Posts Tag: निबंध 165 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Shakil Alam 30 Jan 2023 · 2 min read प्यासा_कबूतर मरुभूमि और रणभूमि में जब किसी को प्यास लगती है तो उसे पानी का महत्व पता चलता है इन कबूतरों को देखो जब उसे प्यास लगी तो वह पानी की... Hindi · कहानी · निबंध · मुक्तक 3 166 Share DrLakshman Jha Parimal 26 Jan 2023 · 3 min read “ हमारा फेसबूक और हमरा टाइमलाइन ” डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल “ ========================= हमें यह कहाँ ज्ञात था कि नये परिवर्तन के युग आएंगे ! नये यंत्रों का आविष्कार होगा ! चिठ्ठी के दौर से निकल... Hindi · निबंध 1 145 Share Harinarayan Tanha 25 Jan 2023 · 4 min read मतदान हर भारतीय नागरीक का प्रथम कर्तव्य है | प्रस्तावना - 26 जनवरी 1950 को जब भारत का संविधान पूर्ण रुप से सम्पूर्ण देश में अमल में आया तो विश्व के सामने भारतीय लोकतंत्र का एक नवीन उदाहरण प्रस्तुत... Hindi · निबंध · निबंध लेखन · हिन्दी निबंध 1 189 Share DrLakshman Jha Parimal 11 Jan 2023 · 2 min read “जिंदगी अधूरी है जब हॉबबिओं से दूरी है” डॉ लक्ष्मण झा"परिमल" ============================ यह कहना उचित होगा कि मनुष्य अपने जन्म के बाद होश संभालते अपनी हॉबबी से जुड़ जाते हैं ! जीवन के लक्ष्यों के साथ -साथ अपनी... Hindi · निबंध 130 Share Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya) 6 Jan 2023 · 1 min read मेरे अनुभव 2 मेरे अनुभव... रुपये में बदलाव के साथ ही लम्बाई और भार की इकाई भी बदली गई थी।लम्बाई गज फुट इंच तथा मील फर्लांग गज के स्थान पर मीटर तथा किलोमीटर... Hindi · कहानी · निबंध · लेख · संस्मरण 1 135 Share CA Amit Kumar 4 Jan 2023 · 2 min read छोटे भाई के नाम एक पत्र मेरे भाई सुमित मै यह पत्र अपने दिल की बात कहने के लिए लिख रहा हूँ। मै शायद राम जैसा बड़ा भाई नहीं लेकिन तू मेरे लिए लक्ष्मण जैसा भाई... Hindi · कहानी · निबंध 1 348 Share Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya) 1 Jan 2023 · 1 min read मेरे अनुभव 1 मेरे अनुभव... आज मैं अपना परिवर्तन का प्रथम अनुभव बताना चाहता हूं। 1 अप्रैल 1957 को भारत सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में नापतोल की असमानताएं समाप्त करने के लिए नई... Hindi · कहानी · निबंध · प्रेरक कहानी · लेख 1 211 Share DrLakshman Jha Parimal 25 Dec 2022 · 2 min read “उच्छृंखलता सदैव घातक मानी जाती है” डॉ लक्ष्मण झा परिमल ============================= स्पष्टतः मनमानी प्रवृतिओं को अशिष्टता के दायरों में रखा गया है ! उच्छृंखलता को एक संक्रामक रोग ही कहेंगे जिसे कोई अस्वीकार नहीं कर सकता... Hindi · निबंध 150 Share Ravi Yadav 19 Dec 2022 · 1 min read फिर जीवन पर धिक्कार मुझे फिर जीवन पर धिक्कार मुझे माना की बहुत अंधेरा है, हर ओर दुखो का डेरा है। ना ढूंढ तनिक तू इधर उधर खुशियों का यही बसेरा हैं।। हाँ भले किनारा... Hindi · कविता · गीत · निबंध · लेख 1 1 198 Share CA Amit Kumar 15 Dec 2022 · 2 min read मेरे प्यारे पापा आपने हमेशा मेरी ख़ुशी का ख्याल रखा है।