहुत काम, सूरज ढलने पर... Hindi · कविता · बाल कविता 9 6 485 Share कविराज प्रांजल 8 Jul 2021 · 1 min read "हमारा स्कूल " "हमारा स्कूल" ************ हमारा स्कूल है, सबसे प्यारा, बच्चे आते यहां, बहुत सारा। सब मिल जुलकर यहां पढ़ते, आपस में नहीं कभी,हम लड़ते। यहां लगे हैं, कई पेड़ और झूले;... Hindi · कविता · बाल कविता 9 434 Share कविराज प्रांजल 13 Jul 2021 · 1 min read ** "गर्मी" ** "गर्मी" °°°°°° गर्मी आई,गर्मी आई; देखो देखो,सब भाई; सबको बहुत सताई, रवि नही करे, पढ़ाई, मां ने तरकीब लगाई, पंखे की बटन दबाई, पंखा करे,हवा हवाई; गर्मी अब, दूर भगाई;... Hindi · कविता · बाल कविता 9 2 497 Share कविराज प्रांजल 14 Jul 2021 · 1 min read ** कबूतर ** "कबूतर" ?️?️ अड़सठ , उनहत्तर , सत्तर ; छत पर बैठा , एक कबूतर। चुन रहा वह , अपना दाना; यही है, उसका रोज खाना। गुटर- गुटर इसकी आवाज, पता... Hindi · कविता · बाल कविता 9 2 850 Share कविराज प्रांजल 17 Jul 2021 · 1 min read "वृक्ष" "वृक्ष" ?? वृक्ष हमें देते, फल और छाया: होती इसकी , अनोखी काया। मुक्त करते ये, वायु प्राणरक्षी; बैठते इसपर, रंग-बिरंगे पक्षी। वृक्ष होते , बहुत ही दयावान; डालें और... Hindi · कविता · बाल कविता 9 542 Share कविराज प्रांजल 18 Jul 2021 · 1 min read "बकरी" "बकरी" ?? बोलो उन्चास,पचास; बकरी खाती है घास, दिन में , वह जागती; सोती है वो, हर रात; मिमियां कर करती है, वो आपस में ही बात, बकरी रहती है... Hindi · कविता · बाल कविता 9 2 650 Share कविराज प्रांजल 24 Jul 2021 · 1 min read "पंखा" "पंखा" ****** 'पंखा' घूमे , गोल -गोल, हवा देता यह , पूरा हॉल; गर्मी , 'पंखा' दूर भगाए; फिर ये , ठंडक पहुचाये, कभी , 'छत' से ये लटके; कभी... Hindi · कविता · बाल कविता 9 2 585 Share Dr Archana Gupta 29 Jul 2021 · 1 min read तोता मैना की शादी जंगल में हो गई मुनादी तोता मैना की है शादी खूब मचेगा धूम धड़ाका खींचा सबने मिलकर खाका बुलवाया उल्लू हलवाई बनवाई नमकीन मिठाई कोयल ने लहंगा सिलवाया गौरैया ने... Hindi · कविता · बाल कविता 9 5 813 Share कविराज प्रांजल 30 Jul 2021 · 1 min read "बच्चे" "बच्चे" ****** हम बच्चे , सबसे अच्छे; झूठे नहीं , हम ही सच्चे; हममें ना, कोई बेईमानी, ना है , छल-कपट कभी; करते प्यार, हमसे सभी; भले हम होते थोड़े... Hindi · कविता · बाल कविता 9 8 618 Share कविराज प्रांजल 29 Aug 2021 · 1 min read "टमाटर" *टमाटर* ??? गोल-गोल होता ये अनमोल, कभी इसका रंग , हरा होता; तो कभी, हो जाता यह लाल; खेती होती, इसकी बेमिसाल; खाओ , इसकी मीठी चटनी; चाटो , इसकी... Hindi · कविता · बाल कविता 9 6 517 Share Utkarsh Dubey “Kokil” 29 Nov 2022 · 1 min read बाल विवाह हतप्रभ खड़ा देखता मैं इन बादलों के घेरे को, नाचते गाते आमोद से आते सलिल की बारात को जाने किसे ब्याहने को आश्रा की ज्योति बन अरुण्य की बूंदे लिए... Hindi · कविता · गीतिका · बाल कविता · सामाजिक 9 400 Share Mangilal 713 11 May 