Posts Tag: एहसास 61 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Juhi Grover 13 May 2024 · 1 min read तुम मेरी यादों से उतर गये थे कब से तुम, फिर ख्वाबों में आ के क्यों सताते हो, जिन अल्फाज़ों को छोड़ चुकी थी मैं, बार बार कानों में तुम क्यों... Poetry Writing Challenge-3 · आईना · इन्तजार · एहसास · कविता · तराना 1 13 Share Shyam Sundar Subramanian 19 Mar 2024 · 1 min read व्यावहारिक सत्य कुछ समझ में नहीं आता क्या गलत है ? क्या सही ? सही को गलत सिद्ध किया जाता है , और गलत को सही , अब तो यही लगता है... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · एहसास · कविता 1 2 56 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read ज़िंदगी के फ़लसफ़े वक्त बदलते , हालात बदलते हैं , बदलते हालात, एहसास बदलते हैं , बदलते एहसास, इंसां बदलते हैं, बदलते इंसां, मरासिम बदलते हैं , बदलते मरासिम, ए’तिबार बदलते हैं, बदलते... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · एहसास · कविता 2 44 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read वक्त लगता है चलते-चलते वक्त कुछ पीछे छूट गया , कुछ ऐसे गुजरा की कुछ पता ही नहीं चला , हम कहां थे ? कहां से कहां आ गए ? हम... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · एहसास · कविता 2 40 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read मर्दुम-बेज़ारी बड़ी-बड़ी बातों का इल्म़ बांटना बहुत आसान है , उनका ‘अमल उतना ही मुश्किल ना आसान है , हक़ीक़त में इंसानी फ़ितरत आड़े आती है , जो बनते काम को... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · एहसास · कविता 2 43 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Mar 2024 · 1 min read ज़िंदगानी रिश्ते थे जो, वो टूटते चले गए , दोस्तों के साथ भी छूटते चले गए , वक्त के साथ एहसास भी बदलते गए , जब -तब हादसे , ज़ीस्त को... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · एहसास · कविता 2 40 Share Shyam Sundar Subramanian 17 Mar 2024 · 1 min read वो अजनबी झोंका ये कौन सा हवा का झोंका था ? जो मुझे छू गया , सोते दिल में इक एहसास सा जगा गया , कुछ भूले-बिसरे लम़्हों की याद दिला गया ,... Hindi · एहसास · कविता 40 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Feb 2024 · 1 min read ज़िंदगी के सौदागर ज़िंदगी की बोली लगती है , क्या तुम ज़िंदगी खरीद पाओगे ? क्या उसकी कीमत तुम चुका पाओगे ? तड़पते जिस्मो जाँ से बग़ावत करती रूह को क्या तुम मना... Hindi · एहसास · कविता 83 Share Sangeeta Beniwal 7 Feb 2024 · 1 min read (हमसफरी की तफरी) (हमसफरी की तफरी) हमसफर वही हम भी वही रिश्ते भी वही रास्ते भी वही आज भी वही अर्धनारीश्वर से हम। घी-खिचड़ी, माखन -मलाई से आज भी वही स्निग्धा रिश्ते ।... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · Quotation · एहसास · हमसफ़र 2 79 Share ब्रजनंदन कुमार 'विमल' 4 Feb 2024 · 1 min read मेरी लिखावट मै लिखता हूं महज एहसासों को, मुझसे कल्पना नहीं की जाती, मुझे सोचकर लिखना पसंद है, मैं कहानियों में खुद को नही उतार पाता, कहानियां कभी सत्य है तो कभी... Hindi · एहसास 2 95 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Jan 2024 · 1 min read वक्त लगता है चलते-चलते वक्त कुछ पीछे छूट गया , कुछ ऐसे गुजरा की कुछ पता ही नहीं चला , हम कहां थे ? कहां से कहां आ गए ? हम... Hindi · एहसास · कविता 1 81 Share Shyam Sundar Subramanian 27 Dec 2023 · 1 min read दहन ये धुआँ सा कहाँ से उठता है ? फ़िज़ा में ये सुगबुगाहट कैसी है ? लगता है कहीं कुछ जल रहा है , माहौल में