आज भी मै आपके लिए वही 17 -18 साल का एक लड़का हूँ जिसके सपने बहुत बड़े बड़े है और आपको पूरा भरोसा... Hindi · निबंध · लेख 1 93 Share DrLakshman Jha Parimal 15 Dec 2022 · 2 min read “लोगों को अपना अंदाज़ जीने का कुछ तो सीखा जाइए” डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ================================== नये युग में नये यंत्रों ने तो हमारा काया ही पलट डाला ! युगांतकारी कदमों से इन यंत्रों ने हमें खुले आकाश में उड़ने... Hindi · निबंध 111 Share DrLakshman Jha Parimal 6 Dec 2022 · 2 min read “प्रतिक्रिया, समालोचना आ टिप्पणी “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ========================= प्रतिक्रिया सकारात्मक ,विषय संबंधित ,तथ्यपूर्ण ,रोचक ,सुंदर सब केँ नीक लगैत अछि ! इ गप्प एहिठाम नहि रुकैत अछि ! कखनो -कखनो समालोचना... Maithili · निबंध 142 Share DrLakshman Jha Parimal 5 Dec 2022 · 1 min read “अखने त आहाँ मित्र बनलहूँ “ डॉ लक्ष्मण झा परिमल ============================== आहाँ क फेसबूक मे ताला लागल छल ! तथापि आहाँक अनुरोध हम स्वीकार केलहूँ ! अपन मित्रक सूची मे आहाँ केँ शामिल केलहूँ ! तखन... Maithili · निबंध 113 Share Nafa Singh kadhian 4 Dec 2022 · 7 min read राष्ट्र जाति-धर्म से उपर Date-3-12-22 स्वतंत्र लेखक. नफे सिंह कादयान, राष्ट्र जाति-धर्म से उपर मानव सहित पृथ्वी पर अनेक प्राणी प्राकृतिक रूप से समूहों में रहते हैं। इससे उनकी शारीरिक आवश्यकताओं की पूर्ती में... Hindi · निबंध 1 185 Share Chaurasia Kundan 12 Nov 2022 · 1 min read अब हार भी हारेगा। आपको ठोकरे गिरा नहीं सकती , मेहनत हरा नहीं सकती , अगर आपको अंदर जिद्द हो ना , तो आपको हार भी हरा नहीं सकती । Hindi · निबंध · लघु कथा · लेख 2 231 Share Radhakishan R. Mundhra 4 Nov 2022 · 3 min read "दीपावाली का फटाका" दीपावाली की शाम थी. पूरा मोहल्ला दीयों की रौशनी से जगमगा रहा था. सब लोग परिवार सहित आतिशबाजी का आनन्द ले रहे थे, मगर राजाराम जी के घर में शगुन... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 2 241 Share Dushyant Kumar 31 Oct 2022 · 2 min read कहां है, शिक्षक का वह सम्मान जिसका वो हकदार है। *कहां है शिक्षक का वह सम्मान जिसका वो हकदार है* खुद अंधेरे में रहकर दूसरों को प्रकाशित करना वाला, दूसरों को महत्तम ऊंचाई तक पहुंचाने वाला, ईमानदार निष्पक्षपाती, दूरदर्शी निष्कपट,... Hindi · निबंध · लेख 5 164 Share Dushyant Kumar 30 Oct 2022 · 4 min read चुनाव आते ही....? चुनाव आते ही....? चुनाव आते ही सभी राजनीतिक पार्टियां अपने अपने तरह से चुनाव प्रचार करने लग जाती हैं। अधिकतर पार्टियां साम, दाम, दंड, भेद राजनीति की चारों युक्तियों का... Hindi · निबंध · लेख 6 434 Share Harinarayan Tanha 29 Oct 2022 · 3 min read धर्म ग्रंथों के भिन्नतापूर्ण अनुवादों से उत्पन्न हुई भ्रम की स्थिति पर एक परिचर्चा | कुछ दिनों पहले मैने पुरी श्रीमद्भगवत् गीता पढ़ी और अब भागवत पुराण पढ़ रहा हूं | पढ़ने के दौरान कुछ श्लोकों का हिन्दी अनुवाद मैं ने इंटरनेट पर देखा तो... Hindi · निबंध · लेख 1 144 Share DrLakshman Jha Parimal 23 Oct 2022 · 1 min read "लेखक की मानसिकता " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " =================== हम कितने सौभाग्यशाली हैं कि आज हम अपने विचारों को सोशल मीडिया के पटल पर बिखेरते हैं ! अपनी प्रतिक्रियों को स्वतंत्रता पूर्वक... Hindi · निबंध 1 153 Share Ravi Yadav 23 Oct 2022 · 1 min read गुरुवर बहुत उपकार है अपने मधुर वचनों से गाते, सृष्टि के अनुराग को, जो सहज स्वीकारते है, इस जगत के त्याग को। सब मोह बंधन छोड़ के, धारण किया वैराग्य को, और कर स्पर्श... Hindi · कविता · कहानी · कोटेशन · गीत · निबंध 174 Share सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life) 4 Oct 2022 · 3 min read साँसों के द्वारा यात्रा संभव है साँस, शरीर और आत्मा दोनों को बांधे रखने वाला धागा है। जब तक साँस है तब तक शरीर और आत्मा एकदूसरे से अलग नहीं हो सकते। जैसे ही साँस टूटती... Hindi · निबंध 89 Share सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life) 3 Oct 2022 · 10 min read बुद्ध के चेहरे का रहस्य सभी महापुरुषों में शायद बुद्ध ही ऐसे महापुरुष हैं जिनकी मूर्ति या चित्र के रूप में केवल चेहरा ही पर्याप्त होता है अर्थात जब बुध्द की मूर्ति या चित्र बनाया... Hindi · Article · निबंध 130 Share Radhakishan R. Mundhra 1 Oct 2022 · 3 min read "वृद्धाश्रम" सुखीराम जी का जीवन वास्तव में सुख से बीत रहा था। वजह थी समय के साथ बदलाव को स्वीकार करना। बचपन मे जब साइकिल सीखने की उम्र थी तो साइकिल... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 2 951 Share CA Amit Kumar 21 Sep 2022 · 1 min read मैंने इंसान को बदलते हुए देखा है मैंने एक ही आँगन में दो भाइयो को एक ही छत पर जाने के लिए दो सीढिया बनाते देखा है। मैंने एक ही आँगन में दो भाइयो को माँ बाप... Hindi · कविता · निबंध · मुक्तक 2 139 Share Anurag pandey 18 Sep 2022 · 1 min read इश्क एक बिमारी है तो दवाई क्यू नही मैने अपना सब कुछ छोड़ दिया तेरे लिए तू आई क्यू नही बात जब नही आने की थी तो बताई क्यू नही मै यहा बेबस बैचैन हुआ फिर रहा हु... Hindi · कविता · कहानी · निबंध 2 381 Share Anurag pandey 7 Sep 2022 · 1 min read वादे उसने फोन पे बड़े बड़े वादे किए मुझसे बहुत प्यार है ऐसा बहुत बहाने किए एक दिन मैंने अजमाया उन्हे पैसे मांग कर फिर वो कॉल न दुबारा किए Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका · निबंध 1 192 Share shabina. Naaz 31 Aug 2022 · 2 min read मेरे बहादुर पिता ३१ अगस्त के अवसर पर ÷=×=÷×=÷×=÷=÷×=÷×=××=÷××=÷×=÷×=÷×=÷× मेरे महान पिता की 16वीं पुण्यतिथि... =÷×=÷×=÷×=×==÷××=÷××=÷÷×=×==×××=÷× . बरसो पहले अब्बु जान पर दूफा७ इंडियनपैनल कोड ताजिरेते हिन्द चला यी गई थी ...... और... Hindi · निबंध 3 2 210 Share rkchaudhary2012 26 Aug 2022 · 1 min read पुष्प की पीड़ा संवेदनहीन हुआ मानव तो खत्म हुंई सब आशाएँ। समझ नही पाया यह मानव मेरे मन की अभिलाषाएँ। अभिलाषा थी वीरों के पाँव तले बिछ जाने की। देश पे जान लुटाने... Hindi · कविता · कहानी · गीत · निबंध · लघु कथा 5 5 278 Share विनोद सिल्ला 22 Aug 2022 · 3 min read जाति दलदल या कुछ ओर जाति दलदल या कुछ ओर -विनोद सिल्ला भारत को अध्ययन-अध्यापन में कृषि प्रधान देश बताया/पढ़ाया जाता है। जो सरासर गलत है। भारत जाति प्रधान देश है। भारत में मानव-मानव के... Hindi · निबंध · लेख 4 317 Share Jyoti Pathak 19 Aug 2022 · 2 min read विलुप्त शिक्षा आपने भी सुना होगा कि शिक्षा अर्थात ज्ञान एक ऐसी जलती हुई मशाल है जिसका प्रकाश कभी कम नहीं होता , सूरज