Posts Tag: दोहा 4k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next Suryakant Dwivedi 26 Jun 2024 · 1 min read दोहा धरती सा धीरज रखो, सूरज जैसा तेज। मन अपना आकाश हो, सागर जैसी सेज।। सूर्यकांत Hindi · Quote Writer · दोहा 55 Share Suryakant Dwivedi 24 Jun 2024 · 1 min read दोहे करते सच से सामना, दिल में रखते चोर। देखे अपने पांव को, रोवे आंगन मोर।। 2 कह न सके निज भाव को, बड़े-बड़े उस्ताद। लेते रहे वो उम्र भर, पर... Hindi · दोहा 112 Share RAMESH SHARMA 21 Jun 2024 · 1 min read पूरा सभ्य समाज पेड़ लगाया आज ही,फल भी चाहे आज। इसी रोग से त्रस्त है, पूरा सभ्य समाज।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 64 Share Ravi Prakash 21 Jun 2024 · 1 min read *योग दिवस है विश्व में, इक्किस जून महान (पॉंच दोहे)* *योग दिवस है विश्व में, इक्किस जून महान (पॉंच दोहे)* ➖➖➖➖➖➖➖➖ 1) योग दिवस है विश्व में, इक्किस जून महान ऋषि-मुनियों का ज्ञान यह, भारत की है शान 2) योग... Hindi · Quote Writer · दोहा · योग 159 Share RAMESH SHARMA 17 Jun 2024 · 1 min read दुनिया की बुनियाद जिनकी अपनी सोच ही, रही नहीं आजाद । वे कब अच्छी रख सके,दुनिया की बुनियाद ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 63 Share अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य ) 15 Jun 2024 · 1 min read वृक्षारोपण कीजिए वृक्षारोपण कीजिए, करें काम इक नेक। करें नियंत्रित ताप को,गुण हैं बहुत अनेक।।१ पानी बरसे मेघ से,तरुवर देता आस। पेड़ों से छाया मिले,कम लगती है प्यास।।२ प्राण वायु मिलती सतत,जब... Hindi · दोहा 1 79 Share Suryakant Dwivedi 14 Jun 2024 · 1 min read कटु दोहे कटु दोहे 1 करते हैं खुद फैसले, ये ‘बच्चे’ नादान। आहत मन किससे कहे, तात-मात महमान।। 2 राज़ी जब बीवी मियां क़ाज़ी का क्या काम। मंदिर, वेदी, शादियां, सपने सभी... Hindi · दोहा 109 Share RAMESH SHARMA 14 Jun 2024 · 1 min read माचिस उनके जेब की माचिस उनके जेब की, करती खड़ा सवाल । लगा स्वयं ही आग तुम, करते स्वतः बवाल।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 82 Share RAMESH SHARMA 13 Jun 2024 · 1 min read लिखने का आधार जरिया है ये फेसबुक,लिखने का आधार l कितनो ने इसको मगर,बना दिया बाजार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 100 Share RAMESH SHARMA 11 Jun 2024 · 1 min read पढ़ा हुआ अखबार आया ऐसा भी नज़र ,लोगों का किरदार । जैसे पड़ा दराज में, पढ़ा हुआ अखबार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 80 Share RAMESH SHARMA 6 Jun 2024 · 1 min read मुझे आज फिर भूल चुभती है मुझको बडी़, बात यही बन शूल । हुई परखने मे उन्हे,.मुझे आज फिर भूल ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 64 Share Sudhir srivastava 5 Jun 2024 · 4 min read दोहे **** माँ/माता ***** हर दिन होता मातु का, माता होत विशेष। माता जिसके साथ है, सब कुछ रहे अशेष।। माता का हर दिवस है, माँ जीवन का सार। बिन माता... Hindi · दोहा 77 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 4 Jun 2024 · 1 min read हिंदी दोहे-पुरवाई *हिंदी दिवस- #पुरवाई* पहली बारिश से चले ,पुरवाई मनुहार | शीतलता आभाष हो ,#राना लगे बहार || बुझे धरा की प्यास भी , बूँदें गिरतीं भूम | पुरवाई #राना चले... Hindi · Doha · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दोहा · पुरवाई · राजीव नामदेव राना लिधौरी 3 1 102 Share RAMESH SHARMA 3 Jun 2024 · 1 min read बनी बनाई धाक मिट जाएगी शर्तिया, बनी बनाई धाक । हद से ज्यादा कर दिया, तुमने अगर मजाक ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 92 Share Ravi Prakash 1 Jun 2024 · 1 min read *दान: छह दोहे* *दान: छह दोहे* ➖➖➖➖ 1) मैं-मेरा जिससे घटा, कहते उसको दान रहा नहीं संग्रह तनिक, रहा नहीं अभिमान 2) देता दायॉं हाथ है, बायॉं है अनजान जो प्रचार से है... Hindi · Quote Writer · दोहा 328 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read दोहे कोरोना के काल में, हर जन था भयभीत । हार मनुज की यह कहूँ, या प्रकृति की जीत।