Posts Tag: शेर 7k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next manjula chauhan 16 Feb 2024 · 1 min read शायरी न जाने कैसी खुदगर्जी का दौर है, जी भी रहे है तो बस मरने के लिए। Poetry Writing Challenge-2 · शेर 1 45 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 16 Feb 2024 · 1 min read *सच्चा मित्र* माना सुदामा की तरह लाचार हूँ मैं काश कोई कृष्ण मेरी ज़िंदगी में भी होता मेरे ग़लत होने पर भी मेरा साथ देता काश! कर्ण सा मित्र मेरा भी होता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 66 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 16 Feb 2024 · 1 min read *मोहब्बत बनी आफत* जब पाकिस्तान की सीमा भारत के अंदर आ गई किसी ने इसे प्यार की ताक़त कहा किसी ने कहा घुसपैठ हो गई जब चार बच्चों की माँ सरहद पार के... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry · कविता · ग़ज़ल · शेर 63 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 15 Feb 2024 · 1 min read सबूत- ए- इश्क़ कोई सबूत नहीं है मेरे पास, तुम्हें कितना याद करता हूं।। एहसास जितने भी हैं सब तुम्हारे हैं, तुम्हें बेहिसाब मोहब्बत करता हूं।। कैसे साबित कर दूं मैं तुम्हारा हूं,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 2 79 Share प्रकाश जुयाल 'मुकेश' 15 Feb 2024 · 1 min read ढलता वक्त घर के घर आए जद में उनकी उस जिद से । जलजला नहीं सैलाब था उनके भीगे पलकों से ।।१।। शहर चमकती रोशनी में दमक रही थी दुल्हन–सी। झरने,बादल सारे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 1 81 Share manjula chauhan 14 Feb 2024 · 1 min read पत्थर पत्थर के शहर है, तो कांच से दिल है। पुख़्तगी तो छोड़िए जनाब! थोड़ी सी लग़्ज़िश से भी, ये टूट जाते है। Poetry Writing Challenge-2 · शेर 1 47 Share Ravi Betulwala 12 Feb 2024 · 1 min read यारों... फिर ना होगा इंतजार यूँ किसी का !! टूटा हुआ हूँ यारों एक ज़माने से , ज़रा-सी ठोकर से बिखर ना जाऊँ कहीं ! बहुत फूंक -फूंक कर रखता हूँ कदम महफ़िलों में, बहक ना जाऊँ फिर कहीं... Hindi · शेर 2 678 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों - डी के निवातिया विधा: ग़ज़ल बह्र का नाम: बहरे हज़ज मुसम्मन सालिम अरकान: मुफाईलुन मुफाईलुन मुफाईलुन मुफाईलुन मात्राएँ: 1222 1222 1222 १२२२ ***** मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों,... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · शेर 55 Share अंसार एटवी 9 Feb 2024 · 1 min read लड़ने को तो होती नहीं लश्कर की ज़रूरत लड़ने को तो होती नहीं लश्कर की ज़रूरत एक दौर में काफ़ी थी बहत्तर की ज़रूरत जो मेरे लिए ही हो परेशानी का बाइस मुझको नहीं ऐसे किसी रहबर की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 31 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 9 Feb 2024 · 2 min read मिसरे जो मशहूर हो गये- राना लिधौरी आलेख :- *एक पंक्ति जो मशहूर हो गयी :-* - राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' *उर्दू शायरी में ऐसे बहुत से कमाल के शेर हैं जिनका केवल दूसरा मिसरा (line) इतना... Hindi · Ser · Shayri · राजीव नामदेव राना लिधौरी · शायरी · शेर 57 Share Kumar lalit 7 Feb 2024 · 1 min read घर जब कटने लगे पेड़ जंगल में, एक चिड़िया यू बोली "किसी का घर उजड़ रहा है, किसी का घर बनाने को" - ललित Poetry Writing Challenge-2 · शेर 58 Share Kumar lalit 6 Feb 2024 · 1 min read घरवार लुटा है मेरा इस इश्क ने ऐसा मारा दिल हार चुका है मेरा जब जब तुमको चाहा, दिल हर बार दुखा है मेरा अब तुम नहीं समझोगी, तुम्हारा तो