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Tag: मुक्तक
11k posts
Page 109
जब सभी देश हित सोचने लगें
जब सभी देश हित सोचने लगें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जब हमारी अभिलाषाएं शांत हो जाएँ
जब हमारी अभिलाषाएं शांत हो जाएँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जब आगंतुक का सम्मान होने लगे
जब आगंतुक का सम्मान होने लगे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जब कालिंदी पवित्र नाद करने लगे
जब कालिंदी पवित्र नाद करने लगे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
इन्द्रियों पर वश हो तेरा
इन्द्रियों पर वश हो तेरा
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जब आपके सपनों में वो आने लेगें
जब आपके सपनों में वो आने लेगें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मुक्तक
मुक्तक
अभिनव अदम्य
ऋतु राज
ऋतु राज
लक्ष्मी सिंह
दूर करो दुःख-संकट सारे
दूर करो दुःख-संकट सारे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
क़ुबूल है मुझे तेरी , बेरुखी भी ऐ मेरे खुदा
क़ुबूल है मुझे तेरी , बेरुखी भी ऐ मेरे खुदा
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वो कहता है तेरा वजूद नहीं है, ऐ मेरे खुदा
वो कहता है तेरा वजूद नहीं है, ऐ मेरे खुदा
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अफ़साना हो जाती है नाउम्मीद जिन्दगी
अफ़साना हो जाती है नाउम्मीद जिन्दगी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जब मंजिल की ओर बढ़ते कदम
जब मंजिल की ओर बढ़ते कदम
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नेत्र जब तेरे पवित्र होने लगें
नेत्र जब तेरे पवित्र होने लगें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जिस बेतरतीबी से हमने प्रकृति को
जिस बेतरतीबी से हमने प्रकृति को
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सुन्दरता का आधार होती हैं बेटियाँ
सुन्दरता का आधार होती हैं बेटियाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जिन घरों में बेटियाँ नहीं होतीं
जिन घरों में बेटियाँ नहीं होतीं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हे पुष्प गुलाब
हे पुष्प गुलाब
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मुझे पसंद नहीं
मुझे पसंद नहीं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सुनहरा रंग उपवन में,
सुनहरा रंग उपवन में,
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मैं एक फूल हूं।
मैं एक फूल हूं।
Phoolchandra Rajak
फ़रिश्ते हो गए वो सभी लोग
फ़रिश्ते हो गए वो सभी लोग
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बेआबरू हम न हुए
बेआबरू हम न हुए
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चाँद का घूंघट उठाओ
चाँद का घूंघट उठाओ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आजाद कर दे मुझे प्रभु
आजाद कर दे मुझे प्रभु
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जमाने किताबों के लद गए
जमाने किताबों के लद गए
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शिक्षा के उपवन
शिक्षा के उपवन
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शिक्षा जब कल्पवृक्ष बन
शिक्षा जब कल्पवृक्ष बन
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शिक्षा का लक्ष्य जब उसका मर्म हो जाये
शिक्षा का लक्ष्य जब उसका मर्म हो जाये
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शिक्षा गर कुम्हारों के हाथों की थाप
शिक्षा गर कुम्हारों के हाथों की थाप
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शिक्षा गर श्रेष्ठ संस्कारों का
शिक्षा गर श्रेष्ठ संस्कारों का
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शिक्षा गर भौतिक जगत से धार्मिक जगत की ओर अग्रस होने लगे
शिक्षा गर भौतिक जगत से धार्मिक जगत की ओर अग्रस होने लगे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शिक्षा गर मानवीय विचारों की
शिक्षा गर मानवीय विचारों की
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मुक्तक
मुक्तक
अभिनव अदम्य
जलाओ दीप एक ऐसा -- साथिया साथ दे देना (मुक्तक)
जलाओ दीप एक ऐसा -- साथिया साथ दे देना (मुक्तक)
Rajesh vyas
प्रकृति में सारी कायनात
प्रकृति में सारी कायनात
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तुझ पर करोड़ों का विश्वास
तुझ पर करोड़ों का विश्वास
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चमत्कार तेरे इस जहां में , लाखों हजार हैं
चमत्कार तेरे इस जहां में , लाखों हजार हैं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मर्यादा जो कोई छोड़े
मर्यादा जो कोई छोड़े
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
उम्मीद है तू , सबका भरोसा है तू
उम्मीद है तू , सबका भरोसा है तू
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मृग की नाभि माहि कस्तूरी
मृग की नाभि माहि कस्तूरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आत्म साक्षात्कार करना हो तो
आत्म साक्षात्कार करना हो तो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आध्यात्म जब शिक्षा का अनिवार्य अंग हो जाये
आध्यात्म जब शिक्षा का अनिवार्य अंग हो जाये
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पवित्र जब सबके विचार हो जाएँ
पवित्र जब सबके विचार हो जाएँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जब तेरे उदगार तुझे प्रसिद्धि दिलाने लगें
जब तेरे उदगार तुझे प्रसिद्धि दिलाने लगें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अपनी कलम को न विश्राम दो
अपनी कलम को न विश्राम दो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
उस परमेश्वर की अनुभूति
उस परमेश्वर की अनुभूति
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पति - पत्नी के रूठना और मनाना
पति - पत्नी के रूठना और मनाना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
परिचित थीं तुम भी मुझसे
परिचित थीं तुम भी मुझसे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पुष्प तुझको अर्पण कर सकूं मैं
पुष्प तुझको अर्पण कर सकूं मैं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
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