Posts Tag: प्रणय की लघुकविता 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय प्रभात* 20 Sep 2024 · 1 min read केश काले मेघ जैसे, #लघुकविता- ●प्यार के रंग, कविता के संग● 【प्रणय प्रभात】 केश काले मेघ जैसे, अरुणिमा से हैं कपोल। दूधिया रंगत बदन की, ज्यूँ महावर दी हो घोल। सुरमई आँखों की रंगत,... Hindi · प्रणय की लघुकविता 1 26 Share *प्रणय प्रभात* 20 Sep 2024 · 1 min read #सुप्रभात- #सुप्रभात- ●इस प्रेरणा के साथ● 【प्रणय प्रभात】 बीज गहराई में दब कर, आख़िरी दम तक, कड़ा संघर्ष करता है। तब कहीं इक नन्हा पौधा, वृक्ष बनने की लगन ले, ख़ुद... Hindi · प्रणय की लघुकविता 1 27 Share *प्रणय प्रभात* 18 Sep 2024 · 1 min read कच्चे रंग समय के संग...! #लघुकविता- ■ परिवर्तन के पैरोकार। 【प्रणय प्रभात】 कच्चे रंग समय के संग बदलते रहते हैं, यदि सुन पाओ तो सुनना बस ये कहते हैं। परिवर्तन आवश्यक है सब को भाता... Hindi · प्रणय की लघुकविता 1 26 Share *प्रणय प्रभात* 4 Sep 2024 · 1 min read #चुनावी मौसम में- #लघुकविता- (चुनावी दौर पर) ■ अगर लगे तो.....!! 【प्रणय प्रभात】 अगर लगे पहला टट्टू है, और दूसरा टट-मट्टू है। तीजा वाला झींगर लप्पू, चौथा वाला पूरा चप्पू।। हवा-हवाई गुब्बारे हैं,... Hindi · जन जागरण · प्रणय की लघुकविता 1 36 Share *प्रणय प्रभात* 1 Sep 2024 · 1 min read #लघुकविता- #लघुकविता- ■ वीर शिवा सब देख रहे।। 【प्रणय प्रभात】 "आधे आधों को कोस रहे, तो आधे माफ़ी मांग रहे। अपशब्दों के बम फोड़ रहे," मर्यादा खूंटी टांग रहे।। मंशा है... Hindi · प्रणय की लघुकविता · सम सामयिक 1 53 Share *प्रणय प्रभात* 1 Sep 2024 · 1 min read #लघुकविता- #लघुकविता- ■कल भी, आज भी। "हम अंधियारों के दामन पर, रोशन उजियारे लिखते हैं। कुछ अठखेली कर लेते हैं, कुछ नग़्मे प्यारे लिखते हैं।। थी एक पोटली उम्र भरी, जो... Hindi · प्रणय की लघुकविता 1 46 Share *प्रणय प्रभात* 30 Aug 2024 · 1 min read #छोटी_कविता *(बड़ी सोच के साथ)* #छोटी_कविता *(बड़ी सोच के साथ)* Hindi · प्रणय की लघुकविता 1 51 Share *प्रणय प्रभात* 25 Aug 2024 · 1 min read दोस्तों! दोस्तों! एक यह दौर है जब सब कुछ है, सिवाय सुक़ून के। एक पिछला दौर था, जिसमें और कुछ था न थी, सुक़ून भरपूर था। जिन्होंने वो दौर देखा, उनमें... Hindi · प्रणय की लघुकविता 1 39 Share *प्रणय प्रभात* 20 Aug 2024 · 1 min read #सवाल_और_समाधान- #सवाल_और_समाधान- *(और कितने ताबूत ढोएंगे जवानों के कंधे? जवाब दें झूठी अकड़ के अंधे)* Hindi · प्रणय की लघुकविता · समाधान 1 75 Share