घर बसा है मैं... Poetry Writing Challenge-2 · शेर 2 69 Share Kumar lalit 6 Feb 2024 · 1 min read बातों में मिठास बातों में मिठास चेहरे से नूर झलकता है देख सादगी तेरी सबका दिल मचलता है। तेरी आंखों से कैसे शुरू कोई फ़साना ना हो। तुझे देख के कैसे ये दिल... Poetry Writing Challenge-2 · शेर 1 65 Share Dr fauzia Naseem shad 5 Feb 2024 · 1 min read ज़िंदगी ख़त्म थोड़ी हादसे तो गुज़रते रहते हैं । ज़िन्दगी ख़त्म थोड़ी होती है ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 7 104 Share Dr fauzia Naseem shad 3 Feb 2024 · 1 min read याद हो बस तुझे याद हो बस तुझे जुनून तेरा । हौसलों का हिसाब मत रखना ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 5 113 Share Dr fauzia Naseem shad 3 Feb 2024 · 1 min read ज़िंदगी तेरी हद शुरू होती ख़त्म जहां से है । ज़िन्दगी तेरी हद कहां से है ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 4 97 Share Dr fauzia Naseem shad 3 Feb 2024 · 1 min read ज़िंदगी की ज़रूरत के ज़िन्दगी की ज़रूरत के कहां रोग हमने पाले हैं । ख़्वाहिशों के सभी धागे हमने उधेड़ डालें है ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 97 Share श्याम सिंह बिष्ट 3 Feb 2024 · 1 min read शायर उसने रावण जलाया मैने उनके दिए हुए ,, वादें , और यादें ! ✍️ 9990217616 Hindi · दर्द शायरी · शेर 49 Share Sushmita Singh 1 Feb 2024 · 1 min read प्रेम टूट कर भी जुड़े प्रीत की डोर है लाख चाहें न मुड़ती किसी ओर है प्रेम मरता नहीं कर जुदा दे भले सांस अंतिम भी करती न कमजोर है @सुस्मिता... Hindi · ग़ज़ल · शेर 61 Share Dr fauzia Naseem shad 1 Feb 2024 · 1 min read चुनिंदा अश'आर 'अहमियत उसको, हम नहीं देते । वक़्त गुज़रे, तो फि फिर गुज़र जाएगा ।।" "मेरी सांसों की तुम, जमानत हो । भूलकर तुमको, जी नहीं सकते ॥" कोई मुश्किल हरा... Hindi · शेर 3 95 Share Dr fauzia Naseem shad 1 Feb 2024 · 1 min read चुनिंदा अश'आर आपके मरतबे पे हम दिल से, आपको हम तवील लिक्खेंगे। दूर होकर भी मुहब्बत का असर रक्खा है । हमने खामोश दुआओं का सफर रक्खा है ।। "याद करने पे... Hindi · शेर 3 91 Share Dr fauzia Naseem shad 31 Jan 2024 · 1 min read जब एक ज़िंदगी है हर एक सांस पे समझौता किस लिए । जब एक ज़िन्दगी है जीना है एक बार ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 3 81 Share Dr fauzia Naseem shad 30 Jan 2024 · 1 min read सत्य असत्य से हारा नहीं है बह जाये विपरीत वो धारा नहीं है। सत्य, असत्य से कभी हारा नहीं है।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 4 66 Share Dr fauzia Naseem shad 30 Jan 2024 · 1 min read इतनी उम्मीदें हो शिकायत ज़िन्दगी से हमें । इतनी उम्मीदें हम नहीं रखते ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 4 70 Share डॉ० रोहित कौशिक 30 Jan 2024 · 1 min read खुशी पाने की जद्दोजहद खुशी पाने की जद्दोजहद में, इंसान भूल गया है खुश रहना।। ऐसा नहीं है कि गरीब हूं मैं। बस जरूरत से ज्यादा चाहता नहीं।। Hindi · Quote Writer · नए विचार · शेर 1 79 Share Dr fauzia Naseem shad 27 Jan 2024 · 1 min read आंखों में आँखों में ख़्वाबों की एक हद भी ज़रूरी है । बहुत उम्मीदें रखना भी हमें नाशाद करता है।