Posts Tag: कुण्डलिया 2k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next आकाश महेशपुरी 5 Mar 2024 · 1 min read चाय और सिगरेट सेवा में स्कूल का, खुला हुआ था गेट। पर बच्चे पीते मिले, चाय और सिगरेट। चाय और सिगरेट, धुँआ भी छोड़ रहे थे। सपनों को अय्याश, नशे में तोड़ रहे... Hindi · कुण्डलिया 1 103 Share Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya) 5 Mar 2024 · 1 min read जिसने अपनी माँ को पूजा जिसने अपनी माँ को पूजा, रहा कभी न भूखा l धन दौलत और शोहरत का भी, रहा कभी न सूखा ll अरे जिसने अपना माथा मां के, कदमों में रखा... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा · मुक्तक 61 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 4 Mar 2024 · 1 min read आफत की बारिश असमय वर्षा जो गिरी,विस्मित है संसार। फसलें हैं बर्बाद अब,मुश्किल में परिवार। मुश्किल में परिवार, फसल गेहूँ मुरझाई। लेकर वर्षा रूप,जगत आफत सी आई। डरते सभी किसान,देख नभ फिर बदरामय।... Hindi · कुण्डलिया 1 65 Share आकाश महेशपुरी 28 Feb 2024 · 1 min read करते नेता ढोंग देंगे सबको नौकरी, कहते नेता रोज। लेकिन क्यों मिलती नहीं, सभी रहे हैं खोज। सभी रहे हैं खोज, कि करते झूठे वादे। करते नेता ढोंग, नहीं हैं नेक इरादे। जब... Hindi · कुण्डलिया 1 39 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 23 Feb 2024 · 1 min read अन्नदाता किसान अतिशय करता नित्य श्रम,रख मौसम का ध्यान। पालक दूजा वह जगत, कहते जिसे किसान। कहते जिसे किसान,कर्म जग हित है करता। उपजा कर के अन्न ,पेट जग का है भरता।... Hindi · कुण्डलिया 2 71 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read कैसा कलियुग आ गया कैसा कलियुग आ गया, बदला आज समाज। रिश्ते बनते अर्थ लख, तजकर सारी लाज। तजकर सारी लाज,मनुज कारज कटु करता। उपजा उर में बैर,हृदय में कटुता भरता। कहता सबसे ओम,जगत... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 1 30 Share Poonam Matia 16 Feb 2024 · 1 min read *होय जो सबका मंगल* जंगल, नदिया, खेत हैं, बाग, ताल अरु कूप। 'भारत' ठंडी छाँव है, किन्तु 'इंडिया' धूप।। किन्तु इंडिया धूप, छाँव तक को मन तरसे, प्रीत-नेह का मेह, यहाँ फिर कैसे बरसे?... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · कुण्डलिया 4 2 891 Share सतीश तिवारी 'सरस' 16 Feb 2024 · 1 min read कुण्डलिया छंद (1) औरों को दें मान वह,अपनों को दुत्कार। बनी रीति क्यों आजकल,बोलो मेरे यार।। बोलो मेरे यार,प्यार का क्योंकर टोटा। सच्चा है गुमनाम,पूज्य है क्यों अब खोटा।। कह सतीश कविराय,पदक... Hindi · कुण्डलिया 1 55 Share Poonam Matia 15 Feb 2024 · 1 min read *अजब है उसकी माया* काया सुलगत आग-सी, नीर भरे हैं नैन। तड़पत है इक मीन-सी, मौन हुए हैं बैन।। मौन हुए हैं बैन, चैन क्यों तनिक न आया? मन में रहे सदैव, किसलिए तम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · कुण्डलिया 6 1 1k Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Feb 2024 · 1 min read कुण्डलिया ऋतु छः होतीं भारत में , लो आनंद उठाय । गरमी वर्षा शरद ऋतु , तीन ऋतुएं सुभाय ।। तीन ऋतुएं सुभाय , हेमंत शिशिर औ बसंत । ऋतु अनुसार... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 1 50 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 13 Feb 2024 · 1 min read मातु शारदे वंदना मातु शारदे वंदना,करता जग है आज। रहती माता की कृपा,रहता सुंदर साज। रहता सुंदर साज,सोच उत्तम बन जाती। हो विद्या शृंगार,बुद्धि नव ऊर्जा पाती। विनय करे नित ओम,मातु उत्तम विचार... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 2 77 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 13 Feb 2024 · 1 min read मातु शारदे वंदना मातु शारदे वंदना,करता जग है आज। रहती माता की कृपा,रहता सुंदर साज। रहता सुंदर साज,सोच उत्तम बन जाती। हो विद्या शृंगार,बुद्धि नव ऊर्जा पाती। विनय करे नित ओम,मातु उत्तम विचार... Hindi · कुण्डलिया 85 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 11 Feb 2024 · 1 min read आयी ऋतु बसंत की आयी ऋतु बसंत मधुर,करके अनुपम साज। विद्वत कहते हैं इसे,यही सृष्टि की ताज। यही सृष्टि की ताज,धरा लाए हरियाली। नव पत्तों के साथ,सजे वृक्षों की डाली। महक आम की बौर,लगे... Hindi · कुण्डलिया 1 71 Share shabina. Naaz 6 Feb 2024 · 1 min read मेरे पास फ़ुरसत ही नहीं है.... नफरत करने की.. मेरे पास फ़ुरसत ही नहीं है.... नफरत करने की.. सुनो....मुझे खुश रहने की आदत है.. keep happy yourself becoz time is so precious😊..shabinaZ Hindi · Quote Writer · कुण्डलिया 108 Share Jatashankar Prajapati 30 Jan 2024 · 1 min read नेता पलटू राम ऐसी पलटी मारिए, सके न कोई भाँप। राजनीति कहते इसे,है ये सबकी बाप।। है ये सबकी बाप, इसे हर कोई माने। नेता पलटू राम, कौन ना उनको जाने।। फिर भी... Hindi · कुण्डलिया 93 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Jan 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया छंद सत्ता पर कब्जा करें ,जोड़-तोड़ में दक्ष। क्या होगा जनतंत्र का ,है यह प्रश्न समक्ष।। है यह प्रश्न समक्ष ,सोचते सब मतदाता। देकर जिनको वोट,बनाया भाग्य विधाता। नीति... Hindi · कुण्डलिया 1 2 70 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read कवि मोशाय। जहाँ न पहुँचे ओज रवि,पहुँचे कवि मोशाय। मंच प्रपंच मलीन सब, रहे ठहाके लाय।। रहे ठहाके लाय, छूटे हँसी फव्वारे। गुँजित हैं धरा गगन, लोट पोट हुए सारे।। जन में... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 1 115 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read बीन अधीन फणीश। १) झूमे नाचे बीन पर,बीन अधीन फणीश। भाता महुअर व्याल क्यों,सोचत उरग महीश।। सोचत उरग महीश,सपेरा परम चितेरा। पोषण साधन उभय,यही जन्मों का फेरा।। एकत्व साधे काज,भँवर कर्मों का घूमें।... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 1 103 Share आकाश महेशपुरी 28 Jan 2024 · 1 min read नेता पल्टूराम (कुण्डलिया) जनता को भाता नहीं, उछल कूद का काम। किस पर करें यकीन हम, नेता पल्टूराम। नेता पल्टूराम, पलटते देर न लगती। लेकिन किस्मत हाय, हमारी नहीं पलटती। डूब रहा है... Hindi · कुण्डलिया 71 Share shabina. Naaz 27 Jan 2024 · 1 min read दिल है के खो गया है उदासियों के मौसम में.....कहीं दिल है के खो गया है उदासियों के मौसम में.....