की रोशनी में आप बाहर की प्रत्येक वस्तु... Hindi · निबंध · संस्मरण 3 1 482 Share DrLakshman Jha Parimal 17 Aug 2022 · 2 min read “ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को पूर्वाग्रसित से अलंकृत ना करें “ डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ” =================================== आलोचना ,प्रशंसा ,टीका -टिप्पणी ,समालोचना ,व्यंग और नौ रस के बिना साहित्य अधूरी मानी जाती है ! ये कभी कविता ,लेख या कहानिओं... Hindi · निबंध 2 105 Share rkchaudhary2012 17 Aug 2022 · 1 min read नीली साइकिल वाली लड़की सुघर सलोनी साँवली सूरत, सुंदर मुखड़े वाली लड़की। सीधी सच्ची नाज़ुक पतली प्यारी भोली भाली लड़की। यूँ तो उसकी सारी सखियाँ सब की सब सुंदर ही हैं, मुझको सुंदर लगती... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · नाटक · निबंध 3 6 258 Share rkchaudhary2012 15 Aug 2022 · 1 min read पवित्र मंदिर तुम भी जाते हो , मंदिर हम भी जाते हैं। गंगा तुम भी नहाते हो, गंगा हम भी नहाते हैं। अन्न तुम भी खाते हो, अन्न हम भी खाते... Hindi · कविता · कहानी · कोटेशन · नाटक · निबंध 4 4 325 Share CA Amit Kumar 13 Aug 2022 · 2 min read बच्चो को पैसे कमाने के बारे में कौन सिखाएगा ? हमारे माँ बाप की हमसे बहुत उम्मीद होती है। मेरा बेटा एक अच्छा इंसान बनेगा। बहुत मेहनत कर के पढ़ेगा और बहुत अच्छी नौकरी करेगा और ढेर सारे पैसे कमायेगा।... Hindi · निबंध 3 2 167 Share CA Amit Kumar 13 Aug 2022 · 1 min read क्या हमें ग़ुलामी पसंद है ? हाँ , हमें ग़ुलामी पसंद है। हम ग़ुलाम है अपने मोबाइल के। हम गुलाम है अपने शौक के। हम गुलाम है अपनी नौकरी के। हम गुलाम है गन्दी सोच के।... Hindi · निबंध 1 132 Share CA Amit Kumar 13 Aug 2022 · 1 min read क्या हम सच में आज़ाद है ? हमें अभी भी बहुत सी चीजों से आज़ादी चाहिए। किसी को गरीबी से , किसी को बेरोजगारी से , किसी को तनाव से , किसी को नौकरी से , किसी... Hindi · निबंध 1 133 Share rkchaudhary2012 13 Aug 2022 · 3 min read पूँछ रहा है घायल भारत लोकतंत्र का हनन हुआ है तानाशाही जारी है। संविधान के अनुच्छेदों पर चलती रोज कटारी है। समता और समानता वाले केवल भाषण होते हैं। जनता को बहकाने के अच्छे आकर्षण... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · निबंध 5 7 915 Share DrLakshman Jha Parimal 11 Aug 2022 · 2 min read “ अच्छा लगे तो स्वीकार करो ,बुरा लगे तो नज़र अंदाज़ करो “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ================================== साहित्यिक परिचर्चाओं में शालीनता का महत्व होता है ! मतांतर वहाँ भी व्याप्त होते हैं ! समीक्षा और विश्लेषण का दौर चलता है... Hindi · निबंध 143 Share Radhakishan R. Mundhra 8 Aug 2022 · 4 min read *"रक्षाबन्धन"* *"काँच की चूड़ियाँ"* बात उन दिनों की है जब मै १०-११ साल का था. मैं अपने माता पिता के साथ अपने मामा के यहाँ गया हुआ था. सावन का महीना था मामा के... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 3 335 Share DrLakshman Jha Parimal 7 Aug 2022 · 2 min read “फेसबूक के सेलेब्रिटी” डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ==================== कितने मशक्कतों के बाद दोस्ती की बयार बहती थी ! बचपन के दोस्त ,स्कूल के दोस्त ,गाँव मुहल्ले के दोस्त ,खेल -कूद के... Hindi · निबंध 324 Share DrLakshman Jha Parimal 7 Aug 2022 · 2 min read “ हम महान बनने की चाहत में लोगों से दूर हो जाएंगे “ डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ====================================== हमें महान बनने की ललक हो ना हो पर हमारी विभिन्य भंगिमा ही इस फेसबुक में दर्शाने लगती है कि हम भी महानता की... Hindi · निबंध 239 Share DrLakshman Jha Parimal 2 Aug 2022 · 2 min read " हमरा सबकें ह्रदय सं जुड्बाक प्रयास हेबाक चाहि " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ==================================== हम एहि फेसबुक कें सदेव एकटा रंगमंच बुझलहूँ ! नव -नव परिधान आ भंगिमा सं सुज्जजित अपना कें करि एहि रंगमंच पर उतरि... Maithili · निबंध 239 Share DrLakshman Jha Parimal 1 Aug 2022 · 1 min read " PILLARS OF FRIENDSHIP " Dr. Lakshman Jha"Parimal " ======================= Nowadays It is quite easy to make friends everybody.No doubt we are connected with the world with this modern device. And we are in hurry... Hindi · निबंध 1 387 Share Sushila Joshi 31 Jul 2022 · 5 min read लेख : प्रेमचंद का यथार्थ मेरी दृष्टि में -मुंशी प्रेमचंद का यथार्थ मेरी दृष्टि में ..... ^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^ मुंशी प्रेमचंद की जब भी कोई विधा पढ़ने को मिली ,उसमें मुझे भारत ही नही सम्पूर्ण धरा का यथार्थ नजर आया... Hindi · निबंध 3 429 Share DrLakshman Jha Parimal 31 Jul 2022 · 2 min read " छुपी प्रतिभा " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " =============== चौसठ कलाओं के हम महारथी तो हो नहीं सकते ..परन्तु कला पारखी होने की उत्कंठा हमारी रहती ही है ! हमें कुछ कलाओं... Hindi · निबंध 258 Share DrLakshman Jha Parimal 31 Jul 2022 · 2 min read " लिखने की कला " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ================== आज हम क्षितिज के जाँबाज परिंदे बन गए हैं ! ....दसों दिशाओं में हमारी तूती बोलने लगी है ! .....हमें गर्व है कि... Hindi · निबंध 1 310 Share DrLakshman Jha Parimal 31 Jul 2022 · 2 min read “ खाइतो छी आ गुंगुअवैत छी “ { व्यंग } डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ======================= इ हमर सौभाग्य जे हमर जन्म मिथिला मे भेल ! पैघ भेलहूँ अन्य राज्य मे नौकरी भेटल ! तीन- तीन... Maithili · निबंध 2 203 Share जय लगन कुमार हैप्पी 16 Jul 2022 · 6 min read इंसाफ कहां मिलेगा? बाजार में घूमती हुई दो महिला नजर आती है दोनों महिलाएं वेशभूषा से बहुत ही गरीब एवं लाचार घर की दिख रही है। जिसमें से एक का नाम 'तगड़ी' है... Hindi · कहानी · नाटक · निबंध · पुस्तक समीक्षा 200 Share sheelasingh19544 Sheela Singh 11 Jul 2022 · 5 min read पहाड़ी गाँधी, बुलबुले पहाड़, बाबा कांशीराम जयंती पर 11--07--2022 *'पहाड़ी गांधी', 'बुलबुले पहाड़' *बाबा काँशी राम* 140 वीं जयन्ती पर सभी हिमाचल वासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏💐 **************************** यज्ञ होम में प्राण की, ,निज आहुति बलि धीर। आजादी... Hindi · निबंध 518 Share Previous Page 2 Next