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 5 94 Share Dushyant Kumar 26 Jan 2024 · 5 min read वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है(जेल से) वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है। प्रेरणा है वो, मुझे प्रेरणा देकर जाती है। वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है। उसका गोल चांद सा चेहरा, मासूम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक · शेर 1 70 Share Faiza Tasleem 25 Jan 2024 · 1 min read काश....... मेरे एहसासों को कोई लफ़्ज़ बनाकर पढ़े, काश कोई मुझे अपने सीने से लगाकर रखे। डर है की कहीं तन्हाईयां निगल न लें मुझे, काश कोई मुझे अपना शहर बनाकर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 6 73 Share Dr fauzia Naseem shad 25 Jan 2024 · 1 min read उम्र अपना वक़्त मुट्ठी में बंध नहीं सकता । उम्र अपना निशान छोड़ेगी ।। डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 5 88 Share Dushyant Kumar 25 Jan 2024 · 2 min read *क्या आपको पता है?* टपकता है छप्पर, आशियाना भी टूटा है। जाड़े गर्मी में रहते नंगे पैर, जूता भी टूटा है। अरे इन टूटे आशियानों की तुलना हमसे मत करिए, अरे! साहब खुद को... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मुक्तक · शेर 1 39 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read खुन लिए जेहन में गर्म खुन लिए पला ला-त'अय्युन लिए क्या दशहरा दीवाली ईद जी रहा जब तग़ाबुन लिए खुरैच देना नफ़रत जड़ से बैठा हूॅं कल से नाखुन लिए तितलियाँ भी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 44 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read होना खुद को काफ़ में महदूद कर बे- नाम -ओ - निशाँ होना तुम्हें आसान लगता है मिरा मुंतख़ब रूह-ओ-रवाँ होना इब्तिदा से हसरत पाला नफ़रत तीरगी रंजिस मिटाना मसलन दस्तियाब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 44 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read लिख रहे समझ सको तो समझो कुछ सहल लिख रहे है हम सियासी दाव - पेंच को अबल लिख रहे है जिनके हाथ किताबत में बातिल अफसानों से रंगे वो आज रास्त... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 32 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read चाटिये क़्लब को आरज़ू-ए-ख़ुद-नुमाई है चाटिए चाटना हि आपका सुख़न-सराई है चाटिए डार्विन हेरोडोटस सब बेकार साबित हुए पंडित ख़तीब मजहब देशी पढ़ाई है चाटिए बुलडोजर सामने पाएँगे गर आप जुबाॅं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 47 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read रफाकत में क़ाफ़िया पैमाइस ओ कसाफ़त में उम्र कट रही अब इसी रफ़ाक़त में क्यों करता मलाल उसके हिज्र का आख़िर रखा हि क्या है ख़िजालत में चलो खुद पे फ़क़त पढो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 39 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read अच्छा लगा मुद्दतों बाद शफ़क़ बूक-ओ-मगर अच्छा लगा आप जिस नज़र से देख रहे नज़र अच्छा लगा रंज अफ़्सुर्दगी अज़ाब दर्द सब मरहम हुआ उफ़ आपसे टकराना सर-ब-सर अच्छा लगा वैसे तो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 48 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read इश्क की मुख़्तलिफ़ हैं सिफ़ात इश्क की आओ करते है बात इश्क की जिन-ओ-शैताँ तो नफ़रत के रु म'गर है खुदा ओ रास्त इश्क की पैदा सब इब्न-ए-आदम इश्क से कुछ नहीं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 39 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल में है मत पूछिए क्यों कर इकारा ग़ज़ल में है वो जानते है जिन्हें उकेरा ग़ज़ल में है ऐब-ए-शुतुरगर्बा हो गर बे-नजर ऐब से फ़िर तो ख़सारा हि ख़सारा ग़ज़ल में है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 44 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read क्या शर्म सर - ब - सर फाका करे क्या शर्म चौकीदार फ़क़त वादा करे क्या शर्म नेता लगे पड़े नोट कुर्सी इंहिज़ामी में भूख नादारी बदन डाका करे क्या शर्म रू... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 59 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read कुछ नहीं ना-रसा बेमज़ा हम-ज़बाँ कुछ नहीं जाम है शाम है माजरा कुछ नहीं बेसबब बेबसी नाज़ में किस लिए आबरू मुश्कबू ओ कजा कुछ नहीं आरज़ी रास्त का कूकरम हर तरफ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 34 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read कौन करें वहशत में वहशत का तक़ाज़ा कौन करे अब इस उम्र जर्द ओ रंज इजाफा कौन करे हाँ तस्सल्ली है मुझको तमस में जी कर भी यार फूजूल में हर बात... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 60 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read कामिल नहीं होता छूट जाता पर कभी कामिल नहीं होता तिरे बगैर ये म'आनी हासिल नहीं होता नजर लग जाती तुम्हें आईने की जानेमन तेरे रु पे गर नुमाया काला तिल नहीं होता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 55 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read वहशतें रंज-ओ-ग़म से अक्फ़र वहशतें मेरे क़ल्ब में कर गई घर वहशतें मैं भी अपने दौर का उम्दा क़ैस था ज़ब्त करेगी बदन सर ब सर वहशतें वो लोग जो इश्क... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 43 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read जानते है सुखन सराई कर्ब-ज़ा है रवाँ² जानते हैं हम ज़माने से सबकुछ अयाँ जानते हैं राह-ए-हक़ पर सबको चलना अकेले हि साथ देगा न कोई राज़-ए-निहाँ जानते हैं मुझसे इश्क है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 57 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read हंसिए हर म'आनी में ज़िंदगी हसीं रुबाई है हँसिये हँसना हि यार हर मर्ज की दवाई है हँसिये इल्म ए अरुज अमन ए रिहाल सब फूजूल बातिल मे'यार अब सुखन -... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 29 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read मुस्कुराहट दमे-रुख़सती थे जो नाशाद मुस्कुराहट सफ़र में रहे मुझे हर इक याद मुस्कुराहट लबों पर लगा दोगे पहरे तो लेकिन न रोके रुकेंगे ये आज़ाद मुस्कुराहट सितमगर करेगा सितम बे-ख़ता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 46 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read उठाएँगे मौत रंज क़फ़स सारे का सारा उठाएँगे रास्त के लिए तो हर इक खसारा उठाएँगे मैं सॅंवारा गया हूँ दर्द ओ लहु की छिट से इतना आसान नइ जो आप... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 37 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read इजहार बने मुस्कुराहट त'अल्लुक़ ए इजहार बने मुस्कुराहट त'अल्लुक़ ए इकरार बने तु ख़ुशी - ख़ुशी देख सके हर ख्वाब शफ़क रूह तिरे चाहत का बाजार बने तिरे गेसुओं के साये में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 41 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read आगोश मिले हल्क़ा-ए-आग़ोश मिले तिरे निगाह में पाग़ोश मिले आओ कभी नज्म़ ग़ज़ल बन कर हसरत है अब आफ़ियत-कोश मिले सुकूँ ए क़ल्ब होगा मिरे लिए गर आँख खुलते तिरा रु पुर-जोश... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 45 Share Kunal Kanth 24 Jan 2024 · 1 min read तबियत बदलती है सुखन गोई तबी'अत बदलती है मुतवातिर ख़िबरत बदलती है इश्क करो तो क़ितमीर रख कर वक़्त वक़्त पे जरूरत बदलती है मत करो खर्च मुझपे उम्र ओ इश्क आवारा हूॅं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · शेर 38 Share Previous Page 3 Next