Posts Tag: दोहा 3k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid RAMESH SHARMA 18 May 2024 · 1 min read अपना सकल जमीर नैतिकता की आजकल,पीटें वही लकीर । बैठे हैं जो बेच कर,अपना सकल ज़मीर ।। रखी किसी से आपने,ज्यादा ही उम्मीद । बदले में अहसान के, लेगा तुम्हे खरीद ।। रमेश... Hindi · दोहा 6 Share Neeraj Mishra " नीर " 18 May 2024 · 1 min read राज्यतिलक तैयारी चौपाई मंगल भवन अमंगल हरी , देश विदेश में चर्चा भारी | आ रही है राम सवारी , राज्यतिलक की फूल तैयारी || अयोध्या में है फूल तैयारी , आवत... Poetry Writing Challenge-3 · चौपाई · दोहा 7 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read आजादी के दोहे भारत मेरा देश मेरा देते सभी नजीर । *ओम्* राजा रहे नहीं , देश बैठे वजीर ।। आजादी पचहत्तर की , देश अभी आजाद । *ओम्* सदा ऐसा करें ,... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 6 Share RAMESH SHARMA 17 May 2024 · 1 min read मिली नही विश्वास की, उन्हें अगर जो खाद हिल जाती है शीघ्र ही, रिश्तों की बुनियाद । मिली नही विश्वास की, उन्हें अगर जो खाद।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 15 Share आकाश महेशपुरी 16 May 2024 · 7 min read चमेली के औषधीय गुणों पर आधारित 51 दोहे व भावार्थ चमेली के औषधीय गुणों पर आधारित 51 दोहे व भावार्थ *********************************** **खंड अ* परिचय, उपयोग एवं फायदे 1- बेल चमेली की मिले, भारत में हर ओर। घर, मंदिर या वाटिका,... Hindi · दोहा 9 Share RAMESH SHARMA 16 May 2024 · 1 min read तरु वे छायादार सिर पर रखकर हाथ जो, देते रहे दुलार। गायब आँगन से हुए, तरु वे छायादार।। माँ दादी बनकर दिया, मुझे जिन्होंने प्यार। ओझल आँगन से हुए, तरु वे छायादार।। रमेश... Hindi · दोहा 1 20 Share RAMESH SHARMA 15 May 2024 · 1 min read जो भी आया प्रेम से,इनमे गया समाय । आँखे मेरी हो गयी ,..मानो एक सराय । जो भी आया प्रेम से,इनमे गया समाय ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 13 Share RAMESH SHARMA 14 May 2024 · 1 min read गूंगे दे आवाज अंधे करते चाकरी, ..गूंगे दे आवाज । बदल गए इस दौर में, बेशक कई रिवाज ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 37 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read बच्चे देश की शान हैं बच्चे देश की शान हैं, हमें उनपर अभिमान हैं, बच्चे मन के सच्चे हैं, सबकी आँखों के तारे हैं, बच्चे सबको भाते हैं, सबके मन को लुभाते हैं, देख-देख बच्चों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा 13 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 May 2024 · 1 min read माँ तेरे आँचल तले... सर पर माँ के हाथ बिन, मिले कहाँ आराम। माँ तेरे आँचल तले, मेरे चारों धाम।। जग में ऐसा कौन जो, माँ सा करे दुलार। आँसू जब-जब देखती, लेती झट... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा · मुक्तक 1 22 Share Nitesh Shah 12 May 2024 · 1 min read माँ माँ की क्या मैं बात कहूँ, क्या उनसे फ़रियाद करूँ, इस जग में उसके जैसी, किसकी मैं पहचान करूँ, माँ के आगे नतमस्तक हो, जीवन यह साकार करूँ, तन, मन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · दोहा · बाल कविता · मुक्तक 1 25 Share अनिल कुमार निश्छल 12 May 2024 · 1 min read दोहे सूरज की अपनी व्यथा; चंदा की कुछ और। या दु:खिया संसार में; चैन मिले ना ठौर।। तारे जलते रात में; किरणें करती भोर। सबका अपना वक्त है; सबका अपना दौर।।... Poetry Writing Challenge-3 · अनिल कुमार निश्छल · दोहा · शिवनी · हमीरपुर 17 Share मिथलेश सिंह"मिलिंद" 12 May 2024 · 1 min read श्री कृष्ण जन्म कथा काल चक्र खुद रुक गया , शून्य सृष्टि का आज । कान्हा का जैसे हुआ , धरती पर आगाज ।। वासुदेव के खुल गये , पावों से जंजीर । पवन... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 14 Share RAMESH SHARMA 12 May 2024 · 1 min read दोहा **** शब्दकोष स्वयं है, नहीं शब्द बस एक शब्दकोष मां स्वयं है, नहीं शब्द बस एक। जिसके आगे फेल हैं, किए सभी अभिषेक ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 40 Share मिथलेश सिंह"मिलिंद" 12 May 2024 · 1 min read संकल्प शक्ति तीन तत्व से मिल बने , मन के सभी विधान । रजो-तमो-सतगुण जिसे , कहते हैं विद्वान ।। इसी गुणों का ही रहे , मन पर सदा प्रभाव । मन... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 16 Share मिथलेश सिंह"मिलिंद" 12 May 2024 · 2 min read दोहावली हर जीवों में श्रेष्ठ जो, मर्त्य लोक इंसान। लोभ-मोह अरु क्रोध ने, बना दिया हैवान।।१।। मन-मानव में आपसी, छिड़ी श्रेष्ठ की जंग। इसी सोच से हो रहा, काल चक्र नित... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 16 Share RAMESH SHARMA 11 May 2024 · 1 min read सियासी खाल पक जाती है झूठ की, वहां आप ही दाल । बैठे हों सारे जहां,ओढ़ सियासी खाल ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 26 Share Ravi Prakash 10 May 2024 · 1 min read *दहेज: छह दोहे* *दहेज: छह दोहे* __________________________ 1) लोभी दूल्हे हो गए, दुल्हन हैं लाचार कैसे बिना दहेज के, होगा बेड़ा पार 2) जिनको लोभ दहेज का, क्यों दें उन्हें दहेज बैंड बजा... Hindi · Quote Writer · दोहा 20 Share Ravi Prakash 9 May 2024 · 1 min read *दोहा* *दोहा* 🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃 चॉंदी से यदि हो बना, जल से भरा गिलास पीने में फिर स्वाद भी, होता है कुछ खास ------------------------------------------------- रचयिता: रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश मोबाइल... Hindi · दोहा 29 Share RAMESH SHARMA 5 May 2024 · 1 min read दामन में नित दाग कर देना ही ठीक है,रिश्तों का परित्याग । देते हों जो आपके, दामन में नित दाग ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 26 Share RAMESH SHARMA 5 May 2024 · 1 min read रिश्ता-ए–उम्मीद रिश्ता वो बिगडा कभी,होता नही बहाल । करते हों मध्यस्थता, जिसमे कई दलाल ।। तोड़ दिया हमने स्वयं, रिश्ता-ए–उम्मीद । करते थे जिसके लिए,दिल से हम ताकीद।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 34 Share Sudhir srivastava 4 May 2024 · 5 min read दोहा -: कहें सुधीर कविराय ******** माँ से बढ़कर कुछ नहीं ******* माँ से बढ़कर कुछ नहीं, दुनिया सकल जहान। जीवन उनका है सफल, जिनको इसका ज्ञान।। मां से बढ़कर कुछ नहीं, मां बच्चे की... Hindi · दोहा 1 24 Share Rajesh Kumar Kaurav 3 May 2024 · 1 min read संवेदी हृदय भाव संवेदना,सबके रहती पास। करें उपेक्षित जो इसे,जिंदा समझो लाश।। कभी कभी संवेदना,मन में होती क्षीण । दुष्टी पापी भाव में, जिनका हृदय प्रवीण ।। महा भारत युद्ध कथा,कौन... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 19 Share Nitesh Shah 3 May 2024 · 1 min read एक ज़माना था ..... एक ज़माना था जब चिट्ठी-पत्री आती थी, तब पिय के मन की बात समझ में आती थी।। एक ज़माना था जब टेलीफोन पर गुफ़्तगू होती थी, तब बात-बात में दिल... Hindi · कविता · ग़ज़ल · दोहा · बाल कविता 26 Share RAMESH SHARMA 2 May 2024 · 1 min read खफा जरा क्या यार मेरा मुझसे हो गया , खफा जरा क्या यार । लम्हा और कुछ हो गया, जीवन का बेकार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 26 Share Rajesh Kumar Kaurav 29 Apr 2024 · 1 min read मन में भूल गया संवेदना, स्वार्थ भरा व्यवहार । तर्क शील मानव हुआ, अपने तक परिवार।। पति पत्नी संतान हित,जिते कुछ इंसान। सिमट गई संवेदना,हृदय बसा अभिमान।। मान प्रतिष्ठा के लिए,करता खोटे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 2 33 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 28 Apr 2024 · 8 min read समसामायिक दोहे सदाबहार दोहे------ 1- षड्यंत्र कि बात नही कहते सब सत्य निर्भय प्रजा जन सत्यार्थ लोक तंत्र।। 