१। चली हवा शह-मात की, बात बिना आधार। ज्ञानवान वे बन गये, बिकते... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 2 109 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read छठी पर्व दोहे ----- छठी अलौकिक पर्व है, एक कठिन उपवास । अर्क देव को अर्घ्य दें, लेकर दृढ़ विश्वास ।१। शीतल जल में अर्घ्य ले, खड़े बिना पदत्राण । अस्त-उदय होते... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 99 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read दोहे मुझको भी बिखरे मिले, बीच डगर पर शूल, पर हारा मैं भी नहीं, वहीं उगाये फूल।१। बीस भुजा दस शीश थे, आलय आलीशान। मगर कहो लंकेश का,टिका कहाँ अभिमान।२। भूषण... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 101 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read नैन दोहे ------ नैना से नैना मिले, हुए बेखबर गात । बीच डगर में हो पड़ी, नैनन ही से बात।१। नैनों में है शोभती, यू काजर की रेख। प्रतिपदा के चांद... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 125 Share Dinesh Kumar Gangwar 31 May 2024 · 1 min read दोहा ***दोहा*** वो सम्पत्ति सुमति हरै जो उपजे बैर कराय खुद ना स्थिर जो रहे मानस को दे वो वघियाय। मोक्ष प्राप्ति के लोभ में संत-सामंत को पूज के जो भूले... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 3 105 Share Dushyant Kumar 29 May 2024 · 1 min read *गर्मी पर दोहा* बढ़ रही है गर्मी, द्वार खड़ी है मौत। न जागे गर नींद से, मनाओगे रोज शोक।।१।। काट जंगल वनों को, बन गए खुद यमराज। फँसोगे अपने जाल में, वरना आ... Hindi · कविता · दोहा 3 144 Share RAMESH SHARMA 29 May 2024 · 1 min read गलती पर फटकार देती हैं हर मोड़ पर, जीने का आधार । बड़े बुजुर्गों से मिली,गलती पर फटकार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 75 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 29 May 2024 · 1 min read बिन माली बाग नहीं खिलता #बिन माली बाग नहीं खिलता बिन माली बाग नहीं खिलता है। बिन माँ - बाप घर घर नहीं होता है।। माली दिन रात पौधे की देखभाल करता है । माँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · दोहा · लघु कथा 175 Share RAMESH SHARMA 28 May 2024 · 1 min read काले धन के कालिए, हो जाते आजाद काले धन के कालिए, हो जाते आजाद । करते काले कोट जब,नियम नए ईजाद। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 67 Share राकेश पाठक कठारा 28 May 2024 · 1 min read गर्मी के दोहे सूरज दादा कर रहे,अपनी आंखें लाल म ई की गर्मी से हुए,सकल जीव बेहाल गर्मी रितु के बाद में, आएगी बरसात मन यह ऐसा सोच कर, पुलकित करता गात Hindi · दोहा 140 Share RAMESH SHARMA 28 May 2024 · 1 min read मुट्ठी में जो जान जीने की खातिर मुझे, वही दे रहे ज्ञान। बैठे हैं मेरी लिए, मुट्ठी मे जो जान ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 2 84 Share Sumangal Singh Sikarwar 27 May 2024 · 1 min read चेहरा चेहरा.. न जाने कब..कैसे ... अपनी मोहक छवि का परिचय देता कितनी ही आंखों का आकर्षण बन जाता है न जाने कब कैसे .. उन अपरिचित....