ये चुप्पी कैसी तारी है... Hindi · एहसास · कविता 100 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Dec 2023 · 1 min read वो बातें रात तो बीत गई पर कुछ कही , कुछ अनकही बातें रह गई , कुछ दिल को बेचैन कर गई , कुछ ज़ेहन को मुज़्महिल कर गई , श़ब -ओ-सहर... Hindi · एहसास · कविता 1 2 183 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Dec 2023 · 1 min read हालातों का असर कुदरत की रा'नाईओं का भी असर होता है , तन्हा वीरानियों का भी सफ़र होता , ख़िज़ाँ में सूखे पत्तों का भी शजर होता है , बादलों में छुपा हुआ... Hindi · एहसास · कविता 144 Share Shyam Sundar Subramanian 2 Dec 2023 · 1 min read तसव्वुर मसर्रत की ऐसी हवा चली है , माहौल की सरगर्मियां लुत्फ़-अंदोज़ हो रहीं हैं , लगता है अभी-अभी किसी ने मुझे प्यार से छूआ है , ज़ेहन में अजब सी... Hindi · एहसास · कविता 1 81 Share Shyam Sundar Subramanian 29 Nov 2023 · 1 min read असर निग़ाहे नाज़ का ये असर है जिससे तू बे-ख़बर है , दीवाना बना दे ज़माने को ऐसी तेरी नजर है , चश्मे साग़र से पिला मदहोश कर देती हो ,... Hindi · एहसास · कविता 1 149 Share Shyam Sundar Subramanian 16 Oct 2023 · 1 min read मर्दुम-बेज़ारी बड़ी-बड़ी बातों का इल्म़ बांटना बहुत आसान है , उनका 'अमल उतना ही मुश्किल ना आसान है , हक़ीक़त में इंसानी फ़ितरत आड़े आती है , जो बनते काम को... Hindi · एहसास · कविता 218 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Aug 2023 · 1 min read ज़िंदगानी रिश्ते थे जो, वो टूटते चले गए , दोस्तों के साथ भी छूटते चले गए , वक्त के साथ एहसास भी बदलते गए , जब -तब हादसे , ज़ीस्त को... Hindi · एहसास · कविता 181 Share Shyam Sundar Subramanian 3 Aug 2023 · 1 min read उम्मीद -ए- दिल आलम -ए -बेताबी -ए- दिल का हुआ ये हाल, वो तस्वीर ज़ेहन से ना उतरती करती है बे-हाल , मुज़्तरिब सा बहका- बहका रहता हूँ , दीवाना सा भटका- भटका... Hindi · एहसास · कविता 1 205 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Jul 2023 · 1 min read निगाहें उनकी आंखों में उमड़ता सैलाब मैंने देखा था , उनकी आंखों में जन्नत का एहसास मैंने देखा था , लफ्ज़ों का इज़हार ग़ुम था , मगर बोलती निगाहों को मैंने... Hindi · एहसास · कविता 262 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Jun 2023 · 1 min read #मुक्तक- #मुक्तक- ■ एक एहसास... 【प्रणय प्रभात】 ख़िजां है अब न अड़ना चाहता है, हवाओं से न लड़ना चाहता है।। उसे दस्तूर क़ुदरत का पता है, वो पत्ता ख़ुद ही झड़ना... Hindi · एहसास · मुक्तक 1 110 Share *Author प्रणय प्रभात* 25 Jun 2023 · 1 min read #ग़ज़ल- #ग़ज़ल- ■ इंकार कर सकता हूँ मैं...!! 【प्रणय प्रभात】 ● मत समझना सिर्फ़ तुमको प्यार कर सकता हूँ मैं। हो कोई इसरार तो, इंकार कर सकता हूँ मैं।। ● संग... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एहसास 1 88 Share *Author प्रणय प्रभात* 20 Jun 2023 · 1 min read #ग़ज़ल #ग़ज़ल ■ खिलौना कर ले... 【प्रणय प्रभात】 ◆ हाथ को मोड़ के थोड़ा सा तिकोना कर ले। थक गया हो तो ज़मीं को ही बिछौना कर ले।। ◆ दिल के... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एहसास 1 130 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Jun 2023 · 1 min read ये नज़रें नज़र से नज़र का असर है , जो इन नज़रों से बेख़बर है , वो एहसास -ए- शु'ऊर से बेअसर है , किसी ने जन्नत देखी है नज़रों में ,... Hindi · एहसास · कविता 2 2 317 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Jun 2023 · 1 min read ज़िदगी के फ़लसफ़े वक्त बदलते , हालात बदलते हैं , बदलते हालात, एहसास बदलते हैं , बदलते एहसास, इंसां बदलते हैं, बदलते इंसां, मरासिम बदलते हैं , बदलते मरासिम, ए'तिबार बदलते हैं, बदलते... Hindi · एहसास 1 103 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Jun 2023 · 1 min read अजनबी अपनों के शहर में हम अजनबी से हो गए हैं , बावफ़ा रहकर भी मोरिद- ए - इल्ज़ाम हो गए हैं , यादों के झरोखों से झाँकते है कुछ जाने-... Hindi · एहसास · कविता 409 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 5 Jun 2023 · 1 min read दोस्ती इसलिए खास है दोस्ती इसलिए खास है क्योंकि...... यही जीवन का सबसे खूबसूरत एहसास है। हर मुसीबत में होता दोस्त हमारे साथ है। दूर होकर भी हमारे रहता आसपास है। वक्त पड़ने पर... Poetry Writing Challenge · एहसास · कविता · दोस्ती · हिंदी कविता 1 235 Share Shyam Sundar Subramanian 3 Jun 2023 · 1 min read एकाकीपन जैसे-जैसे यह समय गुजरता जाता , वैसे-वैसे ही कुछ घटता सा जाता , उमंग में भी कमी होने लगती , अच्छी- भली कही भी बुरी लगती , भीड़ से दूर... Hindi · एहसास · कविता 431 Share Shyam Sundar Subramanian 2 Jun 2023 · 1 min read व्यक्तिगत अभिव्यक्ति बहुत कुछ सोच समझकर कहना चाहूं तो ज़ुबान पर ताले पड़ जाते हैं , अव्यक्त भावनाओं के स्वर अंतःकरण में डोलते रहते व्यक्त नहीं हो पाते हैं , लगता है... Hindi · एहसास · कविता 334 Share *Author प्रणय प्रभात* 20 May 2023 · 1 min read ■ आज का चिंतन... ■ आज का चिंतन... मैं उन लोगों से कतई इत्तिफ़ाक़ नहीं रखता, जो मौजूदा दौर को सब कुछ देने वाला मानते हैं। मुझे लगता है कि कथित विकासशीलता के इस... Hindi · एहसास · शेर 389 Share Shyam Sundar Subramanian 14 May 2023 · 1 min read चंद एहसासात जान कर भी अंजान से बन जाते हैं लोग , अपनों से भी अजनबी से बन जाते हैं लोग , ये वक्त का है तकाज़ा , या फ़ितरत का है... Hindi · एहसास · शेर 196 Share Shyam Sundar Subramanian 14 May 2023 · 1 min read चंद एहसासात दिल के ग़ुबार मुस्कुराहट से झुपते नहीं , नज़रों से बयाँ हो ही जाते हैं , दर्द-ए-दिल जज़्ब होता नहीं , अश़्क बन छलक ही जाता है । Hindi · एहसास · शेर 134 Share मनोज कुमार 14 May 2023 · 1 min read शबे- फित्ना शबे- फित्ना बिखरने दो धूप को आसमाँ को नंगे पांव चलने दो गलने दो ये दाग़ दिल के ३मता- ए- नफस हमें नहीं चाहिए सो गई जमीं तो, तारे नींद... Poetry Writing Challenge · एहसास · कविता · जुदाई · तन्हाई · दर्द 230 Share Shyam Sundar Subramanian 9 May 2023 · 1 min read दिल -ए- ज़िंदा दिल का एहसास बुज़ुर्ग को भी जवाँ बना देता है , दिल से हारे जवाँ को भी वक्त से पहले बूढ़ा बना देता है , ज़िंदादिली से जो जीते हैं... Hindi · एहसास · कविता 407 Share Shyam Sundar Subramanian 4 May 2023 · 1 min read हस्ती रहगुज़र -ए-ज़ीस्त की उड़ती खाक बनकर रह गया हूं , सोज़ -ए -दिल से जलकर राख बनकर रह गया हूं , हसीन ख़्वाबों का फ़रेब-ए- सराब बन कर रह गया... Hindi · एहसास 267 Share Shyam Sundar Subramanian 3 May 2023 · 1 min read ज़िदादिली खुशी क्या होती है तुम ये क्या जानो , मसर्रत के लम्हों को तुम कैसे पहचानो , ज़िंदादिल इंसां औरों को खुश देख खुश होता है , उनका ग़म बांटकर... Hindi · एहसास · कविता 1 1 274 Share Shyam Sundar Subramanian 30 Apr 2023 · 1 min read अपने इंसान दुनिया जीतकर भी अपनों से हार जाता है , कभी-कभी अपनों से जीतकर भी अपने आप से हार जाता है , कभी-कभी उसके अपने ही उसकी हार का कारण... Hindi · एहसास · कविता 302 Share Shyam Sundar Subramanian 18 Apr 2023 · 1 min read बे-ख़ुद वक्त की दहलीज़ पर ठहरा हुआ सा एक लम्हा, हवा में लहराता हुआ सा