2024 · 1 min read मां की महत्ता मुंह से निकली बच्चे के पहली पुकार है “मां” आदि और अंत संसार का होती है “मां” आगे जिसके पूरी दुनिया छोटी लगती वो है “मां” आगे जिसके रिश्ते सारे... Hindi · कविता · कुण्डलिया · कोटेशन · ग़ज़ल · बाल कविता 9 29 Share Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read मां का महत्त्व मुंह से निकली बच्चे के पहली पुकार है “मां” आदि और अंत संसार का होती है “मां” आगे जिसके पूरी दुनिया छोटी लगती वो है “मां” आगे जिसके रिश्ते सारे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता 9 25 Share Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read भटक ना जाना मेरे दोस्त भटक ना जाना मेरे दोस्त तुम इन जिंदगी की राहों में राहों में मिलेंगे यहां तुम्हे कई कांटे कई फूल भी जमाना खराब बहुत है लोग लाजवाब बहुत है राहों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता 9 26 Share Aarti Ayachit 18 Nov 2018 · 1 min read बचपन की दोस्ती (कविता) बचपन के दोस्तों को कभी भुलाया नहीं जाता उनकी मीठी सी यादों को बिसराया नहीं जाता जिंदगी में कुछ ही लम्हें हम बिताते हैं दोस्तों के साथ लेकिन वही पल... Hindi · कविता · बाल कविता 8 2 555 Share पंकज कुमार कर्ण 14 Jun 2021 · 1 min read "वर्षा-ऋतु".. "वर्षा- ऋतु ********** वर्षा- ऋतु जब आती है, ढेर सारा खुशियां लाती है। हम स्कूल नही जाते है।, बारिश में खूब नहाते हैं। फलों के राजा आम को, ऋतु संग... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता · बाल कविता 8 9 779 Share पंकज कुमार कर्ण 30 Jun 2021 · 1 min read "गजराज" "गजराज" ??? देखो ये गजराज कितना बड़ा है, चार पांव पे ये आज कैसे खड़ा है। इसका तुम, जरा गुरूर देखो; पूछ से लंबी इसकी सूढ़ देखो। देखो जरा, इसकी... Hindi · कविता · बाल कविता 8 2 593 Share कविराज प्रांजल 2 Jul 2021 · 1 min read ***घड़ी*** "घड़ी"? देखो, ये है एक घड़ी मतवाली; समय की सदा करती रखवाली। कभी रहती ये हाथों में बंधी पड़ी, तो कभी, यों ही टेबल पर खड़ी। कभी टंगी रहती, किसी... Hindi · कविता · बाल कविता 8 2 861 Share कविराज प्रांजल 3 Jul 2021 · 1 min read *आठ,नौ, दस* आठ,नौ, दस ********** बोलो अब, आठ, नौ, दस; लड़ना-झगड़ना, करो बस। पढ़ाई में रहो, सदा व्यस्त; सबको कर दो, तुम पस्त। कभी मत करो,समय नष्ट; फिर न होगा, कभी कष्ट।... Hindi · कविता · बाल कविता 8 6 667 Share कविराज प्रांजल 5 Jul 2021 · 1 min read "छेनापाईश" "छेनापाईश" ??? बोलो अब बीस,इक्कीस,बाईस; हम सब खाते, खूब छेनापाईस। छेनापाईस में, नही होता आईस; सब करे सदा, इसकी फरमाईश। छेनापाईश है, एक अच्छी मिठाई; जिसे मिला,उसी ने इसे खूब... Hindi · कविता · बाल कविता 8 2 490 Share कविराज प्रांजल 15 Jul 2021 · 1 min read "हल्दी-दूध" "हल्दी-दूध" ********* बोलो अब, उनासी -अस्सी; टूट गई , अबकी सब रस्सी; फिर गिर गई , बड़ा मचान; चोट लग गई , अब रवि को; बंद पड़ी सब , दवा-... Hindi · कविता · बाल कविता 8 6 556 Share कविराज प्रांजल 23 Jul 2021 · 1 min read * रात * "रात" °°°°°° ? जब-जब होती है , 'रात' घर पर होते , हम-सब; मम्मी-पापा के ही साथ, 'रात' को सोते, हम-सब, सुबह होती, जगते जब; मुंह धोकर , पढ़ते तब;... Hindi · कविता · बाल कविता 8 2 366 Share कविराज प्रांजल 27 Jul 2021 · 1 min read "लोभी बंदर" "लोभी बंदर" *********** ? लोभी बंदर, मिले हर घर के अंदर। कुछ भी देख, ये सदा ही, ललचाए। नही मिले जो, तब बहुत छटपटाए। हक मारना, इसकी होती आदत। झक... Hindi · कविता · बाल कविता 8 4 589 Share कविराज प्रांजल 31 Jul 2021 · 1 min read " मेला " "मेला" ••••••• ? मेला की देखो, तुम भी भीड़, कोई यहां गरीब,कोई अमीर। सब यहां हैं, पर एक समान, लगे यहां, बहुत सारा दुकान। लगते हैं , सर्कस और झूले;... Hindi · कविता · बाल कविता 8 681 Share कविराज प्रांजल 21 Aug 2021 · 1 min read "गिलहरी" "गिलहरी" ?? छोटी सी होती, ये प्राणी; नाम है, इसका "गिलहरी" कुदक-फुदक कर चलती, पेड़ - पौधों की हर टहनी, पके फल, पेड़ों की खाती; सबको यह बहुत सताती; तब... Hindi · कविता · बाल कविता 8 8 524 Share कविराज प्रांजल 22 Aug 2021 · 1 min read "रक्षा-बंधन" "रक्षा-बंधन" °°°°°°°°°°°° राखी आए,सावन जाए; हर बहना को भाई भाए, बंधी राखियां हर कलाई, सब भाई , खाए मिठाई; हर घर, खुशियां है छाई; पावन त्योहार, जो आई; बच्चे, बूढ़े... Hindi · कविता · बाल कविता 8 4 735 Share कविराज प्रांजल 30 Aug 2021 · 1 min read "भिंडी" *भिंडी* °°°°°°°° हरा-हरा होता है हर भिंडी, पेड़ों पर खड़ा, होता भिंडी, अंगुली के समान यह दिखे, सब्जी मंडी में ये खूब बिके, मिलता कुछ, अच्छा भिंडी, कुछ होता बहुत... Hindi · कविता · बाल कविता 8 6 678 Share कविराज प्रांजल 16 Sep 2021 · 1 min read "पतंग" *पतंग* °°°°°°° पतंग होता सदा , रंग-बिरंगी; ये होता है,बच्चों के हमसंगी। पतंग उड़ता, हवा-प्रकाश में; जो निकले , रवि आकाश में। जो खींचें रवि, पतंग की डोर; तब पतंग... Hindi · कविता · बाल कविता 8 6 686 Share कविराज प्रांजल 21 Sep 2021 · 1 min read " चाय " *चाय* ☕ चाय पियो, फुर्ती लाओ; आलस को दूर भगाओ। चाय तो आती बगान से, पीते हैं सब इसे शान से। दूध वाली या नींबू वाली, पीते सब भर-भर प्याली।... Hindi · कविता · बाल कविता 8 8 534 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 25 Nov 2019 · 1 min read 【6】** माँ ** * मेरी माँ है जग से न्यारी, देती मुझको खुशियाँ सारी ** * मैं रोता माँ मुझे हंसाती, कई खिलौने मुझे दिलाती ** * मैं रूठूँ माँ मुझे मनाती, ढेर... Hindi · बाल कविता 7 3 1k Share नूरफातिमा खातून नूरी 19 May 2020 · 1 min read चलो चाकलेट के बाग़ लगाते हैं चलो चलकर चाकलेट के बाग़ लगाते हैं मैंगो फ्रुटी से भरा हुआ तालाब बनाते हैं बिस्किट के पत्ते लालीपाप की कलियां हों सेव, नमकीन,लाइचीदाना की फलियां हों फ्रेन्चफ्राइ, फिंगर, फोंफी... Hindi · कविता · बाल कविता 7 2 368 Share Page 1 Next