अनभिज्ञ सी आंखों की पहली... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · दोहा 2 75 Share RAMESH SHARMA 26 May 2024 · 1 min read दिखे ऊंट लंगूर लगे गाय बकरी उन्हें, दिखे ऊंट लंगूर । देखेंगे जो दूर से, चढ़ कर पेड़ खजूर।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 85 Share Aruna Dogra Sharma 25 May 2024 · 1 min read #मतदान मत का सही प्रयोग कर , लोकतंत्र का पर्व। नेता चुन बन प्रेरणा ,होगा खुद पर गर्व।। : सोच समझ क्यों भूलता, मनु अपना अधिकार। देख सही मतदान कर ,टलना... Hindi · दोहा 1 87 Share RAMESH SHARMA 25 May 2024 · 1 min read ए सी का किरदार पंखे जैसा हो गया,...... ए सी का किरदार । ठंडक ऐसी ज्यों झले, नार लिए अखबार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 64 Share Rajesh Kumar Kaurav 24 May 2024 · 1 min read भाग्य भाग्य बना है कर्म से,कहते वेद पुराण। ज्ञानी वक्ता सब कहें,मिलते धरा प्रमाण ।। जिसके जैसे कर्म हो,बैसा बनता भाग्य । संचित अरु प्रारब्ध से , कुयोग या सौभाग्य।। जैसा... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 1 78 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 23 May 2024 · 1 min read Bundeli doha-fadali बुंदेली दोहा- फदाली खुटखुट भीतर पैड़ दे, मन खौं करै खराब। करम फदाली कौ गिनै, 'राना' नँईं हिसाब।। 🤔🤑🙏 'राना' इतनौ जानतइ, जितै फदाली हौंय। अच्छे साजै लोग भी, मुड़िया... Poetry Writing Challenge-3 · Bundeli In Bundelkhand · Bundeli Kavita · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · दोहा · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 150 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 21 May 2024 · 1 min read नशा त्याग दो बीड़ी बंडल पुडिया सिगरेट, छोड़ो मेरे भाई. रहो निरोगी बीमारी से, न घर में होये लड़ाई.. सुरा सुंदरी मदिरा लोभ, दरिद्रता के द्वार. भूखे नंगे लड़का घूमत, ऐसे जीवन को... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा 138 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 20 May 2024 · 1 min read बुंदेली साहित्य- राना लिधौरी के दोहे बुंदेली साहित्य- राना लिधौरी के दोहे बुंदेली दोहे - किरा (कीड़ा लगा हुआ) 1. अफसर शाही भी किरा, दिखती है अब आज। रिश्वत का 'राना' चलन, कोइ न करता लाज।।... Poetry Writing Challenge-3 · Bundeli Doha · Bundeli Poems · दोहा · बुंदेली काव्य · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 1 159 Share Neeraj Mishra " नीर " 20 May 2024 · 1 min read श्री राम वंदना वंदन श्री चरणों में प्रभु जी मेरा प्रणाम स्वीकार करों | रघुकुल नंदन , हे रघुनन्दन धनुष वाण ले आजाओं दंभ जागता मन , मेरे प्रभु जी मैं को हम... Poetry Writing Challenge-3 · गीत · गीतिका · दोहा · वंदना 2 125 Share Rajesh Kumar Kaurav 19 May 2024 · 1 min read वक्त की करवट वक्त बदलता करवटें,अनजाने में रोज। दुनिया के इंसान सब,रहे युगों से खोज ।। जान न पाए आज तक ,कल कैसा हो वक्त। कब होगा खुशियों भरा ,कब आयेगा सक्त।। वक्त... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 99 Share RAMESH SHARMA 18 May 2024 · 1 min read अपना सकल जमीर नैतिकता की आजकल,पीटें वही लकीर । बैठे हैं जो बेच कर,अपना सकल ज़मीर ।। रखी किसी से आपने,ज्यादा ही उम्मीद । बदले में अहसान के, लेगा तुम्हे खरीद ।। रमेश... Hindi · दोहा 1 93 Share Neeraj Mishra " नीर " 18 May 2024 · 1 min read राज्यतिलक तैयारी चौपाई मंगल भवन अमंगल हरी , देश विदेश में चर्चा भारी | आ रही है राम सवारी , राज्यतिलक की फूल तैयारी || अयोध्या में है फूल तैयारी , आवत... Poetry Writing Challenge-3 · चौपाई · दोहा 107 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read आजादी के दोहे भारत मेरा देश है , देते सभी नजीर । *ओम्* राजा रहे नहीं , देश बैठे वजीर ।। आजादी पचहत्तर की , देश अभी आजाद । *ओम्* सदा ऐसा करें... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 86 Share RAMESH SHARMA 17 May 2024 · 1 min read मिली नही विश्वास की, उन्हें अगर जो खाद हिल जाती है शीघ्र ही, रिश्तों की बुनियाद । मिली नही विश्वास की, उन्हें अगर जो खाद।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 84 Share आकाश महेशपुरी 16 May 2024 · 7 min read चमेली के औषधीय गुणों पर आधारित 51 दोहे व भावार्थ चमेली के औषधीय गुणों पर आधारित 51 दोहे व भावार्थ *********************************** **खंड अ* परिचय, उपयोग एवं फायदे 1- बेल चमेली की मिले, भारत में हर ओर। घर, मंदिर या वाटिका,... Hindi · दोहा 86 Share RAMESH SHARMA 16 May 2024 · 1 min read तरु वे छायादार सिर पर रखकर हाथ जो, देते रहे दुलार। गायब आँगन से हुए, तरु वे छायादार।। माँ दादी बनकर दिया, मुझे जिन्होंने प्यार। ओझल आँगन से हुए, तरु वे छायादार।। रमेश... Hindi · दोहा 1 74 Share RAMESH SHARMA 15 May 2024 · 1 min read जो भी आया प्रेम से,इनमे गया समाय । आँखे मेरी हो गयी ,..मानो एक सराय । जो भी आया प्रेम से,इनमे गया समाय ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 76 Share RAMESH SHARMA 14 May 2024 · 1 min read गूंगे दे आवाज अंधे करते चाकरी, ..गूंगे दे आवाज । बदल गए इस दौर में, बेशक कई रिवाज ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 92 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read बच्चे देश की शान हैं बच्चे देश की शान हैं, हमें उनपर अभिमान हैं, बच्चे मन के सच्चे हैं, सबकी आँखों के तारे हैं, बच्चे सबको भाते हैं, सबके मन को लुभाते हैं, देख-देख बच्चों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा 68 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 May 2024 · 1 min read माँ तेरे आँचल तले... सर पर माँ के हाथ बिन, मिले कहाँ आराम। माँ तेरे आँचल तले, मेरे चारों धाम।। जग में ऐसा कौन जो, माँ सा करे दुलार। आँसू जब-जब देखती, लेती झट... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा · मुक्तक 2 101 Share Nitesh Shah 12 May 2024 · 1 min read माँ माँ की क्या मैं बात कहूँ, क्या उनसे फ़रियाद करूँ, इस जग में उसके जैसी, किसकी मैं पहचान करूँ, माँ के आगे नतमस्तक हो, जीवन यह साकार करूँ, तन, मन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · दोहा · बाल कविता · मुक्तक 1 85 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read दोहे सूरज की अपनी व्यथा; चंदा की कुछ और। या दु:खिया संसार में; चैन मिले ना ठौर।। तारे जलते रात में; किरणें करती भोर। सबका अपना वक्त है; सबका अपना दौर।।... Poetry Writing Challenge-3 · अनिल कुमार निश्छल · दोहा · शिवनी · हमीरपुर 132 Share मिथलेश सिंह"मिलिंद" 12 May 2024 · 1 min read श्री कृष्ण जन्म कथा काल चक्र खुद रुक गया , शून्य सृष्टि का आज । कान्हा का जैसे हुआ , धरती पर आगाज ।। वासुदेव के खुल गये , पावों से जंजीर । पवन... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 71 Share RAMESH SHARMA 12 May 2024 · 1 min read दोहा **** शब्दकोष स्वयं है, नहीं शब्द बस एक शब्दकोष मां स्वयं है, नहीं शब्द बस एक। जिसके आगे फेल हैं, किए सभी अभिषेक ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 102 Share Previous Page 5 Next