एक बबूला, संगे -ए- राह सा ठोकर खाता हुआ, एहसास -ए- दर्द बना फ़ुगाँ होता हुआ... Hindi · एहसास · कविता 179 Share Shyam Sundar Subramanian 5 Apr 2023 · 1 min read लहर दिल में कुछ इस कदर लहर सी उठती है , कुछ कहती भी है , पर कुछ समझ ना आती है, एहसास के समंदर मे हम डूबते - उभरते रहते... Hindi · एहसास · कविता 360 Share Shyam Sundar Subramanian 28 Mar 2023 · 1 min read हादसे ये क्या हुआ , कैसे हुआ ,क्यूँ हुआ , कुछ ऐसे अचानक हादसे हो जाते हैं , जिनको हम कभी समझ नही पाते हैं , जितना समझने की कोशिश करें... Hindi · एहसास · कविता 203 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का मुक्तक #मुक्तक... ■ बोलते हैं खंडहर... दूर रहिए और दूर से ही गुज़र जाइए। जर्जर दीवारें मामूली सी आहट से भी धराशायी हो जाती हैं अक़्सर।। ■ प्रणय प्रभात ■ Hindi · एहसास · दिल · दिल का पैगाम · भक्ति मुक्तक · शायरी 1 376 Share Shyam Sundar Subramanian 17 Mar 2023 · 1 min read असंवेदनशीलता सब कुछ देखकर भी हम अनजान से बन जाते हैं , सब कुछ सुनकर भी हम अनसुनी कर जाते हैं , शायद हमारे पूर्व कटु अनुभव हमें इसलिए बाध्य करते... Hindi · एहसास · कविता 162 Share *Author प्रणय प्रभात* 16 Mar 2023 · 1 min read ■ आज की ग़ज़ल #ग़ज़ल :- ■ और दूर-दूर रहे...! 【प्रणय प्रभात】 ◆ सफ़र में साथ रहे और दूर-दूर रहे। हमारे बीच में किस तरहा के फ़ितूर रहे।। ◆ यूँ तिरी याद है मेरे... Hindi · Gazal ग़ज़ल · इश्क़ · एहसास · जिंदगी · शायरी उर्दू शायरी 1 133 Share *Author प्रणय प्रभात* 14 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ आज के लोग सिर्फ़ मौसम ही नहीं, कैलेंडर की तरह हैं। फ़र्क़ बस इतना है कि कुछ तारीखों की तरह रोज़ बदलते हैं। कुछ महीनों की तरह महीने में... Hindi · एहसास · कटाक्ष · दुनियां · शेर · सम सामयिक 1 341 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Mar 2023 · 1 min read चाहत किसी की चाहत में हम खुद को भुला बैठे , होश जब आए तब इल्म़ हुआ क्या कुछ गवां बैठे , खुद को दीवाना बना भटकते रहे सराबों में ,... Hindi · एहसास · कविता 2 255 Share *Author प्रणय प्रभात* 13 Mar 2023 · 2 min read ■ एक_नज़्म_ख़ुद_पर ■ सफ़र में हूँ.... 【प्रणय प्रभात】 सफ़र में हूँ नज़र के सामने केवल अँधेरा है। अँधेरा यानि गुमनामी जो मेरे साथ है अब तक, अँधेरा यानि नाकामी जो मेरे साथ... Hindi · एहसास · कविता · जीवन · नज़्म · सफ़र 1 199 Share *Author प्रणय प्रभात* 11 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ निर्दोष नमक दोष उन उंगलियों का भी नहीं, जो ज़ख्म पर नमक छिड़कती हैं। दोषी वो है, जिसकी उंगलियां हैं। ■ प्रणय प्रभात ■ Hindi · एहसास · शायरी · शेर 1 131 Share *Author प्रणय प्रभात* 9 Mar 2023 · 1 min read ■ मुक्तक... #मुक्तक ■ ख़्वाहिश नहीं बची... 【प्रणय प्रभात】 "मौसम की और बाढ़ की साज़िश नहीं बची। हम तो समझ रहे थे कि बारिश नहीं बची।। सूखा ग़ुलाब झांक गया डायरी से... Hindi · एहसास · भक्ति मुक्तक · शायरी 1 305 Share Shyam Sundar Subramanian 9 Mar 2023 · 1 min read बिना तुम्हारे बिना तुम्हारे गुज़रती इस शब की कोई सहर नही , इस रहगुज़र के सफ़र की कोई मंज़िल नही , इस उठते दर्द का कोई ठिकाना नही , इन दिल के... Hindi · एहसास · कविता 205 Share *Author प्रणय प्रभात* 26 Feb 2023 · 1 min read #आज_की_ग़ज़ल #ग़ज़ल ■ रतजगा मेरा...!! 【प्रणय प्रभात】 ★ तेरी मंज़िल थी, रास्ता मेरा। नींद तेरी थी, रतजगा मेरा।। ★ मेरी ख़ुशियों से था, गुरेज़ तुझे। तेरे ग़म से था, वास्ता मेरा।।... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एहसास 1 128 Share Page 1 Next