2- टांग खींचना परस्पर जन हित कि रार साथ खड़े मंच पर स्वांग प्रपंच... Hindi · दोहा 1 28 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 26 Apr 2024 · 1 min read दिल पर करती वार मरी हुई संवेदना, दिल पर करती वार। नादां इंसा क्या करे, पड़ा बीच मझधार।। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 3 99 Share RAMESH SHARMA 26 Apr 2024 · 1 min read नही दूसरी चूक दुनिया में इससे बड़ी, नही दूसरी चूक । गलती पर औलाद की,रहे अगर तुम मूक।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 39 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 25 Apr 2024 · 1 min read छूटा उसका हाथ जुड़ी रही संवेदना, हर इक दिल के साथ। तड़पे दिल नादान सा, छूटा उसका हाथ।। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 30 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 23 Apr 2024 · 1 min read लेकर सांस उधार मरी हुई संवेदना, साधे शर उर पार। भाव बेचारे सिसकें, लेकर सांस उधार।। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 3 74 Share RAMESH SHARMA 22 Apr 2024 · 1 min read धरती मां की कोख पृध्वी दिवस पर --------------------- खनिज लवण जल दे रहा, मानव को वरदान ! पृथ्वी पिंड विशाल यह ,.. लगता मातु समान !! लगी केंद्र में आग है , ..फिरभी बाँटे... Hindi · दोहा 1 37 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 22 Apr 2024 · 1 min read भरे हृदय में पीर गहरी सी संवेदना, पाश लिए गंभीर। बाहर भीतर डोलकर,भरे हृदय में पीर।। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 2 39 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 22 Apr 2024 · 1 min read करती गहरे वार खंजर सी संवेदना, करती गहरे वार। पगलाया इंसा भला, कैसे उतरे पार। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 3 64 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 21 Apr 2024 · 1 min read घाव करे गंभीर गहरी सी संवेदना, घाव करे गंभीर। देख असर कौतुक भरा, शरमाए शमशीर । "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 85 Share Sudhir srivastava 18 Apr 2024 · 23 min read दोहा - कहें सुधीर कविराय ******** युवा, नशा, नाश, अंजान, तन ****** युवा नशे में चूर हैं, अभी न उनको ज्ञान। नशा नाश उनका करे, इससे वो अंजान।। ***** धन, धनिक, धनवान, कुबेर, पाखंड ********... Hindi · दोहा 26 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 15 Apr 2024 · 1 min read माँ महागौरी है नमन मातु महागौरी नमन,दिवस अष्टमी आज। स्वीकारो मम भक्ति को,जैसा भी है साज।। भाव पुष्प स्वीकार कर, चखिए पावन भोग। दया दृष्टि ऐसी रखो,शुभता से हो योग।। धर्म कर्म में मन... Hindi · दोहा 1 34 Share RAMESH SHARMA 15 Apr 2024 · 1 min read सोचे सारे ख्वाब चला गया कब बालपन, बीता सकल शबाब । दिल के दिल में रह गए, सोचे सारे ख्वाब ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 44 Share RAMESH SHARMA 15 Apr 2024 · 1 min read जनता का उद्धार कोरे वादों से करें,.........