कहीं जाओ तलाश कर के लाओ चंद खुशियाँ नयी.....shabinaZ Hindi · Quote Writer · कुण्डलिया 106 Share करन ''केसरा'' 26 Jan 2024 · 1 min read आज़ादी के दीवाने आजादी के दीवानों ने सुलगाई जो चिनगारी। ज्वाला बनकर टूट पड़ी थी अंग्रेजों पर अति भारी।।_२ यह ज्वाला झांसी में प्रगटी, रणचंडी बन कूद पड़ी। सांस चली थी जब तक... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 89 Share आकाश महेशपुरी 26 Jan 2024 · 1 min read लहसुन खाने से लहसुन कई, मिट जाते हैं रोग। औषधियों में श्रेष्ठ है, कहते हैं सब लोग। कहते हैं सब लोग, शुगर, बीपी, मोटापा। चाहे पक्षाघात, वात के मम्मी पापा। डरते... Hindi · कुण्डलिया 96 Share sushil sharma 24 Jan 2024 · 1 min read गणपति वंदना कुण्डलिया छंद गणपति वंदना 1. शंकर सुत हे विश्वमुख,हे गणराज विशाल। विघ्न हरो विघ्नेश तुम,हे प्रभु दीनदयाल।। हे प्रभु दीनदयाल ,आप हैं विघ्न विनाशक। प्रथम पूज्य गणराज ,आप हैं आत्म... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 50 Share sushil sharma 24 Jan 2024 · 1 min read कुण्डलिया छंद कुण्डलिया छंद होली 1. फागुन लिखे कपोल पर ,प्रेम फगुनिया गीत दहके फूल पलाश के ,कहाँ गए मन मीत। कहाँ गए मन मीत ,फगुनिया हवा सुरीली। भौरों की गुंजार ,हँसे... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 71 Share sushil sharma 24 Jan 2024 · 1 min read कुण्डलिया छंद कुण्डलिया छंद विषय -जलेबी 1 पानी मुँह में आ गया, देख जलेबी गोल। प्यारी मम्मी आज ही ,डाल जलेबी घोल। डाल जलेबी घोल ,चाशनी गुड़ की होना। मीठी ये अनमोल... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 56 Share sushil sharma 24 Jan 2024 · 1 min read गुरु पर कुण्डलियाँ गुरु पर कुण्डलियाँ सुशील शर्मा सारे संशय दूर हों ,गुरु की कृपा अपार अवगुण सारे मेटते ,शुद्ध करें व्यवहार। शुद्ध करें व्यवहार ,ज्ञान की ज्योति जलाते गुरु ग्रंथन का सार... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 51 Share sushil sharma 24 Jan 2024 · 1 min read कुण्डलिया छंद कुण्डलिया छंद 1 आशा आशा का सूरज उगा ,नयी मधुर है भोर। अंधकार को चीर कर ,मिला सुपथ का छोर। मिला सुपथ का छोर ,नवल नित उर्जित मन है। नया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · कुण्डलिया 50 Share Aruna Dogra Sharma 24 Jan 2024 · 1 min read श्री राम विधा: कुण्डलिया विषय:- श्री राम होगी पूरी आस जी ,आएंगे श्री राम। दीप प्रज्वलित हो रहे, सजा अयोध्या धाम।। सजा अयोध्या धाम, गीत मंगल सब गाते। जपते सीताराम, दिव्य दर्शन... Hindi · कुण्डलिया 1 70 Share Vijay kumar Pandey 22 Jan 2024 · 1 min read प्यासा के कुंडलियां (झूठा) झूठा फिरते बहुत हैं,बिन ढूंढे मिल जाय। रहते हैं वो साथ में, अंदर अंदर खाय।।। अंदर अंदर खाय, निराली बातें उसकी। हर बातों में उसे, छूटे है प्यारी मुस्की।। हो... Hindi · कुण्डलिया 101 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 22 Jan 2024 · 1 min read कुंडलिया छंद अपना हो या गैर हो ,माँगें सबकी खैर। पड़ते नहीं ज़मीन पर,अब भक्तों के पैर। अब भक्तों के पैर ,अयोध्या ओर मुड़े हैं। जाति-धर्म को छोड़,राम के भक्त जुड़े हैं।... Hindi · कुण्डलिया 1 1 132 Share Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya) 20 Jan 2024 · 1 min read मैं बंजारा बन जाऊं कभी कभी लगता हैं मुझको,मैं बंजारा बन जांऊ l फिर दुनिया के राग दोष से, मैं भी मुक्ति पा जाऊं ll ये गोरे काले का रंगभेद, ये ऊंच नीच ये... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · दोहा · हास्य-व्यंग्य 93 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 20 Jan 2024 · 1 min read कुंडलिया छंद करिए जीवन में सदा, राम नाम का जाप । लोक-वेद मत है यही, मिटें सभी त्रय ताप । मिटें सभी त्रय ताप, डालतीं खुशियाँ डेरा।. आए मंगल भोर, छँटे घनघोर... Hindi · कुण्डलिया 1 1 97 Share Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya) 13 Jan 2024 · 1 min read हम सनातन वाले हैं हम लोधी लोधा लोध, सनातन वाले हैं शिव की भक्ति में मस्त, रहे मतवाले हैं क्षत्रिय कुल की चंद्रवंश, शाखा में जनमे वीर युद्ध क्षेत्र और क्रांती क्षेत्र में, लड़े... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया 83 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Jan 2024 · 1 min read कुंडलिया छंद सर्दी ने इस बार तो,धरा रूप विकराल। कहते हैं ये बात सब ,जाड़े में हर साल। जाड़े में हर साल,बात दे यही सुनाई। पहनो कपड़े गर्म ,ओढ़कर रहो रजाई। करे... Hindi · कुण्डलिया 2 86 Share surenderpal vaidya 2 Jan 2024 · 1 min read * पत्ते झड़ते जा रहे * ** कुण्डलिया ** ~~ पत्ते झड़ते जा रहे, सब वृक्षों के खूब। और सूखती जा रही, हरी भरी सी दूब। हरी भरी सी दूब, शीत ने दस्तक दी है। मुरझाए... Hindi · कुण्डलिया · पतझड़ 1 1 108 Share आनंद प्रवीण 29 Dec 2023 · 1 min read लोग कहते हैं कि प्यार अँधा होता है। लोग कहते हैं कि प्यार अँधा होता है। मेरा मानना है कि प्यार अँधा नहीं होता है। पर जिस क्षण में प्यार होता है उस क्षण में और कुछ नहीं... Hindi · Quote Writer · कविता · कुण्डलिया · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका 1 142 Share आकाश महेशपुरी 22 Dec 2023 · 1 min read संजू की जयकार करने लगते लोग हैं, संजू की जयकार। जब दिखती हर छोर पर, बैटिंग की रफ्तार। बैटिंग की रफ्तार, धार में जब रहता है। बड़ा बड़ा स्कोर, तास जैसे ढहता है।... Hindi · कुण्डलिया 90 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Dec 2023 · 1 min read स्वामी विवेकानंद ( कुंडलिया छंद) तन पर शोभित था सदा,जिनके भगवा रंग। उनकी वाणी सुन सभी ,हो जाते थे दंग। हो जाते थे दंग , देख कर धर्म पताका। समझाया वेदांत , बने वे पुरुष... Hindi · कुण्डलिया 157 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 16 Dec 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद अपना भारत देश है,दुनिया में सिरमौर। बात न मानो और की,देखो करके गौर। देखो करके गौर,लोग हैं गजब निराले। दे देते हैं जान ,बने माँ के रखवाले। मिलकर सारे देव... Hindi · कुण्डलिया 117 Share आकाश महेशपुरी 15 Dec 2023 · 1 min read खेल जगत का सूर्य रन का जैसे यंत्र है, करता रन बौछार। खेल जगत का सूर्य है, अपना सूर्य कुमार। अपना सूर्य कुमार, मार से हक्का बक्का। रह जाते हैं लोग, देखकर इसका छक्का।... Hindi · कुण्डलिया 1 166 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 24 Nov 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद सारे रखना चाहते, अपनी ऊँची नाक। तार-तार इंसानियत ,बात यही बेबाक।। बात यही बेबाक,शुरू जब हुई लड़ाई। खुशियाँ चढ़तीं भेंट,नहीं होती भरपाई। होती सबकी हानि ,मरे या कोई मारे। कहता... Hindi · कुण्डलिया 1 146 Share RAMESH SHARMA 16 Nov 2023 · 1 min read आसमान की सैर देखें है मन के कभी ,कहां किसी ने पैर । करता है फिर भी मगर,आसमान की सैर ।। चमत्कार समझे इसे, या प्रभु का वरदान। आसमान की भर रहा,मनुआ नित्य... Hindi · कुण्डलिया · दोहा 1 64 Share surenderpal vaidya 16 Nov 2023 · 1 min read * भैया दूज * ** कुण्डलिया ** ~~ भाई बहना प्रेम का, पावन यह त्योहार। आता भैया दूज पर, हर्षित पल हर बार। हर्षित पल हर बार, भावना में बहने का। एक दूसरे संग,... Hindi · कुण्डलिया · दीपावली · भैया दूज 1 1 156 Share अभिषेक किसनराव रेठे 12 Nov 2023 · 1 min read स्त्रियां पुरुषों से क्या चाहती हैं? आमतौर पर एक महिला पुरुष से सुरक्षा, दोस्ती, समझ, सम्मान चाहती है । एक महिला सिर्फ गुलाब का फूल देने वाला ही नहीं चाहती, वह गोभी का फूल देने वाला... Hindi · कुण्डलिया · कोटेशन · निबंध · लेख · संस्मरण 1 190 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 7 Nov 2023 · 1 min read पूजा पूजा वीणादायिनी , नमन करे संसार । उर नवल ज्ञानदायिनी , बुद्धि देती अपार ।। बुद्धि देती अपार , जग माता पद्मासना । शारदे हंसवाहिनी , वर दे हमें सुभाषना... Hindi · कुण्डलिया 3 141 Share Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya) 7 Nov 2023 · 1 min read आशिकों का गुलाब थी. बला की सूरत बड़ी खूबसूरत, निगाहों में उसके मधुशाला सी थी. उठाती थी नजरें गिराती थी पलके, अदाओं में उसके मुहब्बत की हसरत सी थी.. मुझे देखकर, फिर पलकें झुका... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 131 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 1 Nov 2023 · 1 min read बी पी शुगर बढा रहे बीबी के कुछ बोल बी पी शुगर बढा रहे,बीबी के कुछ बोल। बढे रक्त में इस तरह, जैसे मिसरी घोल। जैसे मिसरी घोल, उठे लेवल झट ऊपर। नहीं आप विश्वास,देख लो खुद ही छूकर... Hindi · कुण्डलिया 164 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 1 Nov 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद कुंडलिया छंद ( Happy karwa chouth to all) ('शब्दों का अनुनाद' कुंडलिया संग्रह से) झूमें घूमें साथ में,करें परस्पर प्यार। करवा चौथ मनाइए,सुखी रहे संसार। सुखी रहे संसार,उम्र लंबी हो... Hindi · कुण्डलिया 1 1 82 Share surenderpal vaidya 1 Nov 2023 · 1 min read * कुछ लोग * ** कुण्डलिया ** ~~ आपस में उलझे हुए, रहते हैं कुछ लोग। और बेवजह देखिए, कष्ट रहे हैं भोग। कष्ट रहे हैं भोग, यही है इनकी फितरत। इसीलिए हर बार,... Hindi · कुण्डलिया 1 1 129 Share shabina. Naaz 31 Oct 2023 · 1 min read ये तो दुनिया है यहाँ लोग बदल जाते है ये तो दुनिया है यहाँ लोग बदल जाते है इतना मिलते है के मिलने को तरस जाते है…….shabinaZ Hindi · Book 2 · Quote Writer · कुण्डलिया 1 165 Share Previous Page 2 Next