जनता का उद्धार । क्या कागज की नाव से,होगा दरिया पार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 64 Share RAMESH SHARMA 12 Apr 2024 · 1 min read पीड़ा का अनुमान कहे राधिका श्याम से ,त्याग पुरुष का मान । पीड़ा का मेरी तुझे,.... ..तब होगा अनुमान ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 21 Share Suryakant Dwivedi 7 Apr 2024 · 1 min read दोेहे अपनी-अपनी साधना,अपना-अपना धाम। सारे तीरथ हैं यहां, घर है जिसका नाम।। 2 सीता सम हों बेटियां, बेटा राजा राम। गुणकारी हो साधना, तब है मंगल धाम।। 3 एकाकी जीवन हुआ,... Hindi · दोहा 45 Share RAMESH SHARMA 6 Apr 2024 · 1 min read रिश्ता रहा असत्य से रिश्ता रहा असत्य से ,जिनका सदा अटूट । झूठ बोलने की उन्हें, और चाहिए छूट ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 77 Share RAMESH SHARMA 5 Apr 2024 · 1 min read पी जाता हैं प्यास भी, .....मेरी वो हर बार । पी जाता हैं प्यास भी, .....मेरी वो हर बार । इस पर भी प्यासा लगे,सागर का किरदार ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 77 Share Ravi Prakash 5 Apr 2024 · 1 min read *चुनाव: छह दोहे* *चुनाव: छह दोहे* _________________________ 1) लोकतंत्र सबसे बड़ा, अपना हिंदुस्तान बढ़-चढ़कर करिए सभी, शत-प्रतिशत मतदान 2) खाना-पीना छोड़कर, सुबह-सुबह दें वोट चुनिए प्रतिनिधि इस तरह, जिनमें तनिक न खोट 3)... Hindi · Quote Writer · दोहा 59 Share Ravi Prakash 3 Apr 2024 · 1 min read *रामदेव जी धन्य तुम (नौ दोहे)* *रामदेव जी धन्य तुम (नौ दोहे)* ________________________ 1) रामदेव जी धन्य तुम, नमन तुम्हें सौ बार ज्ञान पुरातन देश का, करते पुनरुद्धार 2) रामदेव जी को करो, सब मिल जय-जयकार... Hindi · Quote Writer · दोहा 73 Share Aruna Dogra Sharma 2 Apr 2024 · 1 min read दोहे आत्मज्ञान की संपदा, परम सत्य की खोज। ईश नाम मत भूलना ,चिंतन कर ले रोज।। परम शांति को ढूंढ ले, मनुज काल को जान। जन्म मृत्यु का सत्य तो, भजन... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 4 57 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 31 Mar 2024 · 2 min read बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-157 से चयनित दोहे संयोजन- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 157 *बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-157* *बिषय-"पैलाँ ,पैलें (पहले) दिनांक-30-3-2024* *संयोजक- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'* आयोजक- जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़ *प्राप्त प्रविष्ठियां :-* *1* गय पैलाँ ससुरार में,भव स्वागत सतकार। बेर-बेर... Bundeli · Bundeli · जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ · दोहा · बुंदेली · राजीव नामदेव राना लिधौरी 28 Share Dinesh Kumar Gangwar 31 Mar 2024 · 1 min read अमृत वचन ***अमृत वचन *** मात्-पिता की करे जो भक्ति उसकी हरे गोविंद विपत्ति मात्- पिता का हो जो बैरी हो जाए उसका जग बैरी । छोड तात , परमपिता को जो... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 6 1 60 Share लक्ष्मी सिंह 31 Mar 2024 · 1 min read सत्य की खोज "सत्य की खोज” मनुज का,है अद्भुत प्रयास। अंधकार से निकलकर,पाता सुखद प्रकाश।। चिंतन-मंथन कीजिए , अन्तर्मन से रोज । दिव्य दृष्टि होगी प्रखर,सहज सत्य की खोज ।। पाप तिमिर सब... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 6 46 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Mar 2024 · 1 min read दोहे बदल गया है आजकल, कविता का किरदार। वह बस करती मंच पर,शब्दों का व्यापार।।1 होता जिसके पास में, पैसा और रसूख। समझ नहीं पाता कभी,वह निर्धन की भूख।।2 धर्म ग्रंथ... Hindi · दोहा 61 Share Page 1 Next